राज कुशवाह था मास्टरमाइंड, सोनम ने दिया साथ… शिलांग SP ने बताया- सुपारी नही दोस्ती में कर गये तीनों राजा रघुवंशी की हत्या

राज कुशवाह मास्टरमाइंड, सोनम थी पार्टनर… शिलांग SP ने बताया- दोस्तों से करवाया राजा रघवुंशी का मर्डर, कोई सुपारी नहीं दी गई
शिलांग पुलिस ने बताया कि राज कुशवाह इस हत्या का मास्टरमाइंड है, जबकि सोनम ने साथ दिया. सभी आरोपितों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. यह हत्या प्रेम प्रसंग और पारिवारिक दबाव का नतीजा थी, जिसमें कोई सुपारी नहीं दी गई, बल्कि दोस्ती के नाम पर तीन अन्य आरोपितों ने हत्या में साथ दिया.
राजा हत्याकांड में राज मास्टरमाइंड, सोनम पार्टनर थी.

शिलांग,12 जून 2025,मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी पूरी तरह खोल दी है. सभी 5 आरोपितों को 8 दिन की पुलिस कस्टडी में लिया गया है. पहले दिन की पूछताछ के बाद पूर्वी खासी हिल्स पुलिस अधीक्षक विवेक स्येम ने सनसनीखेज बातें बताई हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक स्येम ने बताया कि राज कुशवाह  हत्या का मास्टरमाइंड है, जबकि सोनम उसकी पार्टनर थी. सभी आरोपितों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. हत्या प्रेम प्रसंग और पारिवारिक दबाव का नतीजा थी, जिसमें कोई सुपारी नहीं दी गई, बल्कि दोस्ती के नाम पर तीन अन्य आरोपितो  ने हत्या में साथ दिया.

SP विवेक स्येम ने बताया कि राज कुशवाह ने सोनम की शादी से 11 दिन पहले मई 2025 के शुरु में राजा की हत्या का षडयंत्र रचना शुरू किया था. फरवरी 2025 में ही राज और सोनम ने मिलकर दो वैकल्पिक योजनाएं बनाई थीं. पहली योजना में सोनम को अचानक गायब होना था, ताकि लगे कि वह नदी में बह गई. दूसरी योजना में किसी और की हत्या कर उसकी लाश सोनम की स्कूटी पर रखकर आग लगानी थी, ताकि लगे कि सोनम मारी गई. हालांकि, ये दोनों योजनाएं विफल हुईं और सोनम को पारिवारिक दबाव में 11 मई को इंदौर के राजा से अरैंज मैरिज करनी पड़ी.

पुलिस कप्तान ने बताया कि सोनम और राज कुशवाह का प्रेम प्रसंग था, लेकिन सोनम के परिवार को इसकी जानकारी थी या नहीं, यह अभी जांच का विषय है. सोनम के पास शायद हत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था, क्योंकि वह राजा से शादी नहीं करना चाहती थी.

कामाख्या मंदिर से शुरू हुआ षडयंत्र का खेल
सोनम अपने पति राजा को कामाख्या मंदिर दर्शन के बहाने गुवाहाटी लाई. इस बीच, तीनों अन्य आरोपित आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी 19 मई को गुवाहाटी पहुंचे . इनमें से एक आरोपित राज कुशवाह का चचेरा भाई है.

SP के अनुसार, शुरुआती योजना गुवाहाटी में ही राजा की हत्या की थी और इसको आरोपितों ने शहर में रेकी भी की. लेकिन यह योजना विफल रही, तो सोनम ने नया प्लान बनाया और राजा को सोहरा (चेरापूंजी) ले गई.

23 मई को Wei Sawdong में हत्या की गई

23 मई को सोनम और राजा नोंग्रीट गांव के होमस्टे से निकले और सोहरा के वेईसावडॉन्ग फॉल्स के पार्किंग लॉट पहुंचे. SP विवेक ने बताया कि दोपहर 2 से 2:18 बजे के बीच हत्या की गई. जब राजा टॉयलेट गया, तो तीनों आरोपितों ने उस पर हमला किया. सोनम तब वहीं थी. हत्या बाद राजा का शव खाई में फेंक दिया गया.

हत्या बाद सोनम के पहने रेनकोट पर खून के धब्बे थे. उसने रेनकोट आकाश को दे दिया. आकाश की शर्ट पर भी खून लगा था. चारों आरोपित 2:18 बजे हत्या स्थल से निकल गए. सोनम ने स्कूटी खुद चलाई, जबकि आनंद ने दूसरी स्कूटी चलाई, जिस पर पहले राजा और सोनम सवार थे. जब वे AD व्यू पॉइंट पहुंचे, आकाश ने स्कूटी से उतरकर रेनकोट फेंक दिया. इसके बाद सोनम पीछे बैठी और आकाश ने स्कूटी चलाई.

