ट्रैक्टर रैली हिंसा: दंगाई किसान नेताओं पर एक्शन की तैयारी?

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Tractor Rally में बवालः देर रात बड़ा ऑपरेशन होने के संकेत, रडार पर हैं कई किसान नेता, सिंघू बॉर्डर से ‘गायब’
Raghavendra Shukla | 26 Jan 2021, 09:54:00 PM
किसानों की ट्रैक्टर रैली के बाद मंगलवार देर रात गृह मंत्रालय मामले में बड़ा ऐक्शन ले सकता है। जानकारी के मुताबिक, प्रमुख किसान नेता रडार पर हैं। सिंघू बॉर्डर से कई प्रमुख नेता ‘गायब’ भी बताए जा रहे हैं।

नई दिल्ली 26 जनवरी।कृषि कानूनों के खिलाफ गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड को लेकर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। किसान प्रदर्शनकारियों के बैरिकेडिंग तोड़ने, पुलिस से झड़प और तय रूट से अलग रास्तों पर ट्रैक्टर ले जाने की खबरें दिन भर सुर्खियों में रहीं। अब खबर है कि किसान प्रदर्शन में उपद्रव को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने न सिर्फ संज्ञान में लिया है बल्कि इसके खिलाफ सख्त ऐक्शन लेने की भी तैयारी में है।
ट्रैक्टर परेड में हंगामें की स्थिति बनने के बाद केंद्रीय गृह सचिव ने गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मामले में बड़ा ऐक्शन लिया जा सकता है। कई किसान नेता रडार पर हैं। सिंघू बॉर्डर पर भी ट्रैक्टर परेड के बाद प्रमुख किसान नेता दिखाई नहीं दे रहे हैं। वहीं दिल्ली पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन को उग्र और हिंसक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों से झड़प में पुलिस के 1 जवान घायल हुए हैं।

राजधानी में अतिरिक्त बल तैनात

मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने एहतियातन राजधानी में अतिरिक्त पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने का फैसला किया है। बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शांति कायम करने तथा लॉ ऐंड ऑर्डर को दुरुस्त रखने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। वहीं दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य के कई जिलों में प्रदेश सरकार ने इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक की मियाद बढ़ा दी है। सरकार ने निर्देश जारी किया है कि सोनीपत,पलवल और झज्जर जिलों में बुधवार शाम 5 बजे तक इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक रहेगी,ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।

इंटरनेट सेवा बंद

खबर के मुताबिक, हरियाणा के तीन जिलों के अलावा उन सभी बॉर्डर एरियाज में जहां पर प्रदर्शन चल रहा है, रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, सिंघु, गाजीपुर, टीकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। कोई URL खोलने पर यह मैसेज आ रहा है क‍ि ‘सरकार के निर्देशानुसार, आपके क्षेत्र में इंटरनेट सेवा अगली सूचना आने तक बंद कर दी गई हैं।’ मोबाइल इंटरनेट सेवा चल रही है।

ट्रैक्टर रैली में हंगामा

बता दें कि मंगलवार को किसानों ने ट्रैक्टर परेड का आह्वान किया था। इसके लिए दिल्ली पुलिस से मीटिंग के बाद रैली के लिए रूट भी तय किए गए थे लेकिन मंगलवार को किसानों की रैली शुरू होते ही हंगामे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। दोपहर में भारी संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टरों के साथ लाल किले पर पहुंच गए। इसके बाद वे लाल किले के भीतर घुस गए और किले की प्राचीर से पीले रंग का झंडा लहरा दिया। वहीं राजधानी में आईटीओ में प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टरों से बैरिकेड तोड़ दिया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने यहां किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया।

