वक्फ संशोधन बिल पर सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष ध्वस्त किया राज्यसभा में
Sudhanshu Trivedi On Waqf Bill In Rajya Sabha Says Our Country Will Be Run By Constitution
हमारा देश संविधान से चलेगा, मजहबी फरमान से नहीं… राज्यसभा में वक्फ बिल पर गरजे सुधांशु त्रिवेदी
Sudhanshu Trivedi on Waqf Bill: वक्फ बिल पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कई विषय उठाये। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा कि ब्रिटिश हुकूमत के समय मुगलों से सारा हक छिन गया था, तो अब अचानक गुजरात से लेकर लखनऊ तक वक्फ का मालिकाना हक कहां से आ गया?
नई दिल्ली 03 अप्रैल 2025 : राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा में भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी विपक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को तैयार करने में पूरी गंभीरता से काम हुआ है, लेकिन इसके प्रावधानों को लेकर कुछ लोग गलतफहमी फैला रहे हैं। सुधांशु त्रिवेदी ने व्यंग्य कसा कि नया मुल्ला प्याज ज्यादा खाता है, लेकिन यहां तो पुराना मुल्ला ज्यादा माल खा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि देश में सुन्नी वक्फ बोर्ड और शिया वक्फ बोर्ड अलग-अलग क्यों हैं? इतना ही नहीं, ताज महल तक पर वक्फ बोर्ड ने दावा ठोक दिया। सुधांशु त्रिवेदी ने चर्चा में दो टूक कहा कि हमारा देश बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चलेगा, न कि किसी मजहबी फरमान से
Sudhanshu Trivedi on Waqf Bill in rajya sabha
सुधांशु त्रिवेदी ने वक्फ बिल पर राज्यसभा में क्या कहा
‘ सरकार गरीब मुस्लिम समाज के साथ’
भाजपा नेता ने कहा कि सरकार मुस्लिम समाज के कल्याण को पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह मुकाबला उन लोगों में है जो समाज के विकास में विश्वास रखते हैं और जो सिर्फ अपना हित साधते हैं। हमारी सरकार गरीब मुस्लिम समाज के साथ है, न कि कट्टरपंथी वोटबैंक की राजनीति के साथ। त्रिवेदी ने विपक्ष पर हमला बोला कि कुछ लोग ‘उम्मा’ (इस्लामिक वैश्विक समुदाय) अवधारणा को लेकर भ्रमित हैं और अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिर रहा है।
वक्फ बिल पर सुधांशु त्रिवेदी की खरी-खरी
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘अल्पसंख्यकों की बात करने वाले पहले उसे तौलते हैं और फिर अपने एजेंडे के हिसाब से काम करते हैं।’ उन्होंने ऐसी मानसिकता पर सवाल उठाया, ‘अगर वे न तो कानून को मानते हैं, न ही नियमों को, और न ही अदालतों के आदेशों को, तो इसका मतलब है कि वे खुद को किसी और ही दुनिया में मानते हैं।’ भाजपा सांसद ने कहा कि सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं, वे संवैधानिक और न्यायसंगत तरीके से लिए गए हैं।
‘जब मुगलों से सारा हक छीन लिया गया था तो…’
सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर निशाना सास कि ब्रिटिश हुकूमत में मुगलों से सारा हक छीन लिया गया, तो अब अचानक गुजरात से लेकर लखनऊ तक वक्फ का मालिकाना हक कहां से आ गया? उ सूरत नगर निगम पर भी वक्फ का दावा है, जो दिखाता है कि पुरानी हुकूमतों के फरमान संविधान से ऊपर रखने की कोशिश की जा रही है।
सुधांशु त्रिवेदी ने क्यों कहा ‘भू हड़प आंदोलन’
भाजपा नेता ने कहा कि जमींदारी उन्मूलन 1948 में हो गया था, फिर ये नए जमींदार कहां से आ गए? 2013 के एक्ट में इस तरह की व्यवस्था कर दी गई कि गरीबों की जमीन लेकर वक्फ को दे दी गई। उन्होंने इसे विनोबा भावे के भूदान आंदोलन की जगह ‘भू हड़प आंदोलन’ बताया। सुधांशु त्रिवेदी ने उदाहरण दिया कि क्या ईसाई समुदाय ने कभी कहा कि इंडिया गेट या चर्च गेट उनका है? फिर वक्फ बोर्ड को इतनी विशेष शक्तियां क्यों दी गईं?
