भारत नमन के राष्ट्रध्वजात्तोलन में बताया ‘ विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का महत्व

भारत नमन ने मनाया 75 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह

क्षेत्रीय पार्षद सुशीला रावत ने कार्यक्रम में फहराया राष्ट्रीय ध्वज , कहा-देशप्रेम के जज्बे को बनाए रखने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन जरूरी

बच्चों ने गाया जन-गण मन, रूद्र बडोला ने राष्ट्रीय एकल गीत

देहरादून 15 अगस्त। ‘भारत नमन’ हिन्दी समाचार पत्र के तत्वावधान में आज अमृत महोत्सव के रूप में मनाए जा रहे 75 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक संक्षिप्त आयोजन केदारपुरम, देहरादून में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय पार्षद श्रीमती सुशीला रावत ने तिरंगा फहराया। छोटे बच्चों रूद्र बडोला, सौरभ चौधरी, मिष्ठी, नैन्सी, अंजनी और श्रेया ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। माडर्न स्कूल के छात्र और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाल कार्यकर्ता रूद्र बडोला ने एकलगीत ‘ वन्देमातरम’ सुनाकर वाहवाही बटोरी।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पार्षद श्रीमती सुशीला रावत ने अपने सम्बोधन में स्वतंत्रता आन्दोलन के बलिदानियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देशप्रेम की भावना बनाए रखने के इस तरह के आयोजन बढ़चढ़ कर करने चाहिए। उन्होंने आयोजन के लिए ‘भारत नमन’ के सम्पादक नरेश रोहिला के प्रयास की सराहना की।

देहरादून के वरिष्ठ पत्रकार रवीन्द्रनाथ कौशिक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इसी वर्ष कल 14 अगस्त को ‘ विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ शुरू किये जाने का महत्व बताया और कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के घोषित डायरेक्ट एक्शन में  16 अगस्त 1946 को कलकत्ता और उसके आसपास के क्षेत्र में मारे गए 20000 निहत्थे हिंदुओं की हत्याओं से डर कर विभाजन की माउंटबेटन योजना 10वें दिन स्वीकार कर ली थी। लेकिन उसके बाद हुए दो करोड़ हिन्दू-मुसलमानों के पलायन और 10 से 20 लाख तक लोगों की हत्याओं और बलात्कारों ने विश्व में एक कलंकित इतिहास रच दिया। इन दंगों में ज्यादातर हिंदू मारे गए थे जो इन दंगों के लिए किसी भी तरह तैयार नहीं थे। वे अपने नेताओं के भरोसे रहे कि वे उनके हितों की रक्षा करेंगें। कौशिक ने कहा कि अब तक के नेता और नेतृत्व इस रक्तरंजित इतिहास को भुलाने में लगे रहे और भारत के सभी प्रधानमंत्री 14 अगस्त को पाकिस्तान स्थापना की बधाई भेजते रहे। मोदी ने पहली बार ‘जो कौम अपना इतिहास भूल जाती है,वह उसे बार-बार भुगतने को अभिशप्त होती है’ कथन पर अमल कर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की शुरुआत की ।

कौशिक ने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें सावधान करता है कि अपने आसपास और देश – विदेश में घट रही घटनाओं के प्रति जागरुक रहें क्योंकि वे हमें प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है।

इस अवसर पर नरेद्र मोदी मिशन के पूर्व राष्ट्रीय प्रशासनिक प्रभारी वाईएस बिष्ट, भाजपा ओबीसी मोर्चा के महानगर अध्यक्ष अनिल बेदी, सुभाष घिल्डियाल, पंकज रोहिला, अमित बेदी, अनिकेत घिल्डियाल, सत्यम, रमेश चौहान, राजीव बंसल, नरेंद्र रावत, अंजना रोहिला, शीतल रोहिला भूमिका, रेनू, , वैभव, संदीप, रागिनी, भारत रोहिला, नमन रोहिला, देव रोहिला, पलक रोहिला आदि अनेक क्षेत्रवासी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आयोजक भारत नमन के सम्पादक नरेश रोहिला ने किया। अन्त में प्रसाद वितरण से कार्यक्रम का समापन किया गया ।

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