रुपेश पांडे के परिजनों से न मिल पाए कपिल मिश्रा, 6 घंटे एयरपोर्ट पर रोक भेजा वापस

रूपेश पांडेय के परिवार से मिलने जा रहे थे कपिल मिश्रा, रांची एयरपोर्ट पर ही रोका, बैरंग लौटे दिल् पांडेय के परिवार से मिलने जा रहे थे कपिल मिश्रा, रांची एयरपोर्ट पर ही रोका, बैरंग लौटे दिल्ली

भाजपा नेता कपिल मिश्रा को लगभग छह घंटे एयरपोर्ट पर गुजारने के बाद आखिरकार बैरंग दिल्ली लौटना पड़ा. इसके लिए उन्होंने झारखंड सरकार पर जमकर अपनी भड़ास निकाली.

वापस दिल्ली पहुंचे कपिल मिश्रा ने रांची के अपने अनुभव बताये

रांची 18 फरवरी: राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर सुबह से दोपहर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला. झारखंड के हजारीबाग में रूपेश पांडेय के घरवालों से मिलने जा रहे भाजपा नेता कपिल मिश्रा को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची में प्रशासन द्वारा रोक लिया गया. हिंदू जागरण मंच दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा के स्वागत के लिए इंतजार करते रहे और प्रशासन ने उन्हें बाहर ही नहीं आने दिया.

कपिल मिश्रा को बैरंग लौटना पड़ा दिल्ली

भाजपा नेता कपिल मिश्रा को लगभग छह घंटे एयरपोर्ट पर गुजारने के बाद आखिरकार बैरंग दिल्ली लौटना पड़ा. इसके लिए उन्होंने झारखंड सरकार पर जमकर अपनी भड़ास निकाली.

रूपेश पांडेय के परिवार से मिलने जा रहे थे भाजपा नेता
दरअसल कपिल मिश्रा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में मृतक रूपेश पांडे के दशकर्म में शामिल होने के लिए हजारीबाग जिले के बरही जाने वाले थे. लेकिन एयरपोर्ट पर पहुंचने के साथ ही उन्हें प्रशासन ने रोक दिया . वहीं प्रशासन को नसीहत देते हुए कपिल मिश्रा ने कहा कि उन्हें रोकने से क्या फायदा होगा, बल्कि अगर रोकना है तो अपराधियों को रोकें और तुष्टीकरण के आगे सरेंडर होती सत्ता को रोकें.

हवाई अड्डे पर   पुलिस और प्रशासन से वार्ता करते कपिल मिश्रा

रूपेश पांडेय के परिवार के लिए लोगों ने इकठ्ठा की 14 लाख रूपये की सहायता राशि

कपिल मिश्रा ने बताया कि देश भर से डेढ़ हजार से अधिक लोगों ने 14 लाख रूपये की सहायता राशि रूपेश पांडे के परिवार के लिए इकट्ठा की है, जो उनके बैंक के खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे. परिवार को इस संबंध में जानकारी देनी थी. उनसे समझना था कि किस प्रकार से कानूनी मदद की आवश्यकता है.

झारखंड सरकार को बताया तानाशाह

भाजपा नेता ने कहा कि पूरा झारखंड, पूरा देश देख रहा है कि रुपेश पांडे के परिवार के साथ हम सब मजबूती से खड़े हैं. हम रूपेश पांडेय के परिवार को न्याय दिलवा कर रहेंगे. इस प्रकार से लोगों को मिलने से रोक कर, इंटरनेट बंद करके सरकार मामला दबा देगी तो यह सरकार की गलतफहमी है. कपिल मिश्रा को एयरपोर्ट पर रोके जाने के मामले में भाजपा सांसद संजय सेठ ने भी विरोध करते हुए राज्य सरकार को तानाशाह बताया.

 

जेएएम की उल्टे भाजपा को नसीहत

वहीं, इस पूरे प्रकरण में जेएमएम ने कपिल मिश्रा पर ही कटाक्ष किया और भाजपा को उपदेश देे डाला. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि दिल्ली में कपिल मिश्रा ने कौन सी भाषा बोली थी, ये सबको याद है. भाजपा के इस संस्कार वाले नेता को झारखंड में प्रवेश की अनुमति नहीं है. क्या वह यहां पर दंगा-फसाद कराना चाहते हैं? भाजपा को ऐसे लोगों से परहेज ही करना चाहिए.

कांग्रेस का भी भाजपा पर वार

इधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भी कपिल मिश्रा मामले में भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि यह झारखंड भाजपा का दिवालियापन दर्शाता है कि कपिल मिश्रा जैसे लोगों को बुलाया जा रहा है. कहा कि घटनाएं तो और भी जगह होती हैं, लेकिन वहां तो कपिल मिश्रा कुछ नहीं करते. यहां सिर्फ मामले पर राजनीति करना चाहते हैं जो कहीं से भी जायज नहीं है.

