ममता को फंदा? तीरथ ने सौपा रात में ही राज्यपाल को त्यागपत्र, नया नेता आज

जानिए तीरथ सिंह रावत ने अपने इस्तीफे पर क्या कहा

Uttarakhand Crisis: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. थोड़ी देर पहले वह राजभवन से इस्तीफा देकर निकले हैं.
देहरादून 02 जुलाई. लगता है कि ममता बनर्जी के लिए फंदा तैयार करने को भारतीय जनता पार्टी ने एक प्यादे के रूप में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह का बलिदान देने का दांव खेल ही दिया। कोविड काल में उपचुनाव न कराने के चुनाव आयोग के स्टैंड पर भाजपा ने अपने मुख्यमंत्री से इस्तीफा दिलाने में कोई आगापीछा नहीं किया। इस तरह छह माह में विधायक बनने की संभावना न होने से ममता को अपनी जगह किसी और को मुख्यमंत्री बनाना पडेगा और वैकल्पिक मुख्यमंत्री उनके लिए कोई मुसीबत न खड़ा करें, इसका पक्का इंतजाम करना पड़ेगा।
असल में रावत ने मीडिया को चौंकाते हुए देर रात 11 बजे अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. थोड़ी देर पहले वह राजभवन से इस्तीफा देकर निकले हैं. इससे पहले, उन्होंने मीडिया को संबोधित किया. उनके साथ सुबोध उनियाल, अरविंद पांडे, विधायक राजेश शुक्ला भी मौजूद थे. इसके अलावा, मुख्य सचिव ओमप्रकाश, मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे. मुख्यमंत्री तीरथ ने मीडिया के सामने अपनी उपलब्धियां गिनाईं और कई ऐलान किए. हालांकि तब वह इस्तीफे पर वह चुप्पी साध गए थे.

इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा, “राज्यपाल के यहां इस्तीफा देकर आ रहा हूं. संवैधानिक संकट था. इसके कारण मैंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री पद से देना उचित समझा. मैं अपने केंद्रीय नेतृत्व का आभारी हूं. धन्यवाद करना चाहूंगा. नेतृत्व ने मुझे समय-समय पर विभिन्न दायित्व दिए. मैं हृदय से प्रधानमंत्री मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं का आभारी हूं. कोविड पॉजिटिव होने के कारण समय नहीं था.”

उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक ने इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ये चूक नहीं है क्योंकि कोविड की परिस्थिति नहीं होती तो चुनाव आयोग चुनाव कराता. संवैधानिक संस्था ने कोई निर्णय लिया है तो उसका सम्मान करना चाहिए. ऐसी परिस्थिति में कई बार चुनाव हुआ है लेकिन कोविड की स्थिति के कारण जो फैसला चुनाव आयोग ने लिया उसका पालन करे.”

इससे पहले अपने संबोधन में मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा, “कोविड महामारी से काफी निजात पाए हैं, लेकिन साथ है जो हमारे ट्रांसपोर्ट थे, टूरिज्म विभाग था, उनको काफी कठिनाई आई है, ऐसे लोगो केलिए बिजली पानी वो भी एक समस्या रही है, उनको कुछ सुविधाएं जो माफ की जा सकती थीं, वो किया है. इसको लेकर राहत सहायता देने के लिए बहुत कदम उठाए हैं जिसमें लगभग 2 हजार करोड़ राहत सहायता प्रदान हम लोग करने जा रहे हैं. सभी बिंदुओ को छुआ, स्वास्थय एंव परिवार कल्याण, उर्जा परिवहन, महिला एंव बाल विकास, इन विभागों में ऐसे 2 हजार करोड़ की सहायता दी है, अलग-अलग मद से दी है.”

उन्होंने आगे कहा, “मैने कहा था कि हर विभाग मे हम नियुक्तियां करने जा रहे हैं. ये हमारा तैयार था केवल मुझे घोषणा करनी थी, रोजगार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. राजकीय विभागों मे सीधी भर्ती को पूर्ण कर, 20 हजार नियुक्तियां प्रदान करने का प्रयास किया है. ऐसे 22 हजार 340 संख्या बनती है. साथ ही कक्षा 11 और 12 के छात्रों के लिए अपना लैपटॉप. ये हमने किया है.”

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