‘भारत’ नामकरण पर टीएमसी और कांग्रेस के तेवर ढीले

Opposition Will Support If ‘India’ Becomes ‘Bharat’ In Special Session Is Mood Changing
विशेष सत्र में ‘इंडिया’ बना ‘भारत’ तो विपक्ष करेगा समर्थन! क्‍या मिजाज बदल रहा है
‘इंडिया’ बनाम ‘भारत’ विवाद पर विपक्ष के सुर नरम होते दिख रहे हैं। संसद के विशेष सत्र में अगर सरकार इसे लेकर संविधान संशोधन का प्रस्‍ताव लाती है तो शायद ही इसे ज्‍यादा विरोध का सामना करना पड़े। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस दोनों ने कहा है कि उन्‍हें भारत से कोई आपत्ति नहीं है। उनके लिए इंडिया और भारत एक हैं।
मुख्य बिंदु
भारत बनाम विपक्ष की बहस के बीच कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस से आई प्रतिक्रिया
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- भारत हम भी कहते हैं, इंडिया को हटाना गलत
कांग्रेस प्रवक्‍ता सुप्रिया श्रीनेत बोलीं- हमने तो खुद भारत जोड़ो यात्रा निकाली
Bharat Opposition
इंडिया बनाम भारत
नई दिल्‍ली11सितंबर। सरकार ने 18 से 22 सितंबर को संसद का विशेष सत्र बुलाया है। अभी उसने इसका एजेंडा साफ नहीं किया है। हालांकि, इस तरह की अटकलें हैं कि इस सत्र एक महत्वपूर्ण संविधान संशोधन किया जा सकता है। इसमें देश के लिए ‘इंडिया’ के बजाय सिर्फ ‘भारत’ शब्‍द का इस्‍तेमाल करने का प्रस्‍ताव किया जाएगा। अगर विशेष सत्र में सरकार इस दिशा में आगे बढ़ती है तो विपक्ष भी इसका विरोध नहीं कर पाएगा। यानी भारत बनने का रास्‍ता बिल्‍कुल साफ है। इसका अंदाजा विपक्षी दलों के तेवरों को देखकर लगाया जा सकता है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और कांग्रेस प्रवक्‍ता सुप्र‍िया श्रीनेत के रुख से लगता है कि ‘इंडिया’ को सिर्फ ‘भारत’ बनाने में सरकार को ज्‍यादा परेशानी नहीं होने वाली है। जहां तक सरकार का सवाल है तो उसने साफ जाहिर कर दिया है कि उसे इस दिशा में कदम बढ़ाने ही बढ़ाने हैं। जी20 सम्‍मेलन में राष्‍ट्रपति की ओर से मेहमानों को रात्रिभोज के निमंत्रण में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का लिखा जाना इसका सबूत है। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए हर जगह ‘प्राइम मिनिस्‍टर ऑफ भारत’ के लिखे होने ने इस पर मुहर लगा दी।

‘इंडिया’ बनाम ‘भारत’ की बहस को लेकर विपक्ष मिजाज कुछ-कुछ बदलता दिख रहा है। संसद के विशेष सत्र में अगर सरकार इस बारे में प्रस्‍ताव लेकर आती है तो शायद उस पर बहुत विरोध नहीं हो। सोमवार को टीएमसी चीफ और बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी के बयान से इस ओर इशारा मिलता है।

भारत हम भी कहते हैं, यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन उन्होंने इंडिया को काट दिया है यह सही नहीं है। भारत तो हमारे संविधान में भी है। ऐसा लगता है INDIA जो गठबंधन बना है उन्होंने इसलिए नाम बदला है।
ममता बनर्जी, बंगाल की मुख्यमंत्री 

हम भी भारत बोलते हैं: ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘इंडिया बनाम भारत’ विवाद पर कहा कि उन्हें ‘भारत’ से कोई समस्या नहीं दिखती। लेकिन, केंद्र को बिना किसी संवैधानिक संशोधन के ‘इंडिया’ नाम नहीं छोड़ना चाहिए। वह बोलीं, ‘हम इंडिया को हिंदी और बंगाली में भारत भी कहते हैं। यह कोई नई बात नहीं है। लेकिन, उन्होंने इंडिया को हटा देना उचित नहीं है। बिना किसी संवैधानिक संशोधन के इसे बदलना असंवैधानिक है। हमें भारत कहने से कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि, इंडिया को हटा देना गलत है। हमारे पासपोर्ट पर ‘रिपब्लिक ऑफ इंडिया’ लिखा होता है। आंबेडकर ने संविधान में लिखा है ‘वी द पीपुल ऑफ इंडिया’। ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्‍हें लगता है कि ऐसा I.N.D.I.A गठबंधन के जवाब में किया गया है।

हमने तो भारत जोड़ो यात्रा न‍िकाली: सुप्र‍िया श्रीनेत

‘इंडिया’ बनाम ‘भारत’ विवाद पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक न्‍यूज चैनल पर कहा कि यह मुद्दा ही नहीं है। हमने तो खुद भारत जोड़ो यात्रा निकाली। इस विवाद को हवा का गुब्‍बारा करार देते हुए सुप्रिया ने कहा कि कोई अपनी मां को अम्‍मा तो कोई मम्‍मी तो कोई कुछ और कहता है। क्‍या इस बात से मां के लिए प्‍यार कम हो जाता है। भाजपा को I.N.D.I.A नाम से आपत्ति तब शुरू हुई जब विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का यह नाम रखा। भाजपा को I.N.D.I.A नाम से डर लगता है। अगर ऐसा नहीं होता तो इन्‍होंने पहले स्किल इंडिया, स्‍टार्टअप इंडिया जैसे नाम क्‍यों रखे। कांग्रेस को न तो इंडिया से दिक्‍कत है न भारत से। उसके लिए दोनों एक ही हैं।

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