सोनम का बुर्के में भागना 
एसपी ने बताया कि विशाल ने सोनम को बुर्का दिया, जो प्रेमी राज कुशवाह ने पहले से तैयार करवा रखा था. सोनम बुर्का पहन टैक्सी से मवकाडोक से शिलांग पहुंची, फिर गुवाहाटी गई. वहां से उसने ISBT से सिलीगुड़ी की बस ली, सिलीगुड़ी से पटना, पटना से आरा और आरा से ट्रेन से लखनऊ पहुंची. लखनऊ से बस लेकर वह इंदौर पहुंची. 26 मई से 8 जून तक सोनम इंदौर में ही थी.
राज का किडनैपिंग ड्रामा और सोनम का सरेंडर

SP विवेक के अनुसार स्थानीय गाइड ने पुलिस को बताया कि राजा और सोनम के साथ तीन अन्य लोग थे, तो यह जानकारी मीडिया में लीक हो गई. राज को पता चला कि पुलिस ने तीन लोग पहचान लिए है. इसके बाद राज ने सोनम को इंदौर छोड़ने और सिलीगुड़ी जाकर किडनैपिंग की शिकार का नाटक करने को कहा. 8 जून को सोनम इंदौर से निकलने वाली थी, लेकिन तभी पुलिस ने एक आरोपित उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया. इससे  घबराये राज ने सोनम को निर्देश दिया कि वह अपने परिवार को फोन कर कहे कि उसे किडनैप किया गया था और वह किसी तरह बच निकली. इसके बाद सोनम ने 8 जून को गाजीपुर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.

कोई सुपारी नहीं, दोस्ती में हत्या

एसपी ने साफ किया कि यह सुपारी किलिंग का मामला नहीं है. राज कुशवाह ने अपने दोस्तों आकाश, विशाल और आनंद को हत्या को तैयार किया. कोई बड़ी रकम नहीं, राज ने केवल 59,000 रुपये खर्च को दिए थे. पुलिस अब आर्थिक पहलू की जांच कर रही है, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह प्रेम प्रसंग (लव एंगल) का मामला सामने आया है.

तीन बार विफल, चौथी बार कामयाब

पुलिस के अनुसार, आरोपितों ने चार अलग-अलग जगहों पर राजा की हत्या की कोशिश की. पहली कोशिश गुवाहाटी में विफल रही. दूसरी नोंघरियाह में लाश ठिकाने लगाने की जगह नहीं मिली. तीसरी मावलखियात में भी योजना फेल हुई. आखिरकार, वैसेडॉन्ग फॉल्स के पास 23 मई को हत्या कर दी गई.

प्रमाणों का ढेर, 90 दिन में चार्जशीट का दावा

SP विवेक ने कहा कि पुलिस के पास पर्याप्त प्रमाण हैं, जिनमें 48 सीसीटीवी फुटेज, खून सनी शर्ट, रेनकोट, खुखरी (हत्याचार), स्कूटर रेंटल रिकॉर्ड, आधार कार्ड की कॉपी, ट्रेन और बस टिकट, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और मोबाइल लोकेशन डेटा हैं. तीनों हत्यारों ने प्रारंभिक पूछताछ में अपराध स्वीकार किया है. पुलिस 90 दिन में आरोप पत्र न्यायालय ले जाने की तैयारी में है. सोनम का मोबाइल फोन अभी नहीं मिला है, जो और प्रमाण दे सकता है.

सोनम की योजना: किडनैपिंग का नाटक और अज्ञात लाश
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनम की योजना थी कि वह किडनैपिंग की शिकार बनकर सामने आए. वह आशा कर रही थी कि राजा का शव सड़ने पर पहचाना नहीं जाएगा और वह पीड़ित बनकर बच निकलेगी. हालांकि, पुलिस की तेज जांच और गाइड की गवाही ने षडयंत्र उजागर कर दिया.

आगे की जांच और रिक्रिएशन

SP विवेक ने कहा कि आठ दिन की रिमांड में अभी पहले दिन की पूछताछ हुई है. जरूरत पड़ी तो और रिमांड लेंगें. पुलिस जल्द ही वैसेडॉन्ग फॉल्स पर क्राइम सीन रिक्रिएशन करेगी.किसी जितेंद्र के उल्लेख पर SP ने कहा कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. वहीं, सोनम के परिवार को राज के साथ उसके अफेयर की जानकारी थी या नहीं, इसकी जांच जारी है.

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राजा-सोनम रघुवंशी केस

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