बताया गया कि देर रात तक कई प्रदर्शनकारी किले के भीतर मौजूद थे। फिलहाल पुलिस ने उन्हें किले से बाहर निकाल दिया है। ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर परेड को खत्म करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने भागीदारों से प्रदर्शन स्थलों पर वापस लौटने की अपील की। संयुक्त मोर्चा ने यह भी कहा कि हिंसा करने वाले लोग बाहर के थे। ट्रैक्टर परेड में हिंसा के मामले पर दिल्ली पुलिस की कड़ी नज़र,
मंगलवार को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर आयोजित किसानों का ट्रैक्टर मार्च हिंसक हो गया.
नए कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को आंदोलन के 62वें दिन किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला जो हिंसक हो गया. अलग-अलग बॉर्डर्स पर से निकलने वाले ट्रैक्टर मार्च का रूट तय किया गया था, जिसे किसानों ने नहीं माना

ट्रैक्टर के नीचे पुलिसकर्मियों को कुचलने की हुई कोशिश

दिल्ली पुलिस के संयुक्त पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने कहा कि काफी उग्र तरीके से ट्रैक्टरों द्वारा पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की गई. व्यापक पैमाने पर तोड़फोड़ और नुकसान किया गया। काफी उग्र तरीके से ये रैली की गई, इसपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली में तांडव के वक्त कहां थे शांति का वचन देने वाले नेता- रतन लाल कटारिया

केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने कहा कि आज गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जिस तरह का तांडव हुआ उस पर मैं उन नेताओं की निंदा करता हूं, जिन्होंने पुलिस के साथ बैठकर ट्रैक्टर परेड को शांतिपूर्वक निकालने का वचन दिया था, लेकिन जब दिल्ली में हिंसा का तांडव हो रहा था तब ये नेता दिखाई नहीं दिए,

दिल्ली पुलिस ने बताया- किन इलाकों में हुई अधिक हिंसा

दिल्ली पुलिस ने बताया है कि मुकरबा चौक, गाजीपुर, ए-पॉइंट आईटीओ, सीमापुरी, नांगलोई टी-पॉइंट, टिकरी बॉर्डर और लाल किले से अधिकांश घटनाएं सामने आई हैं. उपद्रवी भीड़ की ओर से की गई बर्बरता के इस कृत्य में 86 पुलिसकर्मियों के घायल हुए हैं. साथ ही कई सार्वजनिक व निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है.

दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में अब तक 7 FIR दर्ज
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हुई हिंसा के मामले में अब तक कुल 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं. 4 ईस्टर्न रेंज, एक द्वारका बाबा हरिदास नगर पुलिस स्टेशन, एक नजफगढ़, एक उत्तम नगर, सेंट्रल और नॉर्थ दिल्ली रेड फोर्ट जहां पड़ता है यहां भी एफआईआर होनी है.

‘द्वारका में 30 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल’

दिल्ली पुलिस ने बताया है कि मोहन गार्डन पुलिस स्टेशन के एसएचओ सहित 30 पुलिसकर्मी आज की ट्रैक्टर रैली के दौरान द्वारका जिले में हुई हिंसा में गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इसे मामले में तीन एफआईआर दर्ज की की जा रही हैं.

दिल्ली पुलिस के 117 जवान हुए घायल

दिल्ली पुलिस मुख्यालय के मुताबिक किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान भड़की हिंसा में घायल जवानों की संख्या 41 से बढ़कर 117 हुई.

