उपचुनाव:आजमगढ़ और रामपुर में भारी उलटफेर, भाजपा ने सपा से दोनों संसदीय सीटें छीनी, पंजाब में हारे आआपा- अकाली

Azamgarh Loksabha ByPoll Results: सपा के गढ़ आजमगढ़ में निरहुआ ने किया बड़ा उलटफेर, धर्मेंद्र यादव करीब 10 हजार वोटों से हारे

 

उत्तर प्रदेश में आजम-अखिलेश के गढ़ में योगी का कमाल; रामपुर सीट पर भाजपा की बड़ी जीत

नई दिल्ली 26 जून। लोकसभा की 3 और विधानसभा की 7 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर BJP उलटफेर कर रही है। रामपुर में भाजपा के घनश्याम लोधी सपा प्रत्याशी आसिम राजा से 42 हजार से भी अधिक वोटों से जीत हासिल की है। वहीं, इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट के मुताबिक, आजमगढ़ में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ 11,213 वोटों से आगे चल रहे हैं, जबकि सपा के ​​​धर्मेंद्र यादव दूसरे नंबर पर हैं।

पंजाब के संगरूर में शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान ने 5,822 वोटों से जीत दर्ज की है। आम आदमी पार्टी के गुरमेल सिंह दूसरे नंबर पर रहे, जबकि कांग्रेस के दलवीर गोल्डी तीसरे नंबर पर रहे। यहां पर अकाली दल और BJP के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है।

विधानसभा की भी 7 सीटों में से 6 के नतीजे आ चुके हैं। इन सीटों पर 23 जून को वोटिंग हुई थी। इसमें दिल्ली की राजेंद्र नगर सीट पर आप ने जीत हासिल की है। वहीं, त्रिपुरा की 4 में से 3 सीटों पर भाजपा और 1 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। आंध्र प्रदेश की आत्मकुर सीट पर YSR कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। झारखंड की मांडर सीट पर कांग्रेस आगे चल रही है।

 

उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट

रामपुर में सपा के आसिम राजा और भाजपा के घनश्याम लोधी के बीच मुकाबला था। यहां कांग्रेस ने चुनाव नहीं लड़ा। उधर, आजमगढ़ में सपा के धर्मेंद्र यादव, भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ और बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्‌डू जमाली के बीच त्रिकोणीय टक्कर रही।

आजमगढ़ अखिलेश और रामपुर की सीट आजम खान के इस्तीफा देने से खाली हुई थी। दोनों जगहों पर पहले समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है।

पंजाब की संगरूर सीट

भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई संगरूर लोकसभा सीट पर AAP ने गुरमेल सिंह को, कांग्रेस ने दलवीर सिंह गोल्डी और BJP ने केवल ढिल्लों को मैदान में उतारा था। वहीं, अकाली दल (अमृतसर) ने सिमरनजीत सिंह मान को प्रत्याशी बनाया था।

विधानसभा की इन 7 सीटों पर उपचुनाव हुए

दिल्ली की राजेंद्र नगर सीट

AAP के राघव चड्ढा के राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई इस सीट पर AAP ने दुर्गेश पाठक, भाजपा ने पूर्व पार्षद राजेश भाटिया और कांग्रेस ने प्रेम लता को मैदान में उतारा था। इस सीट पर आप के दुर्गेश पाठक ने 11,468 वोटों से जीते हैं।

त्रिपुरा में 4 सीटों पर चुनाव

त्रिपुरा में अगरतला, बोरदोवाली टाउन और सूरमा से भाजपा विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था, जबकि जुबाराजगर से माकपा विधायक का निधन हो गया था। बोरदोवाली टाउन सीट पर CM माणिक साहा ने कांग्रेस के आशीष कुमार साहा के खिलाफ जीत हासिल की है। माणिक ने 6,104 वोटों से जीत दर्ज की है।

अगरतला सीट पर BJP के पूर्व विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की है। जुबाराजगर सीट पर भाजपा के मलिना देबनाथ ने जीत हासिल की है। वहीं, सूरमा सीट पर भाजपा के स्वप्न दास ने जीत हासिल की है।

झारखंड की मांडर विधानसभा सीट: यहां कांग्रेस की नेहा तिर्की आगे चल रही हैं। वहीं, BJP की गंगोत्री कुजूर दूसरे नबंर पर हैं।

आंध्र प्रदेश की आत्मकुर विधानसभा सीट: आंध्र प्रदेश के आत्मकुर में कांग्रेस के विधायक मेकापति गौतम रेड्डी की मृत्यु के बाद खाली हुई सीट पर YSR कांग्रेस ने उनके भाई विक्रम रेड्डी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर YSR कांग्रेस ने 82,888 वोटों से जीत हासिल की है। वहीं, भाजपा के जी भरत कुमार यादव दूसरे नंबर पर रहे।

 

 

