मौलाना तारिक भी बना अज्ञात गोलियों का निशाना,अब तक 13

Pakistan Close Friend Of Jaish Leader Masood Azhar Maulana Raheem Ullah Tariq Shot Dead By Unknown Gunmen Karachi Pakistan
पाकिस्‍तान में अब जैश सरगना मसूद अजहर के करीबी पर निशाना, कराची में मौलाना तारिक पर बरसीं गोलियां
पाकिस्‍तान में एक और आतंकी की हत्‍या कर दी गई है। इस बार निशाना जैश का आतंकी था। अभी पिछले ही हफ्ते लश्‍कर ए तैयबा के एक आतंकी की अज्ञात हमलावरों ने हत्‍या कर दी थी। पिछले कुछ समय से पाकिस्‍तान में आतंकियों की हत्‍यायें जारी है।

कराची14 नवंबर: पाकिस्‍तान में एक बार फिर एक आतंकी की हत्‍या हुई है। इस बार अज्ञात हमलावरों ने जैश-ए-मोहम्‍मद के आतंकी मौलाना तारिक रहीम उल्‍लाह तारिक को ढेर किया है।  हत्‍या तब हुई जब वह भारत विरोधी रैली में हिस्‍सा लेने के लिए जा रहा था। तारिक को कराची में कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। तारिक पाकिस्‍तान का मशहूर मौलाना था जिसे सुनने हजारों की भीड़ उमड़ती थी। धार्मिक सभाओं के नाम पर वह आतंकियों की फौज इकट्ठा कर रहा था।मौलाना पर अचानक गोलियां चलीं और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। स्थानीय मीडिया इस पर मौन है।

पिछले सप्ताह ‘लश्कर ए तैयबा’ के प्रमुख हाफिज सईद का करीबी ‘अकरम खान उर्फ अकरम गाजी’ भी पाकिस्तान के बाजापुर में अज्ञात हमलावरों की गोली का निशाना बना था…यह हाफिज सईद के लिए तगड़ा झटका है।

पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों के मारे जाने का सिलसिला जारी है। अब इस सूची में अगला नाम पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना, पाकिस्तानी नेता और भारत का मोस्ट वांटेड मौलाना मसूद अजहर का करीबी मौलाना रहीम तारिक उल्ला का नाम शामिल हुआ है। पिछले सप्ताह ‘लश्कर ए तैयबा’ के प्रमुख हाफिज सईद का करीबी ‘अकरम खान उर्फ अकरम गाजी’ भी पाकिस्तान के बाजापुर में अज्ञात हमलावरों की गोली का निशाना बना था। पाकिस्तान में इस साल मारे जाने वाले आतंकियों की संख्या अब एक दर्जन के पार पहुंच गई है।

जब अजहर की रिहाई के लिए हुआ विमान का अपहरण

आतंकी संगठन, जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मौलाना मसूद अजहर, भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल है। मसूद अजहर ने कश्मीर में अपनी सक्रियता बढ़ा रखी थी। वहां पर मसूद, भारत के खिलाफ आग उगलता रहता था। कश्मीर में ऐसे अलगाववादी समूह, जो भारतीय के खिलाफ सक्रिय थे, उन्हें एकजुट रखने की जिम्मेदारी अजहर की थी। मसूद की गिरफ्तारी के बाद उसे रिहा कराने के कई प्रयास हुए। आतंकियों ने उसकी रिहाई को दिल्ली में कुछ विदेशियों का अपहरण कर लिया था। हालांकि उसमें अजहर के साथियों को कामयाबी नहीं मिल सकी। इसके बाद ‘हरकत-उल-अंसार’ समूह ने दोबारा से विदेशियों का अपहरण किया। इस बार भी उनका प्रयास विफल हो गया। साल 1999 में जम्मू की कोट भलवाल जेल से अजहर को बाहर निकालने को सुरंग खोदी गई। बताया जाता है कि मसूद अजहर का वजन ज्यादा था, इससे वह सुरंग में फंस गया। दिसंबर, 1999 में आतंकियों ने भारतीय विमान का अपहरण कर कंधार ले जाया गया। विमान के यात्रियों की रिहाई के बदले भारत सरकार को मसूद अजहर समेत तीन खूंखार आतंकी रिहा करने पड़े थे।

