पेटभर भोजन लें,प्लेट भर नहीं: गामा

देहरादून 16 अक्तूबर । 16 अक्टूबर 2020 को भोजन की बर्बादी को रोकने की मुहिम में जन सहभागिता बढ़ाने के लिए माँ अन्नपूर्णा के सम्मान एवं अन्नदाता किसान के सम्मान में सेवा बैंक, देहरादून की टीम मै हूँ सेवादार ने विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर देहरादून के गांधी पार्क में माँ अन्नपूर्णा और अन्नदाता किसान के सम्मान में उनके चित्रों के आगे दीप प्रज्वलित किये जिस प्रकार दीप जलाकर अंधकार का अंत होता है, उसी प्रकार समाज में भोजन की बर्बादी रूपी बुराई का भी अंत होना चाहिये ।

उसी प्रकार टीम मैं हूँ सेवादार समाज से आह्वान करती है कि माँ अन्नपूर्णा और अन्नदाता किसान के सम्मान में दीप जलाकर भोजन की बर्बादी रूपी बुराई का देश में अन्त हो । एक और जहाँ जरूरतमंदों को खाने भर का भोजन नहीं मिल रहा, वहीं हम उस देश के वासी है जहां साल में जितना अन्न पैदा होता है, उसका 40 प्रतिशत हम किसी न किसी रूप में बर्बाद कर देते है ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा ने देहरादून को भोजन की बर्बादी मुक्त करने का आह्वान किया किया और दून के जन सामान्य से आग्रह किया कि भोजन पेट भर ले, प्लेट भर नही । आगे उन्होंने कहा कि “अन्न ग्रहण करने से पहले विचार मन में करना है, किस हेतु से इस शरीर का रक्षण पोषण करना है, परमेश्वर एक प्रार्थना नित्य तुम्हारे चरणों में, लग जाये तन मन मेरा भारत माँ की सेवा में”

इस अवसर पर सेवादार संदीप गुप्ता ने कहा कि भोजन की बर्बादी रोकने को हमें अपने परिवार के दैनिक जीवन के आचरण में सुधार लाना होगा । यह भी देशभक्ति का भाव प्रकट करता है । देश का हमारे ऊपर ऋण है, उसको कम करने का यह भी एक मार्ग है । धन आपका हो सकता है, परन्तु अन्न राष्ट्र की संपत्ति है । वास्तव में हम में से कितने है, जो अन्न के एक दाने को पैदा करने के पीछे के परिश्रम, समय, धन के निवेश को समझते है ।
कितनी आसान बात है कि बचे हुए खाने को कूड़ेदान के हवाले कर देना । शादी पार्टियों में एक से बढ़कर एक आइटम थाली में समेट लेना और फिर आधा खाना भी खत्म किये बिना उसे छोड़ देना। सोचा जाए तो चिंतन के लिए इससे बड़ा कोई विषय हो नहीं सकता, क्योंकि हम उस देश के वासी हैं, जहां साल में जितना अन्य पैदा होता है उसका करीब 40 फ़ीसदी हम किसी न किसी रूप में हम बर्बाद कर देते हैं । ग्लोबल हंगर इंडेक्स में शामिल 88 देशों में हमारा स्थान 63 वं है, इसीलिए “भोजन उतना ही ले थाली में” “व्यर्थ ना जाय नाली में” ।

कार्यक्रम में सेवादार योगेंद्र नेगी, राहुल पँवार, विनोद गौर, शर्मिला भट्ट, अनिशा गुप्ता, संगीता खन्ना, मोना काला, विजया शर्मा, वंदना शर्मा, पूनम जोशी, मंजू शर्मा, विष्णु भट्ट, जागेश ममगाईं, शाश्वत खण्डूरी, अधिवक्ता विवेक शर्मा, अनुज शर्मा, अनिल गुप्ता, प्रवीण सैनी, चंद्र सिंह, अरुण शर्मा, बलवन्त, अफजाल, मनमोहन जायसवाल, प्रिंस रतूडी, कुलदीप नेगी, हरीश रतूड़ी, राजीव पाल, खिलानंद उनियाल, सब्बल बुटोला, विपुल गर्ग, गिरीश धस्माना, राजेश भाटिया, संदीप मुखर्जी आदि सेवादार उपस्थित थे। 

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