किसान आंदोलन में गैंगरेप में पीड़िता के पिता ने पुलिस को सौंपा कुकृत्य का वीडियो

बहादुर गढ़ के टिकरी बॉर्डर के किसान धरना स्थल पर रखा हुआ युवती का शव
आंदोलनरत युवती से रेप का मामला:पश्चिमी बंगाल के ट्रेड यूनियन के नेता ने बेटी के साथ हुए कुकृत्य का वीडियो पुलिस को सौंपा, योगेंद्र यादव से पूछताछ
किसान आंदोलन में शामिल पश्चिमी बंगाल की युवती के साथ दुराचार के मामले पर बवाल मचाा हुआ है। इस मामले में मृतक युवती के पिता एवं पश्चिमी बंगाल के ट्रेड यूनियन के नेता ने कुकृत्य का वीडियो पुलिस को सौंपा है, वहीं प्रदेश की सरकार भी इस मामले में न्याय के लिए संजीदा है। हरियाणा के किसान नेता योगेंद्र यादव के अलावा संबंधित युवती की सहयोगी वालंटियर्स कविता और योगिता को नोटिस जारी किया गया है। मंगलवार दोपहर बाद योगेंद्र यादव पुलिस पूछताछ में शामिल होने के लिए पहुंचे।

बता दें कि पश्चिमी बंगाल के हुगली जिले से ताल्लुक रख्ती वहां के ट्रेड यूनियन के नेता की बेटी भी बीते दिनों हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर झज्जर जिले के टीकरी में चल रहे किसानों के धरने में शामिल होने के लिए आई थी। उस युवती की मौत हो गई। आरोप उठा कि उसके साथ दुराचार हुआ है। रेप और कोरोना संक्रमण से उसकी मौत हो गई बताई जा रही है। किसान नेताओं समेत 6 के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद पूरे आंदोलन पर सवाल खड़े हो गए हैं।

मंगलवार को सामने आई जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुलिस अधिकारियों से जहां पूरे मामले की रिपोर्ट हासिल की है, वहीं राज्‍य के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि आंदोलन की आड़ में ऐसे कृत्यों को स्वीकार नहीं किया जा सकता। मामले में ए‍क-एक आरोपी की गिरफ्तारी होगी। विज ने पुलिस महानिदेशक मनोज यादव और झज्जर के SP को निर्देश दिए कि मामले की तह में जाकर वास्तविक दोषियों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाए। इससे पहले लड़की के पिता ने पुलिस को कई ऐसे सबूत सौंपे हैं, जिनके आधार पर पुलिस को वास्तविक अपराधियों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है। विज का कहना है कि इस मामले पर पूरी कार्रवाई की जा रही है। एक-एक आदमी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए हैं।

दूसरी ओर, हरियाणा महिला आयोग ने भी झज्‍जर के SP से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। आयोग की कार्यकारी चेयरमैन प्रीति भारद्वाज ने कहा कि आयोग इस मामले में लड़की के परिवार की यथासंभव मदद करेगा। प्रीति के अनुसार नोटिस में सलाह दी है कि वह स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन करके पूरे मामले की जांच कराएं और उसकी एक रिपोर्ट उन्हें भेजें।

हालांकि हरियाणा पुलिस अभी तक जिस नतीजे पर पहुंची है, उसके मुताबिक आंदोलन का संचालन करने वाले तथाकथित कई नेताओं को उसकी पहले से जानकारी थी। इसके बावजूद इस घिनौने कृत्य को न केवल कई दिनों तक छिपाया जाता रहा, बल्कि इस मामले को रफा-दफा करने की आखिर तक कोशिश होती रही। ऐसा लड़की के पिता द्वारा दर्ज कराई गई FIR के बाद सामने आए किसान संगठनों के नेताओं के बयान से भी आभास हो रहा है। इससे पहले जिम्मेदार लोग चुप्पी साधे रहे। इसी के चलते योगेंद्र यादव, कविता और योगिता को नोटिस जारी करना पड़ा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी तक की जांच मेंं युवती के साथ ट्रेन में छेड़छाड़ की पुष्टि हो चुकी है। कुछ से पूछताछ का क्रम जारी है, वहीं बाकी की धर-पकड़ के लिए तीन टीमें लगातार छापे मार रही हैं।

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