बिग बुल: मुडीतुडी शर्ट में जा पहुंचा मोदी से मिलने, फ्लोटर पहन वित्त मंत्री से भेंट

मनमौजी ‘बिग बुल’ की 5 पर्सनल कहानियां:सिकुड़ी शर्ट पहनकर प्रधानमंत्री से मिलने चले जाना, बीवी की चूड़ियां तक बेचकर इन्वेस्टमेंट की बात कहना; ऐसी है झुनझुनवाला का व्यक्तित्व

राकेश झुनझुनवाला इन दिनों चर्चाओं में छाए हैं। पहली वजह 5 अक्टूबर की एक तस्वीर है, जिसमें वो PM मोदी के साथ मुड़ी-तुड़ी शर्ट पहने हुए खड़े हैं। दूसरी वजह 11 अक्टूबर को उनकी नई-नवेली एअरलाइंस को सरकार की तरफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र यानी NOC मिलना है।

राकेश झुनझुनवाला को भारतीय स्टॉक मार्केट का ‘बिग बुल’ कहा जाता है। उन्होंने 1985 में महज 5 हजार रुपए से शुरुआत की थी। फोर्ब्स के मुताबिक इस वक्त उनकी नेटवर्थ 44 हजार करोड़ रुपए है। उनकी पर्सनैलिटी का एक दूसरा पहलू भी है। कभी वो व्हील चेयर में बैठकर ही कजरारे-कजरारे पर डांस करते दिख जाएंगे। कभी ये कहते हैं, ‘मैं मछली की तरह पीता हूं।’ तो चलिए, उनकी जिंदगी के इस दूसरे पहलू को पांच बातों से जानते हैं…

जिंदादिलीः व्हीलचेयर पर कजरारे-कजरारे डांस

सोशल मीडिया पर राकेश झुनझुनवाला का एक वीडियो है। इसमें वो व्हील चेयर पर बैठे हुए कजरारे-कजरारे गाने पर डांस कर रहे हैं। झुनझुनवाला डायबिटीज के शिकार हैं, जिससे उनके पैर में सूजन रहती है। वो ठीक से चल भी नहीं सकते हैं, लेकिन व्हील चेयर पर उनका डांस बिग बुल की जिंदादिली का सबूत है।

 

 

इस वीडियो में झुनझुनवाला के साथ उनकी पत्नी रेखा, करीबी दोस्त उत्पल सेठ, अमित गोएला और परिवार के कई सदस्य दिख रहे हैं।

बेफिक्रीः वित्तमंत्री के सामने फ्लोटर्स, PM के सामने मुड़ी-तुड़ी शर्ट

राकेश झुनझुनवाला के व्यक्तित्व की एक और खास बात उनकी बेफिक्री है। वो औपचारिकताओं में नहीं फंसते। पिछले दिनों उनकी दो तस्वीरें खूब चर्चा में रहीं। पहली तस्वीर में वो निर्मला सीतारमण से मिलने चप्पल पहनकर पहुंच गए थे। दूसरी तस्वीर में वो प्रधानमंत्री के साथ बिना प्रेस की शर्ट पहने दिख रहे हैं।

राकेश झुनझुनवाला के सामने उनकी पत्नी रेखा और प्रधानमंत्री मोदी खड़े हैं

इस बारे में सवाल पूछे जाने पर झुनझुनवाला ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में मुस्कुराते हुए बताया, ‘मैंने 600 रुपए देकर अपनी शर्ट प्रेस कराई थी। इसके बाद भी उसमें सिलवटें पड़ गईं तो मैं क्या करूं। मैं तो शॉर्ट्स पहनकर ऑफिस भी चला जाता हूं।’

इसी इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि PM मोदी से मुलाकात में क्या बात हुई। झुनझुनवाला ने बेफिक्री से जवाब देते हुए कहा, ‘सुहागरात में मेरी बीवी से क्या बात हुई। ये सब कोई बताने वाली बात है क्या?’

