मुजफ्फरनगर में भी भाजपाई जिला पंचायत अध्यक्ष, डॉ.बालियान के भाई पर था टिकैत का दांव

UP Zila Panchayat Chunav: टिकैत बंधुओं के गढ़ मुजफ्फरनगर में भी बीजेपी का जलवा, मुस्लिम सदस्यों ने दिया पूरा साथ

वेस्ट यूपी के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। सत्ताधारी बीजेपी की चाणक्यनीति ने विपक्ष को जबरदस्त पटकनी दी। इस चुनाव में खास बात यह रही कि बीजेपी के धुर विरोधी समझे जाने वाले मुस्लिम मतदाताओ ने भी यहां पर बीजेपी के पक्ष में मतदान किया।

हाइलाइट्स:
दस मुस्लिम सदस्यों ने बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर पलड़ा पलटा
43 जिला पंचायत सीटों में 13 सीट जीतने वाली बीजेपी के पक्ष में 30 सदस्यों ने मतदान किया
विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के भाई सतेन्द्र बालियान को प्रत्याशी घोषित कर खेला था दांव
मिर्जा गुलजार बेग, मुजफ्फरनगर 03 जुलाई।पिछले एक साल से देश भर में किसान आंदोलन की अगुआई कर रहे टिकैट बंधुओं (राकेश और नरेश टिकैट) के गढ़ मुजफ्फरनगर में भी बीजेपी ने अपना जलवा दिखाया है। जिला पंचायत अध्‍यक्ष पद के चुनाव में मुस्लिम जिला पंचायत सदस्य बीजेपी (BJP) के लिए बैसाखी बन गए। दस मुस्लिम सदस्यों ने बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर पलड़ा इतना भारी कर दिया कि विपक्ष के पैर उखड़ गए और उन्‍होंने मतदान स्थल ही छोड़ दिया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्‍या किसान आंदोलन कमजोर पड़ गया है?

मुस्लिम वोट बैंक को बीजेपी का धुरविरोधी माना जाता है। मुस्लिम मतदाता वहां वोट करता है, जहां पर बीजेपी प्रत्याशी को हराया जा सके। मुजफ्फरनगर में इसका बिल्कुल उलट हो गया, जहां पर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में मुस्लिम जिला पंचायत सदस्यों का वोट ही बीजेपी प्रत्याशी के लिए संजीवनी बन गया। 43 जिला पंचायत सीटों में 13 सीट जीतने वाली बीजेपी के पक्ष में 30 सदस्यों ने मतदान किया, जिनमें से 10 सदस्य मुस्लिम हैं।


इन मुस्लिम प्रत्याशियों ने किया बीजेपी के पक्ष में मतदान
बीजेपी के जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी वीरपाल निर्वान के पक्ष में हुसनो, शौकीन, रिहान अली, सबा, फरहाना, शाहनवाज, सादिका, जरीन, जूली जाटव और सुरेशना ने मतदान किया। बता दें कि जूली जाटव और सुरेशना वैसे तो हिंदू हैं, लेकिन दोनों ने शादी मुस्लिम युवकों से की हुई है और उनका वोट भी विपक्ष का कट्टर वोट माना जा रहा था।

धर्म संकट में फंसे थे केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान

मुजफ्फरनगर के जिला पंचायत चुनाव में केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान उस समय धर्म संकट में फंस गए थे, जब विपक्ष ने उनके भाई सतेन्द्र बालियान को जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी घोषित कर दिया था। संजीव बालियान के सामने इस समय कड़ी चुनौती थी कि वह अपने भाई का साथ निभाए या फिर उस पार्टी का जिसके बल पर वह आज केंद्रीय राज्य मंत्री बने हुए हैं।

बीजेपी में संजीव बालियान को लेकर अंदरखाने विरोध के स्वर उठने लगे थे। विरोधी स्वरों पर उस समय विराम लग गया जब संजीव बालियान ने विपक्ष के ऐसे वोट भी बीजेपी के खेमे में लाकर डाल दिए, जिनके बारे में कभी सपने में भी नहीं सोचा जा सकता था।

विपक्ष देखता रहा

विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के भाई सतेन्द्र बालियान को प्रत्याशी घोषित कर दांव तो खेला, लेकिन वह बीजेपी की गुगली के सामने क्लीन बोल्ड हो गए। बीजेपी ने विपक्ष के प्रत्याशियों को अपने पक्ष में लामबंद कर उसकी कमर तोड़ दी। बीजेपी ने वार्ड 43 की जिला पंचायत सदस्य जरीन के जाति प्रमाणपत्र पर सवाल उठाए तो विपक्ष उसके समर्थन में खडा हुआ, लेकिन बीजेपी की रणनीति के चलते जरीन बानो ने अपना प्रमाण पत्र संजीव बालियान को सौंप दिया और यहां भी विपक्ष को मुंह की खानी पड़ी।