आतंकियों को कौन कर रहा है खत्म

केंद्रीय एजेंसियों के सूत्रों का कहना है, पाकिस्तान में भारत के मोस्ट वांटेड एवं उनके सहयोगी लगातार मारे जा रहे हैं। ऐसा भी नहीं है कि आईएसआई, इन आतंकियों की सुरक्षा का प्रयास नहीं कर रही। इसके बावजूद आतंकी, अज्ञात हमलावरों का निशाना बन रहे हैं। हालांकि आईएसआई की तरफ से ऐसा आरोप लगता है कि इन सब हत्याओं के पीछे भारतीय एजेंसियां हैं। दो तीन सप्ताह के अंतराल पर किसी न किसी आतंकी संगठन जैसे ‘जैश-ए-मोहम्मद’, ‘डी कंपनी’, ‘लश्कर ए तैयबा’, लश्कर-ए-जब्बर और लश्कर-आई-जांगवी आदि के सदस्य मारे जा रहे हैं। पाकिस्तानी आईएसआई ने हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन, जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर और ‘लश्कर ए तैयबा’ प्रमुख हाफिज सईद को सुरक्षा दे रखी है। इन्हें बुलेटप्रूफ गाड़ियां दी गई हैं। उन्हें सतर्क किया है कि वे अपने ठिकाने से बाहर न निकलें।

अभी तक हुआ दर्जनभर आतंकियों का खात्मा

पाक अधिकृत कश्मीर सेक्टर में मुजफ्फराबाद से लगभग 73 किलोमीटर दूर अथमुकाम तहसील में कुछ दिन पहले मियां मुजाहिद मारा गया था।  कहा जाता है कि मियां मुजाहिद जम्मू कश्मीर में 2018 के दौरान सेना के सुंजवान कैंप पर हुए आतंकी हमले में शामिल था जिसका मास्टर माइंड ख्वाजा शाहिद था। आर्मी कैंप पर हुए हमले में तीन आतंकियों के शव मिले थे। वह हमला विफल करने में पांच जवान बलिदान हुए थे। एक जवान के पिता की मौत और महिला एवं बच्चों समेत 10 लोग घायल हुए थे। आतंकियों से एके-56 राइफल, ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला बारूद मिला था। पाकिस्तान में अभी तक अकरम खान उर्फ अकरम गाजी, ख्वाजा शाहिद उर्फ मियां मुजाहिद, मोहम्मद सलीम, दाऊद मलिक, शाहिद लतीफ, मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज, बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज, अबु कासिम, परमजीत सिंह पंजवड़, जहूर मिस्त्री, खालिद रजा और अब्दुल सलाम भट्टावी जैसे आतंकी मारे जा चुके।

डी कंपनी’ का एक गुर्गा हुआ खत्म

23 अक्तूबर को दाऊद इब्राहिम की ‘डी कंपनी’ का एक गुर्गा मारा गया। मोहम्मद सलीम, कराची की दिल्ली कालोनी निवासी था। सलीम की हत्या के बाद उसकी बॉडी, दरगाह अली शाह सखी सरमस्त के निकट ल्यारी नदी में मिली। पुलिस स्टेशन, ल्यारी ने सलीम की बॉडी नदी से निकाली थी। पिछले दिनों वैश्विक आतंकी संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के सरगना मसूद अजहर का करीबी दाऊद मलिक पाकिस्तान के उत्तरी वजीरीस्तान में मारा गया था।

