मुकुल रॉय पर भड़की भाजपा, कहा-कभी जननेता नहीं रहे, खबरी थे टीएमसी के

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मुकुल पर बीजेपी का वार, अभिषेक ने धक्का देकर भगाया था, चाऊमीन खाकर फिर पलटे
कोलकाता 11 जून।करीब 4 साल तक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में रहने के बाद मुकुल रॉय ने एक बार फिर पुराने दल तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर ली है। मुकुल रॉय के पाला बदलने पर पश्चिम बंगाल में पार्टी के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने उन्हें भेदिया बताते हुए कहा है कि वह बीजेपी के आतंरिक सूचनाएं टीएमसी तक पहुंचाते थे और इस वजह से पार्टी की हार हुई। उन्होंने यह भी कहा कि वह पहली बार चुनाव जीते वह भी बीजेपी के सिंबल पर, अच्छा होता कि जाने से पहले वह विधायकी से इस्तीफा दे देते।

अर्जुन सिंह ने कहा, ”राजनीति में जो सुविधावादी व्यक्ति होते हैं, वह इसी तरह का काम करते हैं। जब अभिषेक बनर्जी का तृणमूल में उदय हुआ तो अभिषेक के साथ उनकी बड़ी अनबन थी। अभिषेक बनर्जी ने धक्का देकर इनको घर से बाहर निकाला था, तो ये बीजेपी में आ गए। बीजेपी में आने के बाद एक बार फिर ये चाऊमीन खाने चले गए। चाऊमीन खाकर फिर तृणमूल में चले गए, फिर बीजेपी में आ गए।”

अर्जुन सिंह ने कहा, ”इनका आया राम गया राम वाली कहानी है, आते रहेंगे, जाते रहेंगे। जहां सुविधा मिलेगी वहीं रहेंगे। पहली बार उन्होंने चुनाव जीता है और वह भी बीजेपी के सिंबल पर। उनको जाना ही था तो कम से कम इस्तीफा देकर जाते तो थोड़ी बहुत भी लोगों के मन में इज्जत रहती। आज भी सेंट्रल फोर्स की सिक्यॉरिटी लेकर घूम रहे हैं।”

अर्जुन सिहं ने कहा, ”मुकुल रॉय कभी जननेता नहीं रहे। पश्चिम बंगाल में एसी कमरे में बैठकर राजनीति नहीं हो सकती है। राजनीति में उनका समय खत्म हो चुका है। कोई उनपर विश्वास नहीं करता है। सबको यह पता था कि वह बीजेपी की आंतरिक सूचनाएं टीएमसी को लीक करते थे। यदि विरोधी आपकी योजनाओं को जान लेंगे तो यह हार की वजह बनती है।”

मुकुल रॉय को बीजेपी सांसद ने बताया मीर जाफर


मुकुल रॉय के TMC में शामिल होने पर बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने कहा, ‘ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में प्रवेश करने के लिए एक मीर जाफर रखी थी, इतिहास में मीर जाफर होता है जो पूरी जाति को, पूरी देश को खत्म कर देता है। मुकुल रॉय एक मीर जाफर है।

पश्चिम बंगाल बीजेपी के महासचिव सायंतन बोस ने कहा कि पश्चिम बंगाल भाजपा ने पार्टी के खिलाफ जाने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति का गठन किया है। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष इस पर अंतिम फैसला लेंगे। समिति का गठन पिछले साल किया गया था, लेकिन अब भी देर नहीं हुई है।

मुकुल रॉय अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में वापस लौटे

बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय भगवा दल को जोरदार झटका देते हुए शुक्रवार को अपने पुत्र शुभ्रांशु के साथ अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस में वापस लौट गए। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य की सत्ताधारी पार्टी के अन्य नेताओं ने उनका स्वागत किया। बीजेपी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद संभालने वाले रॉय ने कहा कि वह “सभी परिचित चेहरों को फिर से देखकर खुश हैं।

 

मुकुल रॉय को बीजेपी में दी गई थी धमकी: ममता

तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुकुल रॉय को बीजेपी में धमकी दी गई थी और इसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुकुल की वापसी साबित करती है कि बीजेपी किसी को भी चैन से नहीं रहने देती और सब पर अनुचित दबाव डालती है। ममता और रॉय दोनों ने दावा किया कि कभी भी कोई मतभेद नहीं था।

सबको पार्टी में वापस नहीं लेगी टीएमसी

यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी दूसरे दल में शामिल हो गए अन्य नेताओं को भी वापस लेगी, ममता ने स्पष्ट किया कि अप्रैल-मई के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले लोगों को वापस नहीं लिया जाएगा। कभी तृणमूल में दूसरे सबसे प्रमुख नेता रहे रॉय को फरवरी, 2015 में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटा दिया गया था। वह नवंबर, 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे।

 

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