परिवहन-समाज कल्याण मंत्री चंदनराम दास दिवंगत, 28 तक राजकीय शोक

धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का अस्पताल में निधन, 65 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
उत्तराखंड के परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास का आकस्मिक निधन
Who is Chandan Ram Das बागेश्वर विधानसभा सुरक्षित सीट से चार बार विधायक और वर्तमान में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का बुधवार को दोपहर एक बजे कार्डियक अटैक के कारण आकस्मिक निधन हो गया है। वह 65 वर्ष के थे।

बागेश्वर26 अप्रैल: उत्तराखंड के परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास का आकस्मिक निधन हो गया है। उन्होंने जिला चिकित्सालय बागेश्वर में उपचार के दौरान अंतिम सांस ली। सीएमओ के अनुसार उन्हें हार्ट अटैक हुआ और उनका ब्लेड प्रेशर कंट्रोल नहीं हो सका।

बागेश्वर विधानसभा सुरक्षित सीट से चार बार विधायक और वर्तमान में प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का बुधवार को दोपहर एक बजे कार्डियक अटैक के कारण आकस्मिक निधन हो गया है। वह 65 वर्ष के थे। सौम्य व मधुर व्यवहार के धनी श्री चंदन राम दास मंगलवार को देर सांय अपने गृह जनपद पहुंचे थे। आज उन्हें जिला योजना की बैठक सहित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होना था।

बुधवार सुबह से उन्हें सांस लेने में दिक्क्त होने लगी थी। जिन्हें लगभग पौने 12 बजे के आसपास जिला चिकित्सालय में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। लेकिन उनका स्वास्थ्य लगातार गिरने लगा। ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं होने के कारण कार्डियक अटैक पड़ने से उन्होंने अंतिम सांस ली। मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर डीपी जोशी ने मंत्री चंदन राम दास के निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्हें कार्डियक अटैक पड़ने से उनका निधन हुआ है।

3 DAY STATE MOURNING DECLARED ON TRANSPORT MINISTER CHANDAN RAM DAS DEATH
कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन पर 3 दिन का राजकीय शोक, सभी मंत्रियों ने रद्द किये कार्यक्रम

परिवहन मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी समेत सभी मंत्रियों ने अपने सभी कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया है.

चंदन रामदास के निधन पर मुख्यमंत्री धामी दुखी

चारधाम यात्रा के शुरुआत में ही धामी सरकार के लिए दुखद खबर सामने आई है. आज धामी सरकार के परिवहन मंत्री चंदन राम दास का निधन हो गया.

कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास ने बागेश्वर के जिला अस्पताल में अंतिम सांस ली.

चंदन रामदास के निधन की खबर मिलने के बाद धामी सरकार के सभी मंत्रियों ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिये है. वहीं, चंदन रामदास के निधन के बाद 3 तीन का राजकीय अवकाश घोषित कर दिया है.

राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि आज एक दिन के लिए प्रदेश के सभी कार्यालय, बैंक, कोषागार, उपकोषागार बंद रहेंगे और 26 अप्रैल से 28 अप्रैल तक (तीन दिन) तक प्रदेश में राजकीय शोक रहेगा. इसके साथ ही प्रदेश के समस्त जनपदों के सरकारी कार्यालयों में राष्ट्र ध्वज आधे झुके रहेंगे.

3 दिन का राजकीय शोक घोषित

इसके साथ ही जिस जनपद में चंदन राम दास का अंतिम संस्कार सम्पन्न होगा, उस दिन उस जनपद में प्रदेश सरकार के सभी कार्यालय बंद रहेंगे. चंदन राम दास का अन्त्येष्टि संस्कार पुलिस सम्मान के साथ किया जाएगा. ये आदेश सचिव विनोद कुमार सुमन की ओर से जारी किया गया है.