दिल्ली के तमाम थाने देंगे मंगलवार को हुई हिंसा के सबूत

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के तमाम थाने जुटाकर मंगलवार को हुई हिंसा के सबूत और गवाह देंगे, जिसकी जांच स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम करेगी. गणतंत्र दिवस परेड की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा बाहर से हायर किये गये वीडियो और फोटोग्राफरों का मटीरियल भी सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. जरुरत पड़ने पर इन बाहर के फोटोग्राफर और कैमरामैनों को भी आज की हिंसा में गवाह बनाया जा सकता है
दिल्ली से सटे हरियाणा के जिलों में भी इंटरनेट पर पाबंदी
हरियाणा सरकार ने दिल्ली के साथ लगते जिलों में टेलीकॉम सर्विस बंद की. गृह सचिव राजीव अरोड़ा ने आदेश जारी करते हुए सोनीपत ,पलवल और झज्जर में इंटरनेट सर्विस और सभी SMS सेवाएं बंद करने का आदेश जारी किया. इस दौरान केवल वॉइस कॉल ही एक्टिवेट रहेगीं. आज तुरंत प्रभाव से कल शाम 5:00 बजे तक सर्विस बंद की गई हैं. अफवाहों और गलत सूचना के फैलने को रोकने के लिए इन सेवाओं पर पाबंदी लगाई गई है.

फंसे हुए 200 कलाकारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया

गणतंत्र दिवस की परेड के लगभग 200 कलाकार लाल किले के पास दोपहर 12 बजे से फंसे हुए थे, सभी को राष्ट्रीय राजधानी रंगशाला कैम्प, धौला कुआं के लिए दरियागंज से 1 दिल्ली पुलिस एस्कॉर्ट वाहन और 1 सीआरपीएफ पर्सनल के साथ सुरक्षित पहुंचाया गया. इनमें वो बच्चे भी थे जिन्हें बहादुरी पुरस्कार मिला है.

पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा

संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने कहा कि दिल्ली में आज किसान रैली के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज सीज करने का आदेश

पुलिस मुख्यालय में बुलाई गई बैठक में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, तीनो जोन के स्पेशल पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर), मीटिंग में पहुंचे. राजधानी में जहां जहां बबाल कटा उन इलाकों के सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज सीज करने का आदेश दिया गया है.
दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बुलाई गई उच्च स्तरीय मीटिंग
दिल्ली में हिंसक हुए प्रदर्शन के बाद भीड़ छंटते ही दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बुलाई गयी उच्च स्तरीय बैठक.

1500 अतिरिक्त अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती

दिल्ली एनसीआर में 1500 अतिरिक्त अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती. अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियों को दिल्ली में तैनात किए जाने की संभावना है. ये उन 15 कंपनियों के ऊपर होंगे, जो कल भेजी गई थीं. 5 कंपनियां आज स्टैंडबाय पर थीं.

कुछ तत्वों की हिंसा अस्वीकार्य- पंजाब सीएम

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि दिल्ली में चौंकाने वाले दृश्य, कुछ तत्वों की हिंसा अस्वीकार्य है. यह शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे किसानों द्वारा उत्पन्न सद्भावना को नकार देगा. किसान नेताओं ने खुद को अलग कर लिया और ट्रैक्टर रैली को स्थगित कर दिया. मैं सभी वास्तविक किसानों से दिल्ली को खाली करने और सीमाओं पर लौटने का आग्रह करता हूं.

लोगों को संविधान की प्रस्तावना पढ़नी चाहिए- मोहन भागवत
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि लोगों को संविधान की प्रस्तावना पढ़नी चाहिए, क्योंकि यह बताता है कि हमें नागरिकों के रूप में अपने देश को कहां ले जाना चाहिए.

केंद्रीय गृहसचिव ने दी गृहमंत्री को जानकारी
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने दिल्ली की स्थिति पर गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी.

लाल किले को पूरी तरह खाली कराया गया

लाल किले को पूरी तरीके से खाली कराया गया अब केवल लाल किले के आसपास वह किसान बचे हैं जो ट्रैक्टर में आ रहे हैं और लाल किले के सामने से गुजर रहे हैं. लाल किले के अहाते के अंदर जहां पर ध्वजारोहण होता है उस इलाके को पूरी तरीके से खाली करा लिया गया है.