‘हमारा देश बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चलेगा’
भाजपा सांसद ने स्पष्ट किया कि सरकार के संशोधन किसी धार्मिक फरमान के आधार पर नहीं, बल्कि संविधान के अनुरूप किए गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि आजादी के समय किसी ने वक्फ बोर्ड की मांग नहीं की थी, फिर इसे क्यों और कैसे स्थापित किया गया? उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को मुख्यधारा में आने से कोई रोक नहीं सकता, लेकिन कुछ लोग इसे अपने स्वार्थ को इस्तेमाल कर रहे हैं। हमारा देश बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चलेगा, किसी मजहबी फरमान से नहीं। उनका मानना है कि सरकार का उद्देश्य सभी वर्गों को समान अधिकार देना है, न कि किसी विशेष समूह को अनुचित लाभ पहुंचाना है।
आपने उड़ता तीर क्यों लिया… सुधांशु त्रिवेदी ने आखिर ऐसा क्या बोला जो दिग्विजय और अमित शाह में हुई बहस
Waqf Amendment Bill Parliament Debates in Rajya Sabha: : राज्यसभा में इशरत जहां- गुजरात दंगे पर अमित शाह और दिग्विजय सिंह के बीच तीखी बहस
भाजपा प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी वक्फ बिल पर अपनी बातें रख ही रहे थे, तभी विपक्षी सांसदों ने उनके बयान की आलोचना शुरू की.गुरुवार रात वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में तब वातावरण गरमा गया जब भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी अपनी बात रख रहे थे. भाजपा प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी वक्फ बिल पर अपनी बातें रख ही रहे थे, तभी विपक्षी सांसदों ने उनके बयान की आलोचना शुरू की. फिर सभापति से सुधांशु त्रिवेदी की बातों को एक्सपंज करने की मांग भी की गई. तभी कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह और अमित शाह में बहस हो गई. दिग्विजय सिंह ने सुधांशु की बात पर आपत्ति जताई, जिस पर अमित शाह ने पलटवार किया.
वक्फ बिल पर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- हमारी सरकार ने पहली बार मुस्लिम समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया है. ताजमहल पर भी वक्फ ने दावा किया. तब सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट में कहा कि शाहजहां के समय का फरमान लेकर आइए जिसमें ताजमहल को वक्फ किया गया.
सुधांश ने व्यंग्य किया कि जहां-जहां खुदा है, वहां-वहां भगवान है. बाकी आप सभी बुद्धिमान है.
इरशत जहां, अतीक, मुख्तार का जिक्र आने से गरमायी राज्यसभा
अपने संबोधन में ही सुधांशु त्रिवेदी ने इशरत जहां, अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी के नाम लिए और कहा कि ये लोग आज इनके साथ हैं. सुधांशु त्रिवेदी की इस बात पर एनसीपी (शरद पवार) की सांसद फौजिया खान ने आपत्ति की और एक्सपंज करने की मांग की. फौजिया खान ने कहा कि सुधांशु त्रिवेदी ने पूरे मुस्लिम समाज को अपमानित करने वाला बयान दिया है. इसे एक्सपंज किया जाए.
इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि फौजिया जी, आप पूरी बात सुनेंगी तो समझ आएगा कि किस कॉन्टेस्ट में बोले हैं. इसी दौरान कांग्रेस के सदस्य भी आपत्ति जताने लगे. जिसपर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- आपने उड़ता तीर क्यों ले लिया?
अमित शाह ने संभाला मोर्चा
सुधांशु त्रिवेदी की बात पर अभी सभापति एनसीपी सांसद को समझा ही रहे थे कि गृह मंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाल लिया. अमित शाह ने कहा कि सुधांशु जी ने इंडी अलायंस को लेकर कहा है. उन्होंने कहा कि इशरत जहां, यही एनसीपी ने इशरत के घर जाकर इनाम भी दिया और शहीद बताया.दूसरा अतीक अहमद किस पार्टी से जुड़ा था? इंडी अलायंस. तीसरा मुख्तार अंसारी, ये भी इंडी अलायंस. ये सारे नाम आपके इंडी अलायंस से जुड़े हुए थे.
याकूब मेमन और अब्दुल कलाम के जनाजे में कितने लोग गएः सुंधाशु
फिर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि याकूब मेमन के नमाज-ए-जनाजा में कितने लोग गए, कितने लोग अब्दुल कलाम के नमाज-ए-जनाजा में गए. एक सांसद तो ये कहते हैं कि अफजल की ज्यूडिशियल किलिंग हुई है.
2दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे लेकर जो कहा गया है, उसकी निंदा करता हूं. इस पर अमित शाह ने कहा कि माइक चालू करा दीजिए और दिग्विजय सिंह जी कह दें कि उन्होंने नहीं कहा है कि 26-11 हमले में संघ का हाथ था.
अमित शाह के इस बात पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमने ये बात नहीं कही है. मैं इस बात का खंडन करता हूं.
मेरा हौवा ऐसा कि हर जगह मैं ही दिखता हूंः अमित शाह
इसके बाद कांग्रेस नेता गुजरात दंगों पर पहुंच गए. दिग्विजय सिंह ने कहा कि गृह मंत्री जी बता दें कि गुजरात के दंगों के समय वे वहां के गृह मंत्री थे, उन लोगों की क्या भूमिका थी. इस पर अमित शाह ने करारा पटलवार किया कि मैं दंगों के 18 महीने बाद गृह मंत्री बना था. इनको मेरा हौवा ऐसा है कि हर जगह मैं ही दिखता हूं.
हमने आंधियों में भी चिराग अक्सर जलाए हैं… सुधांशु त्रिवेदी
सुधांशु त्रिवेदी ने रामप्रसाद बिस्मिल की पंक्तियों के साथ अपना भाषण खत्म किया. उन्होंने कहा- ‘मुलाजिम हमको मत कहिए बड़ा अफसोस होता है अदालत की अदब से हम यहां तशरीफ लाये हैं पलट देते हैं हम मौजे-हवादिस अपनी जुर्रत से कि हमने आंधियों में भी चिराग अक्सर जलाए हैं.’