सादगीः अगर आज की 10% ही संपत्ति होती, तो भी मैं सेम लाइफ जीता

राकेश झुनझुनवाला से एक इंटरव्यू में पूछा गया कि पिछले 18 महीने में आपका पोर्टफोलियो रॉकेट की तरह बढ़ा है। आपकी नेटवर्थ 40 हजार करोड़ पहुंच गई है। इसे कैसे देखते हैं? इस पर झुनझुनवाला बेहद सादगी से कहते हैं, ‘किसको गिनना है, क्या गिनना है। किसको बैलेंस शीट दिखानी है। हमारी एक पार्टनर है उसको कोई इंट्रेस्ट नहीं है। मेरे पास आज जितनी संपत्ति है अगर उसका 10-15% भी होता, तब भी यही जिंदगी होती। मैं वही व्हिस्की पीता, उसी कार का इस्तेमाल करता, ऐसे ही घर में रहता। इसीलिए मैं गिनता नहीं हूं। मैं ये काम करता हूं, क्योंकि मुझे यही आता है।’

राकेश झुनझुनवाला अपनी कमाई का 25% हिस्सा दान कर देते हैं।

पछतावाः शराब और सिगार की आदत

साल 2010 में फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बातचीत में झुनझुनवाला ने बताया था कि वो डायबिटीज के मरीज हैं। शराब और सिगार की आदतों पर बात करते हुए झुनझुनवाला ने कहा था कि उन्हें एहतियात बरतने की जरूरत है।

झुनझुनवाला ने कहा, ‘मैंने एहसास किया है कि मुझे कड़े अनुशासन का पालन करना होगा। मैं डायबिटिक हूं और मछली की तरह पीता हूं। मैं मेरे जुड़वां बेटों को 25 साल का होता देखना चाहता हूं।’

राकेश झुनझुनवाला को साल 2009 में जुड़वा बच्चे पैदा हुए थे।

इकोनॉमिक टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में झुनझुनवाला ने कहा कि मुझे जीवन में कोई पछतावा नहीं है। मेरी एक ही तमन्ना रही कि मुझे अपनी पर्सनल आदतें सुधारनी चाहिए थी और ज्यादा एक्सरसाइज करना चाहिए था।

निडरताः बीवी की चूड़ियां तक बेचने को तैयार

राकेश झुनझुनवाला को रिस्क लेने में कभी डर नहीं लगा। शुरुआती दिनों में उन्होंने अपने भाई के क्लाइंट से पैसे उधार लिए और उसे ब्याज सहित लौटाने का वादा किया।

झुनझुनवाला को पहला मुनाफा 1986 में हुआ जब उन्होंने टाटा टी के 5 हजार शेयर 43 रुपए की दर से खरीदे। स्टॉक मार्केट बढ़ा और तीन महीने में ही शेयर के दाम 143 रुपए पहुंच गए। उन्हें तीन महीने में ही तीन गुना मुनाफा हुआ। तब से उनके रिस्क लेने का सफर जारी है।

इकोनॉमिक टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में राकेश झुनझुनवाला ने कहा, ‘मुझे मार्केट और औरत में इंट्रेस्ट है। औरत प्यार से चलती है और मार्केट रिस्क से। रिस्क लेना मेरी आदत है। बाजार जब अच्छे मौके देती है तो मैं अपनी पत्नी की चूड़ियां तक बेच कर निवेश करने के लिए तैयार हूं।’

राकेश झुनझुनवाला की अपनी पत्नी और कुछ पत्रकारों के साथ हाल ही में ली गई तस्वीर

5 हजार रुपए से 44 हजार करोड़ बनाया

राकेश झुनझुनवाला के पिता एक इनकम टैक्स ऑफिसर थे। 1985 में झुनझुनवाला जब कॉलेज में पढ़ रहे थे तभी से शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट करना शुरू कर दिया था। उस वक्त सेंसेक्स 150 पॉइंट पर था और आज 60 हजार पार कर चुका है।

झुनझुनवाला की सबसे अहम होल्डिंग टाटा की घड़ी और ज्वेलरी कंपनी टाइटन में है। इसके साथ ही स्टार हेल्थ इंश्योरेंस, मेट्रो ब्रैंड्स और कॉनकॉर्ड बायोटेक सहित कई और कंपनियों में भी झुनझुनवाला का स्टेक है। झुनझुनवाला के पास स्पाइसजेट और जेट एयरवेज में भी 1-1% की हिस्सेदारी है।

2003 में राकेश झुनझुनवाला ने अपनी खुद की स्टॉक ट्रेडिंग फर्म RARE इंटरप्राइसेस शुरू की। ये फर्म राकेश और उनकी पत्नी रेखा के नाम पर बनी है। RA यानी राकेश और RE यानी रेखा झुनझुनवाला। रेखा झुनझुनवाला भी एक स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर हैं। दोनों ने 1989 में शादी की थी। रेखा का भी अपने पति की तरह ही कई कंपनियों में स्टेक है।

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