उज्जैन की पीड़िता बचाई गुरुकुल आचार्य ने, हिंदूफोबिक गिरोह के लिए ये हिंदू घृणा का मौका

उज्जैन में खून से लथपथ जिस बच्ची को भटकते सबने देखा, उसके शरीर को गुरुकुल के आचार्य ने अपने वस्त्र से था ढका: पर हिंदू घृणा पर उतारू हो गया गिरोह
उज्जैन नाबालिग रेप पीड़िता

उज्जैन 28 सितंबर। 12 साल की वह बच्ची मध्य प्रदेश के उज्जैन में अर्धनग्न अवस्था में खून से लथपथ कई किलोमीटर तक भटकती रही। सबने उसे देखा पर मदद एक गुरुकुल के आचार्य राहुल शर्मा ने की। अपने वस्त्र से उसके तन को ढका। लेकिन लिबरल-सेकुलर गैंग ने इस हृदयविदारक घटना का इस्तेमाल भी अपनी हिंदू घृणा को दिखाने के लिए किया।

नीचे देखिए सोशल मीडिया में उज्जैन हैशटैग के साथ टाइम्स ऑफ इंडिया के कार्टूनिस्ट संदीप द्वारा शेयर किया गया कार्टून देखिए;


मध्य प्रदेश पुलिस इस बच्ची से दरिंदगी करने वालों की पहचान करने की कोशिश में लगी है। हिरासत में 4 संदिग्ध लिए गए हैं। इनमें से एक ऑटो ड्राइवर है। उसके DNA परीक्षण की तैयारी चल रही है। CCTV फुटेज सहित अन्य सबूत जुटाए जा रहे हैं। बच्ची की हालत अब खतरे से बाहर है।

इस बच्ची को पुलिस के पास राहुल शर्मा ने पहुँचाया था। वे दंडी सेवा आश्रम, बड़ा नगर उज्जैन स्थित एक गुरुकुल में आचार्य हैं। बच्चों को वेद और शास्त्रों की शिक्षा देते हैं।

आचार्य शर्मा ने बताया कि 25 सितंबर 2023 की सुबह करीब 9:30 बजे वे काम से गुरुकुल से बाहर निकले थे। इसी दौरान उन्होंने इस लड़की को बदहवास हालत में पैदल जाते हुए देखा। वह अर्धनग्न थी। उसकी कमर के नीचे वस्त्र नहीं थे। आचार्य राहुल शर्मा ने सबसे पहले अपने अंग वस्त्र (पुजारियों की पोशाक का ऊपरी भाग) से उसका शरीर ढका। उसे हिम्मत बँधाई।

उन्होंने बताया, “मैंने एक लड़की को दर्द से कराहते देखा। वह फटे हुए कपड़े से अपने निजी अंगों को ढकने की कोशिश कर रही थी। पहले तो मैं कुछ समझ नहीं सका। फिर मैंने अपना अंग वस्त्र उतारकर उसके शरीर को ढका।” उन्होंने कहा कि उसके पैर खून से लथपथ थे, मैं उसे देखकर बर्दाश्त नहीं कर सका।

आचार्य राहुल शर्मा ने बताया कि जब बच्ची खुद को सुरक्षित महसूस करने लगी तब उन्हें उसे आश्रम में खाना खिलाया। इस दौरान उन्होंने पीड़िता से कई बार उसके निवास, माता-पिता आदि के बारे में जानना चाहा। लेकिन बच्ची ठीक से कुछ बता नहीं पा रही थी। उन्होंने एक पेन-डायरी ले कर बच्ची से सब कुछ लिखने के लिए कहा। बच्ची यह भी नहीं कर पाई। आखिरकार आचार्य शर्मा ने पुलिस  बुलाने को 100 नंबर पर कॉल किया पर फोन काट दिया गया। इसके बाद उन्होंने महाकाल मंदिर के प्रशासनिक अधिकारीयों से सम्पर्क किया जहाँ से घटना की सूचना स्थानीय थाने को दी गई। तब कहीं जाकर पुलिस ने पहुँच कर बच्ची को अपनी अभिरक्षा में लिया।

DNA सैम्पल के होंगे परीक्षण

इस बीच इंदौर के अस्पताल से आ रही खबरों के मुताबिक बच्ची की हालत अब खतरे से बाहर है। हिरासत में लिए गए ऑटो ड्राइवर का नाम राकेश बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि पहले पुलिस कस्टडी में उसने दुष्कर्म की बात कबूली थी। हालाँकि बाद में वो इस बयान से मुकर गया और घटना में अपनी संलिप्तता से साफ़ इनकार कर रहा है। पुलिस अब राकेश के DNA सैम्पल की जाँच करवा सकती है। पुलिस के मुताबिक उसके ऑटो में खून के छींटे भी मिले हैं, जिनका परीक्षण करवाया जा रहा है।

घटना के ही दिन भोर में 3 बजे पीड़िता का एक और CCTV फुटेज हाथ लगा है। इस फुटेज में वह सड़क के किनारे स्कूल की ड्रेस पहने खड़ी है। बाद में 5:52 बजे सुबह के एक अन्य फुटेज में पीड़िता अर्धनग्न हालत में दिखाई पड़ी। ऐसा माना जा रहा है कि पीड़िता से भोर के 3 बजे से 5:52 के बीच दुष्कर्म हुआ। उधर, अन्य संदिग्धों की तलाश में पुलिस लगातर जाँच जारी रखे हुए है। CCTV फुटेज खँगालने के साथ इलेक्ट्रॉनिक सबूतों पर भी काम चल रहा है। बच्ची के अपनी माँ के साथ भी किए गए दुष्कर्म के दावों की जाँच पुलिस कर रही है।

अब तक कुल 4 संदिग्धों को हिरासत में लिए जाने की खबर है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। ये सभी घटना के दौरान पीड़िता के आसपास दिखाई दिए थे।

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