अमित मालवीय ने ट्वीट कर कसा तंज

अमित मालवीय ने एक ट्वीट कर विपक्ष पर तंज कसते हुआ कहा कि राकेश टिकैत के गृह जनपद मुजफ्फरनगर में भी बीजेपी का जिला पंचायत अध्यक्ष चुना गया। आंदोलनजीवियों को अब घर चले जाना चाहिए।

 

वीरपाल ने किया वादा, केंद्रीय मंत्री हुए भावुक

जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद डााक्टर वीरपाल निर्वाल ने कहा कि यह जीत उनकी व्यक्तिगत नहीं बल्कि भाजपा की जीत है। केंद्रीय राज्यमंत्री डााक्टर संजीव बालियान और जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने जीत की नींव रखने से लेकर मुकाम तक पहुंचाया

जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद डाक्टर वीरपाल निर्वाल ने कहा कि यह जीत उनकी व्यक्तिगत नहीं, बल्कि भाजपा की जीत है। केंद्रीय राज्यमंत्री डाक्टर संजीव बालियान और जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने जीत की नींव रखने से लेकर मुकाम तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि सभी जिला पंचायत सदस्यों को साथ लेकर जनता की भलाई के लिए जिले में विकास कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का आभार जताया। राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल, विधायक उमेश मलिक, विक्रम सैनी, प्रमोद ऊटवाल, जिला प्रभारी डाक्टर चंद्रमोहन, पंचायत चुनाव प्रभारी रूपेंद्र सैनी ने विचार रखे। इस दौरान पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य जगदीश पांचाल, सहकारी बैंक चेयरमैन सत्यपाल सिंह पाल, अमित चौधरी, सुभाषचंद शर्मा, सुखदर्शन सिंह बेदी, रोहिल वाल्मीकि, विनीत कात्ययान, नितिन मलिक, वैभव त्यागी, प्रवीण शर्मा, अचित मित्तल, अंजलि चौधरी, सुषमा पुण्डीर, रेणू गर्ग, साधना सिघल, राहुल गोयल, श्रवण समेत जिला पंचायत सदस्य मौजूद रहे।

भावुक हुए केंद्रीय राज्यमंत्री

पार्टी कार्यालय पर केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत उनके भाई सत्येंद्र बालियान को भाजपा प्रत्याशी के सामने जिला पंचायत अध्यक्ष पर लड़ाया गया। परिवार तोड़ने की षड्यंत्र रचा गया, जिनका काम जोड़ना था, उन्होंने परिवार तोड़ने का कार्य किया। खाप चौधरी का कार्य समाज जोड़ना है। उन्होंने कहा कि चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत होते तो ऐसा नहीं होता। डा. वीरपाल निर्वाल से कहा कि सभी जिला पंचायत सदस्यों को साथ लेकर चलना। पांच साल में जितने विकास कार्य हुए, उससे अधिक करके दिखाना।

लोकतंत्र को कुचला गया : विपक्ष

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में विपक्षी दलों ने भाजपा और प्रशासन पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया है। सपा, रालोद, कांग्रेस और भाकियू नेताओं ने कहा कि प्रशासन ने भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य किया है। आरोप लगाया कि चुनावी प्रक्रिया को भाजपा नेताओं ने पुलिस-प्रशासन के साथ मिलकर बंधक बना लिया। इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, रालोद जिलाध्यक्ष अजित राठी, भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा, आसपा जिलाध्यक्ष जगदीश पाल, पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, अनिल कुमार, भाकियू प्रवक्ता धर्मेद्र मलिक, सचिन अग्रवाल, राकेश शर्मा, साजिद हसन, सईदुजम्मा आदि मौजूद रहे।

भाजपाइयों ने मार्केट परिषद में डाला डेरा

भाजपाइयों ने जिला मार्केट परिषद में टेंट लगाकर डेरा डाले रखा। मतगणना से पूर्व ही उन्हें जीत की खुशबू आने लगी, जिसके चलते मिठाई बांटी गई। सुबह 11 बजे से मतगणना पूरी होने तक पदाधिकारी और सदस्य वहीं डटे रहे। भोजन आदि की व्यवस्था के चलते वहीं भट्ठी चढ़ाई गई।

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