गृहमंत्रालय की बैठकें जारी, जमीनी हालात का जायजा ले रही दिल्ली पुलिस

दिल्ली हिंसा को लेकर सुबह से लेकर अब तक के हालात को लेकर गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर लगातार जारी है. आज की हिंसा से जुड़ी हर पहलू की समीक्षा की जा रही है, 3 अहम बैठक हो चुकी हैं. गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस द्वारा बनाई गई विशेष टीम दिल्ली एनसीआर के अधिकारियों से जमीनी हालात की लगातार जानकारी ले रही

अशांति फैलाने वाले हमसे अलग, संयुक्त किसान मोर्चा ने जारी किया बयान

संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद, कुछ संगठनों और व्यक्तियों ने मार्ग का उल्लंघन किया. ये निंदनीय कृत्यों में लिप्त रहे. असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की थी. हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान होगा. मोर्चे की तरफ से ये भी कहा गया है कि आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं. हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा करते हैं और खेद करते हैं जो आज घटित हुई हैं. ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वाले लोगों से खुद को अलग कर रहे हैं.

राकेश टिकैत बोले – पता है किसने की अशांति फैलाने की कोशिश

हिंसा के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि कोई कानून को हाथ में नहीं ले ले रहा. हमारी अपील है कि शांतिपूर्ण तरीके से वापस जाएं. हमे पता है जो गड़बड़ी कर रहे हैं, वो चिन्हित है. वो राजनीतिक पार्टी के लोग हैं जो आंदोलन को खराब करना चाह रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने लाल किले पर प्रदर्शन को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने लिखा – लालकिला हमारे लोकतंत्र की मर्यादा का प्रतीक है,आन्दोलनकारियों को लालक़िले से दूर रहना चाहिए था. इसकी मर्यादा उल्लांघन की मैं निंदा करता हूं. यह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है.

कहां हैं 40 किसान नेता?

कानून व्यवस्था को जिस तरह किसानों ने हाथ में लिया है उसके बाद सबसे बड़ा सवाल किसान नेताओं के वादों पर उठ रहा है. फिलहाल ज्यादातर किसान नेता कहां है किसी को नहीं पता है. राकेश टिकैत जैसे नेता पहले ही हिंसा से पल्ला झाड़ चुके हैं.

आखिर तक हथियार का इस्तेमाल नहीं किया पुलिस ने

अंतिम मुकाम तक पुलिस और अर्धसैनिक बल ने ताकत या हथियार का इस्तेमाल नहीं किया. अंदेशा था कि रैली में शामिल कुछ लोग पुलिस को उकसाने की कोशिश में जुटे हैं, ताकि बवाल बढ़ने पर जिम्मेदारी का ठीकरा किसी तरह से किसान, केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के सिर फोड़ सकें. आखिर तक पुलिस को पानी की तेज बौछारें, बैरीकेड्स और आंसू गैस इस्तेमाल करने की ही सख्त हिदायत दी गई.

तीखे सवालों पर भड़के किसान नेता नरेश टिकैत

टीवी9 भारतवर्ष ने नरेश टिकैत से कुछ तीखे सवाल किए. पूछा कि पुलिस को मारने की कोशिश हुई है, रूट को क्यों तोड़ा गया , हिंसा की गई , शराब की बोतलें बरामद हो रही है. इस पर टिकैत भड़क गए. वह बोले कि तो क्या करें उन्हें गोली मरवा दें?

नांगलोई में सड़क पर बैठे किसान

किसानों को आगे जाने से रोकने के लिए किसान नांगलोई में सड़क पर बैठ गए हैं. पुलिस ने कहा कि आगे जाना है तो किसान उनपर ट्रैक्टर चढ़ाकर जाएं

खत्म नहीं होगा आंदोलन, हिंसा की जानकारी नहीं – राकेश टिकैत

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आज के बाद आंदोलन खत्म नहीं होगा. वह बोले कि आज का मार्च सिर्फ अपना गुस्सा जताने के लिए था. राकेश टिकैत से जब मार्च में हो रही हिंसा के बारे में पूछा गया तो वह बोले कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि रैली शांतिपूर्वक ढंग से चल रही है

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