पिछले दिनों पाकिस्तान में मारे गए ये टॉप आतंकी

गत दिनों  पठानकोट हमले का मास्टर माइंड शाहिद लतीफ मारा गया था। दूसरा आतंकी और आईएसआई का एजेंट मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज पाकिस्तान के भीतर अज्ञात लोगों की गोली का शिकार हो गया। इसके बाद पिछले सप्ताह वैश्विक आतंकी संगठन ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के सरगना मसूद अजहर का करीबी दाऊद मलिक मारा गया। ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के अलावा दाऊद मलिक, लश्कर-ए-जब्बर और लश्कर-आई-जांगवी से भी जुड़ा हुआ था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मसूद अजहर, हाफिज सईद, लखवी और दाऊद इब्राहिम जैसे दहशतगर्दों को यूएपीए में आतंकी घोषित किया  है।

बालाकोट एयर स्ट्राइक में बच गया था मलिक

दाऊद मलिक, पाकिस्तान के उत्तरी वजीरीस्तान में मारा गया था। वह अज्ञात लोगों की गोली का निशाना बना। पुलवामा हमले के बाद जब भारतीय सेना ने बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की थी, तो उस वक्त दाऊद मलिक की वहां पर उपस्थिति बताई जाती है। हालांकि बाद में ऐसी जानकारी सामने आई थी कि उसमें दाऊद मलिक बच निकला था। ये सभी आतंकी आईएसआई की सुरक्षा में रहते हैं। दुनिया की आंखों में धूल झोंकने को पाकिस्तान,  इन आतंकियों को लेकर नए पैंतरे चलता रहता है। शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से पहले पाकिस्तान ने कहा था कि मौलाना मसूद अजहर, अफगानिस्तान में है। उसकी गिरफ्तारी को अफगानिस्तान को चिट्ठी लिखी गई है।

पठानकोट हमले का मास्टरमाइंड भी खत्म

भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी शाहीद लतीफ, पाकिस्तान के गुजरांवाला का रहने वाला था। उसे अज्ञात हमलावरों ने बहुत करीब से गोली मारी थी। 2016 का पठानकोट हमले में भारतीय सेना के सात जवान बलिदान हुए थे, शाहीद लतीफ ही उस अटैक का मास्टर माइंड था। उसे आईएसआई से विशेष ट्रेनिंग मिली थी। लतीफ को आतंकी संगठन, जैश-ए-मोहम्मद ने सियालकोट सेक्टर के प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी थी। दूसरा आतंकी, आईएसआई का एजेंट मुल्ला बाहौर उर्फ होर्मुज है। उसे बलूचिस्तान के क्षेत्र में गोली मारी गई थी। बाहौर के बारे में कहा जाता है कि उसने ही ईरान से कुलभूषण जाधव को अगवा कर आईएसआई को  सौंपा था। भारतीय नौसेना से रिटायर कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की जेल में है। जाधव को पाकिस्तानी कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी। इसके खिलाफ भारत ने हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपील की। वहां कुलभूषण की मौत की सजा पर रोक लगी।

इम्तियाज, अबु कासिम और पंजवड़ को मारी गई गोली

20 फरवरी को बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज को रावलपिंडी में गोली मारी गई । वह भारत की आतंकी सूची में था। उसका काम पाकिस्तान से जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कराना था। आईएसआई ने उसे हिजबुल मुजाहिदीन का लांच पैड संभालने की जिम्मेदारी दी थी। पिछले माह ‘लश्कर ए तैयबा’ के प्रमुख हाफिज सईद के करीबी अबु कासिम को रावलकोट में गोली मारी गई। खालिस्तान कमांडो फोर्स का दुर्दांत आतंकी और भारत में मोस्ट वांटेड परमजीत सिंह पंजवड़ की भी पाकिस्तान में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की थी। पाकिस्तान में हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप आतंकी बशीर मीर उर्फ इम्तियाज आलम और जैश का खूंखार आतंकी जहूर मिस्त्री की भी हत्या हुई थी। जहूर मिस्त्री कंधार विमान अपहरण कांड में शामिल था।

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