Azamgarh Loksabha By Election Results 2022: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में लोकसभा उप चुनाव के वोटों की गिनती जैसे-जैसे आगे बढ़ी, उस प्रकार मुकाबला कांटे का होता चला गया। पहले 15 राउंड तक समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव आगे निकले रहे। लेकिन, इसके बाद अगले चार से पांच राउंड तक दिनेश लाल यादव निरहुआ बढ़त बनाई। इसके बाद एक बार फिर मुकाबला बराबरी पर आया। आखिरकार जीत मिली।
आजमगढ़: आजमगढ़ लोकसभा उप चुनाव (Azamgarh Loksabha By Election) में बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने बड़ी जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी (Samjawadi Party) के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव (Dharmendra Yadav) को दूसरे नंबर से संतोष करना पड़ा। निरहुआ ने धमेंद्र यादव को 10 हजार से ज्‍यादा वोटों से हराया है। जीत हासिल करने के बाद निरहुआ ने इसे जनता की जीत बताया है। उन्‍होंने ट्वीट किया- जनता की जीत! आजमगढ़वासियों आपने कमाल कर दिया है। यह आपकी जीत है। उपचुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही जिस तरीके से आप सबने भाजपा को प्यार, समर्थन और आशीर्वाद दिया, यह उसकी जीत है। यह जीत आपके भरोसे और देवतुल्य कार्यकर्ताओं की मेहनत को समर्पित है।

आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ जीते

इस चुनावी मुकाबले में सबसे अधिक बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार गुड्‌डू जमाली (Guddu Jamali) ने चौंकाया। भले ही वे तीसरे स्थान पर रहे, लेकिन उन्होंने जिस प्रकार से अपने स्थान पर मजबूती से चुनाव लड़ा, उसने समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी। गुड्‌डू जमाली ने समाजवादी पार्टी के माय समीकरण को ध्वस्त कर दिया।

 

निरहुआ ने कहा- लोगों के लिए काम करेंगे

आजमगढ़ सीट से बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर कहा कि वह आजमगढ़ के लिए निकल रहे हैं और लोगों के लिए काम करेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार वह आजमगढ़ सीट से आगे चल रहे हैं।

मुस्लिम-यादव समीकरण के कारण वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव करीब 60 फीसदी वोट प्रतिशत पर अपना कब्जा जमाने में कामयाब रहे थे। भाजपा के निरहुआ को तब करीब 35 फीसदी वोट ही मिले थे। उस चुनाव में अखिलेश यादव और मायावती का गठबंधन था। अखिलेश के पक्ष में मायावती का वोट बैंक टर्नअप होता दिखा और इस हिसाब से उनकी जीत का अंतर काफी बड़ा था। आजमगढ़ में भाजपा अपने वोट बैंक को बचाए रखने में कामयाब होती दिख रही है। वहीं, सपा और बसपा के बीच अपने-अपने वोट बैंक बंटते दिख रहे हैं। इससे पहले भी जब वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अलग-अलग लड़ी थी तो वोट इसी प्रकार से बंटते दिखे थे।

लोकसभा चुनाव 2014 में मुलायम सिंह यादव को भी 35.43 फीसदी ही वोट मिले थे। उस समय उनका मुकाबला कभी सपा के ही सांसद रहे रमाकांत यादव से था। रमाकांत तब भाजपा के टिकट पर दूसरी बार चुनावी मैदान में थे। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में रमाकांत यादव 35.13 फीसदी फीसदी वोट लाकर जीते थे। 2014 के चुनाव में भाजपा के रमाकांत यादव को 28.85 फीसदी और बसपा के गुड्‌डू जमाली को 27.75 फीसदी वोट मिले थे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जब वोट नहीं बंटा तो आजमगढ़ को सपा के अखिलेश यादव ने 2 लाख 59 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की।

लोकसभा उप चुनाव 2022 में सपा और बसपा अलग-अलग खाने में लड़ती रही और एक बार फिर चुनावी लड़ाई तीन ध्रुवों पर टिकी। 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के लिए मुसीबत बने गुड्‌डू जमाली अबकी उनके भतीजे धर्मेंद्र यादव की जीत की राह में खड़े हो गए। मुकाबला ऐसा त्रिकोणीय बनाया कि भाजपा चुनावी बढ़त बनाने में कामयाब हो गई। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में गुड्‌डू जमाली ने 2 लाख 66 हजार 528 वोट हासिल किया था। उप चुनाव में वोटों की गिनती में गुड्‌डू जमाली उसी वोट शेयर की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं।

लोकसभा उप चुनाव की अब तक हुई वोटों की गिनती में भारतीय जनता पार्टी के दिनेश लाल यादव निरहुआ को 2 लाख 79 हजार 114 वोट मिले हैं। वहीं, सपा के धर्मेंद्र यादव 2,66,379 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर हैं। तीसरे स्थान पर टिके गुड्‌डू जमाली 2 लाख 38 हजार 347 वोटों के साथ भाजपा और सपा की जीत-हार का अंतर तय करते दिख रहे हैं। निरहुआ की बढ़त 30,735 वोटों की बनी हुई है।

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