ठसक और सुरक्षा को नमस्ते, मुख्यमंत्री ने छोड़ी शानदार फार्च्यूनर कार

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की नई पहल, बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ी को छोड़कर इनोवा में बैठने का लिया निर्णय, जनता से दूरी कम करने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई पहल की है।

देहरादून 06 अप्रैल।जनता से दूरी कम करने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री की ठसक छोड़ नई पहल की है। उन्होंने जनता से संपर्क में बाधा बन रही बुलैट प्रूफ शानदार फॉर्च्यूनर गाड़ी को छोड़कर इनोवा से सार्वजनिक कार्यक्रमों में आने-जाने का निर्णय लिया है।देहरादून 06 अप्रैल। जनता से दूरी कम करने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नई पहल की है। उन्होंने जनता के साथ सीधे संपर्क में बाधा बन रही बुलैट प्रूफ शानदार फॉर्च्यूनर गाड़ी को छोड़कर इनोवा से सार्वजनिक कार्यक्रमों में आने-जाने का निर्णय लिया है। फॉर्च्यूनर के बुलेट प्रूफ होने से उसके शीशे नहीं खुल पाते थे, इस कारण वे जनता से मिल नहीं पाते थे। इनोवा से सफर करने पर अब वे जनता और कार्यकर्त्‍ताओं से सीधे तौर पर मिल सकेंगें। मुख्यमंत्री जनता के प्रति कितने संवेदनशील और उनसे कितना जुड़ाव रखते हैं, यह उनके इस निर्णय से साबित होता है।

कोरोना के संक्रमण से मुक्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने महसूस किया कि फॉर्च्यूनर गाड़ी से सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाने के कारण वे जनता से खुलकर नहीं मिल पाते हैं और उनकी समस्याएं वे जान नहीं पाते हैं। बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर गाड़ी यूं तो सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है और हर मुख्यमंत्री के पास सुरक्षा साधनों से लैस वाहन होता है, परंतु मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जनता की समस्याओं के सामने अपनी सुरक्षा को भी द्वितीय स्थान पर रखा और उन्होंने इनोवा से सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री के इस निर्णय की सभी ने प्रशंसा की।

लोगों से मुलाकात भी शुरू


कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बीजापुर हाउस में लोगों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने सभी की समस्याओं को सुना और उनके निस्तारण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता सर्वोपरि है, लोगों की समस्याओं को दूर करना सरकार का दायित्व है। कोशिश की जा रही है कि लोगों की शिकायतों और समस्याओं का निराकरण स्थानीय स्तर पर ही हो जाए। वर्चुअल रात्रि चौपाल इसी क्रम में आयोजित की जा रही हैं। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि लोगों को अपने काम के लिए अनावश्यक चक्कर न काटने पड़े। जनता और प्रशासन के बीच संवाद कायम किया जा रहा है। जन भावनाओं के अनुरूप प्रदेश के विकास के लिए राज्य सरकार कृत संकल्प है। सबका साथ और सबका विकास के ध्येय से विकासपरक योजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।

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