POLITICAL LEADERS AND MINISTERS EXPRESSED CONDOLENCES AFTER CHANDAN RAM DASS DEATH IN UTTARAKHAND
यकीन नहीं हो रहा है कि तुम हमें छोड़कर चले गए…चंदन राम दास के निधन पर भावुक हुए नेता-मंत्री

उत्तराखंड में सरल स्वभाव और मृदुल भाषी नेता के रूप में पहचाने जाने वाले चंदन राम दास के निधन पर सभी दुखी नजर आ रहे हैं. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, सभी नेता और मंत्री उनके निधन पर भावुक हो रहे हैं. उन्होंने उनके निधन पर गहरा दुख जताकर शोक जताया है.

यकीन नहीं हो रहा है कि तुम हमें छोड़कर चले गए…ये शब्द उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के हैं. अपने साथी और कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास की अचानक मृत्यु की खबर से स्तब्ध पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया से अपने दुख को व्यक्त किया है. पूर्व मुख्यमंत्री के साथ ही भाजपा, कांग्रेस और तमाम नेताओं ने चंदन रामदास के निधन पर शोक जताया है.

बता दें कि, कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास बागेश्वर के दौरे पर थे. यहां दोपहर करीब 1 बजे उनकी तबीयत बिगड़ी और उनको बागेश्वर जिला अस्पताल भर्ती कराया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. जानकारी के अनुसार उन्हें हृदय रोग से जुड़ी हुई बीमारी की वजह से अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरों ने उन्हें सीपीआर भी दिया गया लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी.चंदन राम दास की निधन की खबर के बाद सबसे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई. उन्होंने अपने वरिष्ठ सहयोगी के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख जताया. इसके बाद सभी नेताओं की ओर से प्रतिक्रियाएं सामने आती रहीं. बीजेपी की ओर से मंत्री धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, सौरभ बहुगुणा की ओर से ट्वीट कर शोक व्यक्त किया गया.

 

सौरभ बहुगुणा का कहना था कि वो इसलिए भी स्तब्ध हैं क्योंकि मंत्री चंदन राम दास से बीते दिन ही उनकी मुलाकात अल्मोड़ा के एक कार्यक्रम में हुई थी. वहीं, इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक भावुक करने वाला पोस्ट किया. त्रिवेंद्र ने लिखा कि, उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि चंदन राम दास उन सबको छोड़ गए. चंदन राम दास का अचानक चले जाना बेहद ही कष्टप्रद है. पार्टी ने आज अपना एक कर्मठ सिपाही खो दिया है.

 

चंदन राम दास के निधन पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा है, उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन का समाचार हृदयविदारक है. ऐसे में वो दिवंगत पुण्यात्मा को शांति और शोकाकुल परिवार को धैर्य मिले, इसकी कामना करते हैं. कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने लंबे समय तक चंदन रामदास के साथ काम किया. इस दौरान उन्होंने देखा कि सरल स्वभाव और मृदुल भाषी व्यवहार से वो सबका दिल जीतते थे.

वहीं, भाजपा के साथ ही विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से भी मंत्री चंदन रामदास को श्रद्धांजलि दी गई. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने चंदन राम के निधन को जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति बताया है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी दुख जताते हुए लिखा है कि उनके साथ लंबे समय तक संबंध रहा. वे सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता थे.

 

गौर हो कि बागेश्वर से विधायक और उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता थे और वो पिछले चार बार से बीजेपी विधायक रहे हैं. उत्तराखंड में भाजपा के दलित नेताओं की सूची में चंदन रामदास का नाम सबसे पहले आता था

गौर हो कि मंत्री चंदन रामदास पिछले काफी वक्त से बीमार चल रहे थे. बुधवार को बागेश्वर दौरे पर उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद उन्हें बागेश्वर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान मंत्री चंदन रामदास ने दम तोड़ दिया. इससे पहले भी गैरसैंण विधानसभा सत्र के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी थी और उन्हें सत्र छोड़कर जाना पड़ा था।

 

छात्र राजनीति से कैबिनेट मंत्री तक

चंदन राम दास का राजनीतिक करियर 1980 में शुरू हुआ। वह 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पूर्व एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने। 1980 से राजनीति जीवन की शुरूआत की। 2006 में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की प्ररेणा पर भाजपा में शामिल हुए। 2007, 2012, 2017 और 2022 में वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए।

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