बेरोज़गार आंदोलन में पथराव करने में 13 को जेल,बंद फेल

Dehradun Unemployed Youth Protest Removed Section Of Murderous Attack Sent 13 Accused Of Stone Pelting To Jail
Dehradun: बेरोजगारों का आंदोलन…जानलेवा हमले की धारा हटाई, पथराव करने के 13 आरोपितों को भेजा जेल

देहरादून
शुक्रवार को सभी 13 आरोपियों को गोपनीय तरीके से मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। मजिस्ट्रेट ने आरोपियों को अन्य धाराओं में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
देहरादून में बेरोजगार युवाओं के प्रदर्शन के दौरान हंगामा

देहरादून में बेरोजगार युवाओं के प्रदर्शन के दौरान पथराव करने के आरोपित युवाओं के खिलाफ लगी आईपीसी की धारा 307 (जानलेवा हमला करना) हटा दी गई है। पुलिस ने शुक्रवार को सभी 13 आरोपितों को गोपनीय तरीके से मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। मजिस्ट्रेट ने आरोपितों को अन्य धाराओं में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

 

पुलिस ने बृहस्पतिवार को हुए पथराव और उपद्रव के बाद उत्तराखंड बेरोजगार महासंघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें राम कंडवाल, संदीप, मुकेश सिंह, अनिल कुमार, अमन चौहान, शुभम सिंह नेगी, लुसून टोडरिया, हरिओम भट्ट, मोहन कैंथोला, रमेश तोमर, नितिन दत्त और अमित पवार शामिल थे। इन सभी को पुलिस ने बृहस्पतिवार रात अलग-अलग थानों में रखा था। सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने की चुनौती थी।

इस प्रक्रिया को भी पुलिस ने गोपनीय तरीके से पूरा किया। साथ ही धारा 307 को हटा लिया। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने गंभीर हमला करने और अन्य धाराओं में सभी की 14 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड मंजूर कर दी। आरोपियों पर बलवा, पुलिस पर हमला करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और क्रिमिनल लॉ एमेडमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी।

बिना अनुमति प्रदर्शन पर 29 पर मुकदमा

बुधवार रात को बिना अनुमति गांधी पार्क के बाहर प्रदर्शन करने, सार्वजनिक स्थान पर एकत्रित होकर लोक मार्ग में बाधा उत्पन्न कर यातायात बाधित करने के मामले में पुलिस ने बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार सहित 29 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शहर कोतवाली के एसएसआई प्रमोद शाह की लिखित शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है।

 

बेरोजगारों और विपक्षी दलों का प्रदर्शन, बंद बेअसर, 200 कांग्रेसी पकड़े गए

राजधानी देहरादून व हरिद्वार के अलावा गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के कई जिलों में युवक-युवतियों और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।

भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच समेत विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन के दौरान लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को प्रदेशभर में बेरोजगारों और कांग्रेस, यूकेडी, आप व विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। हालांकि बेरोजगार महासंघ की प्रदेश बंद की अपील बेअसर ही रही।

राजधानी देहरादून व हरिद्वार के अलावा गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के कई जिलों में युवक-युवतियों और विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बृहस्पतिवार की घटना से क्षुब्ध बेरोजगारों ने शुक्रवार को देहरादून में जिला कलेक्ट्रेट स्थित शहीद स्थल पहुंचकर धरना दिया। वे गिरफ्तार किए गए बेरोजगार महासंघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार समेत सभी 13 युवाओं की रिहाई की मांग भी कर रहे थे। देर शाम करीब साढ़े नौ बजे प्रशासन से गिरफ्तार नेताओं पर लगी धारा 307 को हटाने के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी बेरोजगारों के तेवर कुछ नरम पड़े।

200 कांग्रेसी हिरासत में लिए, सड़क पर लेट गए हरीश रावत

देहरादून में पुलिस मुख्यालय पहुंचने से पहले ही पुलिस ने कांग्रेस के करीब 200 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। सभी को एकता विहार ले जाकर छोड़ दिया गया। प्रदर्शन में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पुलिस के रोकने पर जमीन पर लेट गए। पुलिसकर्मी उन्हें एंबुलेंस में एकता विहार ले गई।

उक्रांद के भी कई कार्यकर्ता हिरासत में लिए

उक्रांद युवा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने भी बेरोजगार युवाओं पर लाठीचार्ज के विरोध में द्रोण चौक पर प्रदर्शन कर राज्य सरकार का पुतला फूंका। प्रदर्शनकारी इसके बाद शहीद स्मारक पहुंचे। जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद रेसकोर्स ले जाकर छोड़ दिया।

पुलिस की भूमिका की भी होगी जांच : भाजपा

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने लाठीचार्ज की घटना पर कहा कि पुलिस या प्रशासन की ओर से कोई लापरवाही हुई तो उसकी भी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी

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