17वीं लोकसभा के समापन भाषण में मोदी ने लुटाया चौतरफा प्यार, कोई वार नही,कोई कटुता नहीं

Parliament Budget Session 2024 What Pm Modi Say In The Last Speech Of The 17th Lok Sabha
न किसी पर वार, न पलटवार… 17वीं लोकसभा के आखिरी भाषण में PM मोदी ने खूब लुटाया प्यार
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया। आज का ये दिन हम सबकी उन 5 वर्ष की वैचारिक यात्रा का, राष्ट्र को समर्पित समय का और देश को एक बार फिर से अपने संकल्पों को राष्ट्र के चरणों में समर्पित करने का अवसर है।
मुख्य बिंदु
आज संसद में राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया गया
17वीं लोकसभा के आखिरी दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने भी भाषण दिया
लोकसभा में पीएम मोदी के पहुंचते ही ‘जय जय श्रीराम’ के नारे लगे
नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा में कई बड़े फैसले हुए। यह पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे। उन्होंने सदन के सभी सदस्यों का अभिवादन किया। पीएम मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा में 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया। पीएम मोदी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की तारीफ करते हुए कहा, ‘हर पल आपका चेहरा हमेशा मुस्कान से भरा रहता है, चाहे कुछ भी हो जाए उस मुस्कान में कमी नहीं आई।’ उन्होंने कहा, ‘संसद का नया भवन हो इसकी चर्चा सदन में होती थी, लेकिन इस पर निर्णय नहीं होता था। सभापति महोदय आपके नेतृत्व में इस पर विचार और निर्णय हुआ। इसके बाद अब देश को नया संसद भवन मिला है।’

‘मैं माननीय सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं…’
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के आखिरी दिन सदन द्वारा अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर पर पारित किए गए प्रस्ताव को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आज राम मंदिर को लेकर सदन (लोकसभा) ने जो प्रस्ताव पारित किया है, वो देश की भावी पीढ़ी को देश के मूल्य पर गर्व करने की संवैधानिक शक्ति देगा। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि यह सही है कि हर किसी में यह सामर्थ्य नहीं होता है, ऐसी चीजों में कोई हिम्मत दिखाते हैं और कुछ लोग मैदान छोड़कर भाग जाते हैं, लेकिन फिर भी भविष्य में रिकॉर्ड को जो देखेंगे तो आज जो प्रस्ताव पास हुआ है, जो बातें रखी गई है, उसमें संवेदना भी है, संकल्प भी है, सहानुभूति भी है और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को आगे बढ़ाने का तत्व भी है।

‘…हम भावी पीढ़ी के लिए कुछ ना कुछ अच्छा करते रहेंगे’
लोकसभा में समापन भाषण देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कितने ही बुरे दिन क्यों ना गए हों, लेकिन हम भावी पीढ़ी के लिए कुछ ना कुछ अच्छा करते रहेंगे। यह सदन हमें वह प्रेरणा देता रहेगा और हम सामूहिक संकल्प से सामूहिक शक्ति से उत्तम से उत्तम परिणाम के लिए कार्य करते रहेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि चुनाव बहुत दूर नहीं है, कुछ लोगों को इससे थोड़ी घबराहट रहती होगी, लेकिन यह लोकतंत्र का सहज और आवश्यक पहलू है। हम सब इसको गर्व से स्वीकार करते हैं और उन्हें विश्वास है कि हमारे चुनाव भी देश की शान बढ़ाने वाले होंगे। लोकतंत्र की हमारी जो परंपरा है, पूरे विश्व को अचंभित करने वाली, वह अवश्य रहेंगी, यह उनका पक्का विश्वास है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी उन पर बड़े मजेदार हमले भी हुए हैं, लेकिन ऐसे हर हमले पर उनके अंदर की शक्ति मजबूती से सामने आई।

पीएम मोदी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्तमान 17वीं लोकसभा के पांच वर्षों के दौरान दर्ज की गई कई उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा है कि वर्तमान लोकसभा के पांच वर्ष देश में रिफॉर्म, परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म के वर्ष रहे हैं और उन्हें पूरा यकीन है कि देश इस 17वीं लोकसभा को आशीर्वाद देता रहेगा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 75 वर्षों तक हमारी न्याय व्यवस्था अंग्रेजों के बनाए नियमों से तय होती रही। लेकिन, अब हमारी आने वाली पीढ़ियां गर्व से कहेंगी कि हम उस समाज में रहते हैं जो दंड संहिता नहीं बल्कि न्याय सहिंता को मानता है।

‘भारत को 25 साल में विकसित बनाने का जज्बा पैदा हुआ’

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि आज देश में यह जज्बा पैदा हुआ है कि अगले 25 वर्ष में भारत एक विकसित देश बनाने का सपना पूरा करना है। उन्होंने 17वीं लोकसभा के आखिरी सत्र के अंतिम दिन सदन में यह भी कहा कि अगली लोकसभा में कामकाज की 100 प्रतिशत उत्पादकता का संकल्प लेना चाहिए। प्रधानमंत्री ने 17वीं लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, महिला आरक्षण कानून बनाने, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने, नए आपराधिक कानूनों समेत कई विधेयकों के पारित होने का उल्लेख किया। मोदी ने कहा, ‘सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया जिससे संविधान का पूर्ण रूप से प्रकटीकरण हुआ…संविधान निर्माताओं की आत्मा हमें जरूर आशीर्वाद दे रही होगी।’

इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस कार्यकाल में परिवर्तनकारी सुधार हुए, 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव इनमें नजर आती है।’ उन्होंने कहा, ‘17वीं लोकसभा की कार्य उत्पादकता 97 प्रतिशत रही, मुझे विश्वास है कि हम 18वीं लोकसभा में शत प्रतिशत की उत्पादकता रहने का संकल्प लेंगे।’ मोदी का कहना था कि जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान देश के हर राज्य ने भारत के सामर्थ्य और अपने प्रदेश की खूबी विश्व के सामने रखी जिसका असर आज भी है तथा ‘पी-20’ के माध्यम से भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया गया। उन्होंने संसद के नए भवन का निर्माण करवाने का निर्णय लेने का श्रेय लोकसभा अध्यक्ष बिरला को देते हुए कहा कि उसी का परिणाम है कि देश को संसद का नया भवन प्राप्त हुआ।

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