चंपावत में फीडबैक: चाय विक्रेता नही पहचान पाये मुख्यमंत्री, नज़र पड़ते ही पहचान गए बच्चे

फीडबैक: सूर्यदेव को नमस्कार कर की दिन की शुरुआत, वाॅक पर निकले; आम आदमी बन जनता से पूछा हाल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गोरलचौड़ मैदान में बच्‍चों से मिले
सिर पर ऊंनी टोपी गले पर मफलर लपेटे व ट्रेक सूट पहने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सर्किट हाउस से सुबह की सैर पर निकल पड़े। इससे पहले उन्‍होंने सूर्यदेव को नमस्कार करते हुए अच्छे दिन की प्रार्थना की और फिर चल पड़े।

गणेश पांडे,

चंपावत:24 फरवरी  शुक्रवार का दिन। पिछले तीन-चार दिनों की तरह शुष्क मौसम। दिन में भले अच्छी धूप खिल रही है, लेकिन 1615 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चंपावत की सुबह-शाम अभी ठंडक लिए हुए है। सुबह के छह बजकर 48 मिनट हुए हैं। तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास। पौ फटने को है।

सिर पर ऊंनी टोपी, गले पर मफलर लपेटे व ट्रेक सूट पहने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सर्किट हाउस से सुबह की सैर पर निकल पड़े। धामी ने कदम नापने शुरू किए। लालिमा लिए सूर्यदेव की पहली किरण धरती पर पड़ने लगी धामी के कदम ठहर पड़े और हाथ जुड़े। सूर्यदेव को नमस्कार करते हुए अच्छे दिन की प्रार्थना कर कदम फिर चल पड़े।

मुख्यमंत्री धामी नित्यानंद जोशी की चाय की दुकान पर पहुंचे
ब्लाक रोड से आगे बढ़ते हुए मुख्यमंत्री धामी नित्यानंद जोशी की चाय की दुकान पर पहुंचे।

नमस्कार करते हुए कहा-

 पंडित ज्यू पैलाग।

आशीर्वाद कहते हुए जोशी ज्यू ने पूछा-

 और कस छौ? काछै ड्यूटी?

पंडित ज्यू न पछ्यांण नहा कि?

अब कुछ मुस्कुराते हुए जोशी जी बोले-

देख न्याक तो लाग नौछा, पछ्यांण न।

तब किसी ने कहा कि ये मुख्यमंत्री साहब हैं। साथ में पुलिस का जवान न कोई अफसर।

इस सादगी को देख 53 वर्षीय नित्यानंद जोशी को भरोसा नहीं हुआ कि मुख्यमंत्री धामी उनके यहां चाय पीने पहुंचे हैं। तब धामी ने कुशल लेते हुए पूछा-

कस छौ? कस चलि रौछ काम-काज?

हाथ जोड़े व चेहरे पर चमक बिखेरे पंडितजी अब आत्मविश्वास से भरे हैं। कह रहे हैं-

25 साल से चाय की दुकान लगा रहा हूं।

……सब ठीकै चलि रौछ।

अब आगे बढ़ने की बारी है।

धामी ने पूछा- गुरु कतुक डबल भ्यान?

गुरु न रुपये बता पा रहे हैं, न रुपये लेने का साहस जुटा पा रहे हैं। घर आए मेहमान को चाय पिलाने की परंपरा जो अपने समाज में कायम है।

खैर, धामी ने 100 रुपये का नोट काउंटर पर रखा और हाथ जोड़ विदा ली। कुछ आगे बढ़ने पर घर के बाहर खड़े सात वर्षीय ऋयांश से बात करते हुए नाम, स्कूल पूछा। नागनाथ वार्ड होते हुए गुजरते धामी ने पानी भरतीं महिलाओं से वहां पेयजल की स्थिति के बारे में पूछा। महिलाओं ने बताया कि नल पर नियमित पानी आ रहा है। मुख्य बाजार से निकलते हुए व्यापारियों से बात करते, हाल लेते हुए मुख्यमंत्री आगे बढ़ गए।

करीब साढ़े तीन किलोमीटर चलने के बाद धामी गोरलचौड़ मैदान आ गए हैं। मैदान पर बच्चे क्रिकट का अभ्यास कर रहे हैं। बच्चों ने अपने मुख्यमंत्री को पहचानने में पल भर की देरी नहीं की। धामी ने बच्चों को खेलों के लिए प्रोत्साहित किया। उज्ज्वल भविष्य को आशीर्वाद देते हुए बोले कि खुले मैदान को जल्द ही स्टेडियम का रूप दिया जाएगा। इससे प्रेक्टिस अच्छे से हो सकेगी। बच्चे उत्साहित हैं। एक घंटे घूमने के बाद मुख्यमंत्री अब सर्किट हाउस के लिए लौट गए हैं।

(साभार दैनिक जागरण की रपट)

*चंपावत में मॉर्निंग वॉक पर निकले धामी ने विकास कार्यों पर लिया सामान्य जन का फीडबैक तो युवाओं का भी किया उत्साहवर्धन*

*अक्सर अपने जिला भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री सुबह की सैर पर निकल मिलते हैं  सामान्यजन से, ग्राउंड पर करते हैं गुड गवर्नेंस का रियलिटी चेक*

अपने चंपावत भ्रमण में मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी आज मॉर्निंग वॉक पर निकले और  क्षेत्र के लोगों से बातचीत कर न केवल विकास कार्यों को लेकर फीडबैक लिया बल्कि सामान्यजन की समस्याओं को भी जाना।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने जिला भ्रमण में प्रातः कालीन सैर पर अवश्य जाते हैं। रुद्रप्रयाग, पौड़ी, देहरादून आदि जगहों पर वे अक्सर ऐसा करते देखे गए हैं। ऐसा करने के पीछे उनका उद्देश्य यही है कि बगैर किसी ताम झाम  सामान्य जन की वास्तविक समस्याओं को जान विकास कार्यों पर भी फीडबैक लें।
इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने चंपावत भ्रमण में प्रातः सैर पर निकले। श्री धामी सर्किट हाउस से निकलते हुए ब्लॉक रोड नित्यानंद जोशी की चाय की दुकान पर पहुंचे और सबसे पहले सूर्य का नमस्कार किया। फिर चाय की चुस्की के साथ नित्यानंद जोशी और अन्य लोगों से बात करते हुए उनका हाल चाल जाना। इस दौरान उन्होंने सरकारी योजनाओं, कार्यक्रमों और विकास कार्यों पर चर्चा की। इसी दौरान वहां मौजूद अबोध ऋयांश से भी उन्होंने बातें की और अपना आशीर्वाद दिया।
इसके बाद वे नागनाथ वार्ड होते हुए निकले जहां उन्होंने पानी भर रही महिला से बातें की और पेयजल की स्थिति जानी, जिस पर महिला ने मुख्यमंत्री को बताया कि पानी नियमित आ रहा है।

उसके बाद मुख्यमंत्री मुख्य बाजार होते हुए गोरलचोड़ मैदान पहुंचे। मुख्य बाजार में उन्होंने दुकान स्वामियों से भी बात कर उनके हाल चाल जाने ।
गौरलचौड़ मैदान पंहुचकर मुख्यमंत्री ने वहॉ विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं की प्रेक्टिस कर रहे युवाओं से बातें की और उनका उनका उत्साहवर्धन करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

 

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