 

‘मुस्लिमों ने फोन कर बुलाया, फिर मारा रूपेश पांडेय को’: पीड़ित परिवार से मिले पूर्व CM रघुबर दास, कहा- हेमंत सरकार में जिहादियों के हौसले बढ़े

रुपेश पांडेय मॉब लिंचिंग मामले में पीड़ित परिवार से मिले पूर्व CM रघुबर दास

झारखंड के हजारीबाग में हुई किशोर रुपेश पांडेय की हत्या के बाद प्रदेश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी शुक्रवार, 11 फरवरी, 2022 को पीड़ित परिवार से मिलकर न्याय का भरोसा दिलाया। इस दौरान उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया है।

रघुबर दास ने रुपेश की हत्या को एक साजिश करार दिया। उन्होंने लिखा, “रूपेश पांडे की मॉब लिंचिंग साजिश रच कर की गई। उनके परिजनों से मिलकर उनका दुख बाँटा। रूपेश को न्याय दिलाए बिना भाजपा का कोई कार्यकर्ता चैन से नहीं बैठेगा। हेमंत सरकार ये समझ ले कि राज्य का हिंदू कमजोर नहीं है। हम किसी कीमत पर डरने वाले नहीं हैं।”

परिजनों ने सरस्वती प्रतिमा विसर्जन में हत्या की बात नकारी

रघुबर दास के ट्वीट किए गए वीडियो में मृतक रुपेश के परिजनों ने मीडिया रिपोर्ट में चल रही सरस्वती प्रतिमा विसर्जन में हत्या की बात नकारी है। उनका कहना है, “फोन करके रूपेश को बुलाया गया। मोहम्मडन लड़केेे ने फोन से बुलाया। गाडी में बिठा कर जबरदस्ती ले गए उनको। ये जो मूर्ति वाली बात झूठ मूठ के दे रहे हैं कि ये सब मूर्ति विसर्जन में हुआ है, ये सब कुछ नहीं है। ये गलत  है। वो मोबाइल की दुकान पर काम कर रहा था।” मौके पर किसी मोबाइल दुकानदार उदय का नाम लिया गया।

पंजाब केसरी की रिपोर्ट के मुताबिक हजारीबाग पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे ने भी सरस्वती प्रतिमा विसर्जन जुलूस और रुपेश पांडेय की हत्या का आपस में संबंध होने से इंकार किया है।

SP ने नहीं उठाया फोन और थाना प्रभारी ने जाँच पूरी होने तक कुछ भी कहने से किया इनकार

गौरतलब है कि पूर्व की मीडिया रिपोर्ट्स में रुपेश के साथ हुए विवाद और मौत की वजह सरस्वती प्रतिमा विसर्जन  बताया गया है। रुपेश के परिजनों के दावे की पुष्टि के लिए हजारीबाग़ के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे को कॉल किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया । इसी के साथ बरही थाना प्रभारी ने इस मामले की जाँच पूरी होने तक कुछ भी न बता पाने की बात कही।

पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास से बात

एक बातचीत में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा, “इस घटना को ले कर लोगों में आक्रोश है। घर के एकलौते चिराग 16 वर्ष के युवक की कुछ उपद्रवी समुदाय विशेष के लोगों ने मॉबलिंचिंग कर हत्या कर दी । जब से झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में JMM, कॉन्ग्रेस और RJD के गठबंधन की सरकार बनी है तब से जिहादी और राष्ट्रविरोधी मानसिकता वाली शक्तियों का मनोबल काफी बढ़ा है। पिछले 26 महीने में ये 10 वीं मॉबलिंचिंग की घटना है।”

रघुबर दास ने आगे बताया, “हमारी सरकार से माँग है फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट से हर दिन सुनवाई हो और अपराधी को जल्द से जल्द दंडित किया जाए। ये सरकार का कर्तव्य भी है। यही बच्चा पढ़ता था और दुकान में काम भी करता था। इसलिए उसके परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। आरोपितों ने उल्टे गाँव वालों पर केस भी किया है। जाँच कर उस केस को वापस लिया जाए। दोषियों को तुरंत दंडित किया जाए जिससे इस घटना की पुनरावृत्ति न हो। ये तब हो रहा है जब झारखंड सरकार मॉबलिंचिंग कानून लाई है। शासन और कानून का कहीं डर नहीं है। हम लोग BJP के प्रतिनिधि मंडल के साथ राज्यपाल से भी मिले और उन्हें सारी स्थिति बताई।”

रघुबर दास ने बताया, “लड़के (मृतक रूपेश) की माँ ने कहा कि जुलूस तो बहुत आगे निकल गया था। ये लड़का दुकान में था। दुकान से बुला कर इसकी मॉब लिंचिंग की गई। इसको मारा गया।”

रघुबर दास के साथ स्थानीय और प्रदेश के तमाम भाजपा और हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। मौके पर मौजूद भाजपा नेता सुमन सौरव ने जानकारी दी कि मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री मृतक रुपेश पांडेय के गाँव दोपहर लगभग 12:45 पर पहुँच गए थे।

 

स्थानीय प्रतिनिधि रघुबर दस को घटना से अवगत करवाते हुए

मृतक मृतक रुपेश के संबंधी सुमन सौरभ ने की बात

झारखंड भाजपा युवा मोर्चा IT सेल के प्रदेश संयोजक सुमन सौरभ ने बताया, “मैं रघुबर दास के पूरे दौरे के दौरान उनके साथ ही हूँ। मैं मृतक रुपेश के रिश्ते में भी आता हूँ। मैंने ही इस मुद्दे को सबसे पहले उठाया था। मृतक रुपेश के गाँव का नाम नईटांड है। अब तक इस मामले में कुल 5 लोग पकड़े गए है। मृतक के परिवार वालों ने अपनी माँगों में बाकी 21 दोषियों की गिरफ्तारी , फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा , सालभर में सभी आरोपितों को फाँसी की सज़ा , पीड़ित परिवार को कम से कम 50 लाख रुपए का मुआवजा और बगल के गाँव करियातपुर में रुपेश की एक प्रतिमा लगाना प्रमुख है।”

सुमन सौरभ ने कहा, “रघुबर दास ने अपनी तरफ से मृतक के परिवार को 51 हजार रुपए देने की घोषणा की है। इस संबंध में हेमंत सोरेन का आज तक कोई भी बयान नहीं आया ।” सुमन सौरभ के मुताबिक झारखंड की सरकार के किसी मंत्री और यहाँ तक कि किसी विधायक का भी बयान अब तक इस मामले में नहीं आया है।

रूपेश की माँ ने कहा, “मियाँ का बच्चा पकड़ कर ले गया”
इस मौके पर मृतक की माँ ने बताया, “मेरा बेटा दुकान पर रहता था। 9 बजे घर से जाता था। खाना खाने 2 बजे आया। फिर साढ़े तीन बजे यहाँ से गया। साढ़े 5 बजे खबर आ गया कि आपका बेटा वहाँ बेहोश पड़ा हुआ है। मियाँ के बच्चा पकड़ कर ले गया। वहाँ जान से मार दिया। पप्पू मियाँ मारा है। पुलिस छानबीन अब तक नहीं कर पाई है।”

 

 

भीड़ में मौजूद अन्य महिलाओं ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए अपने बयान में दावा किया, “पप्पू मियाँ छाती पर चढ़ गया। फिर उल्टा हम लोगों पर ही आरोप लगा रहा है। अपनी बस्ती में आग भी लगा लिया। अपनी गाड़ी भी जला लिए। अपने से घर तोड़ डाला। कोई आ कर पूछा भी नहीं घर में कि आपके बेटे को क्या हुआ। फाँसी की सजा होनी चाहिए। अभी तक कुछ नहीं हुआ। अब हम लोग सड़क जाम करेंगे जिससे सरकार को भी मालूम हो कि क्या हो रहा है।”

केंद्रीय मंत्री ने उठाए हेमंत सरकार पर सवाल

भारत सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इस घटना पर लिखा, “झारखण्ड सरकार की चुप्पी, कार्रवाई के नाम पर पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता इनके जख्मों पर नमक छिड़क रही है। जनाक्रोश उबल रहा है। हम चुप नहीं बैठेंगे। मासूम रूपेश के बर्बर हत्यारों को सख्त सजा दिलाने की पहल करे झारखण्ड सरकार।”

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के लॉ एन्ड आर्डर को बताया लाचार

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने लिखा, “बीती रात बरही के लखना दुलमुंहा में एक युवक की निर्ममतापूर्वक पिटाई से मौत झारखंड की बदतर कानून व्यवस्था की जीवंत तस्वीर है। मृतक रूपेश अपने घर का इकलौता सदस्य था। अब कल्पना कीजिए कि लाचार प्रशासन और निक्कमी सरकार लोगों को सुरक्षा देने में कितनी सक्षम है? प्रशासन सभी दोषियों को चिह्नित कर मॉबलिंचिंग निवारण अधि. एक्ट में कार्रवाई करें और सरकार रूपेश के परिजनों को कम से कम 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दें।”

हजारीबाग पुलिस ने सोशल मीडिया पर भ्रामक खबर प्रचारित करने वालों पर दर्ज किए केस

हजारीबाग पुलिस ने इस घटना के संबंध में 15 व्यक्तियों पर केस दर्ज किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, “सोशल मीडिया पर झूठे, भ्रामक वीडियो से अफवाह फैलाने, समाज में विद्वेष उत्पन्न करने के आरोप में निम्नांकित 15 व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई है। कई पुराने, एडिटेड वीडियो हजारीबाग जिला का बताकर सोशल मीडिया पर दुर्भावना से पोस्ट करने वाले लोगों पर भी कार्रवाई होगी।” पुलिस ने नामजद लोगों की सूची भी प्रकाशित की है।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *