बुढ़ापे की शादी में लुकाव-छिपाव और लालच: वृद्ध ने तीन साल पुरानी पत्नी की नींद में की बैट से हत्या

क्रिकेट बैट मारकर 73 वर्ष के वृद्ध ने की पत्नी की हत्या, खुद अस्‍पताल ले गया शव

Dehradun Crime एक वृद्ध ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। आरोपित ने क्रिकेट बैट से पत्नी को मौत के घाट उतारा। आरोपित ने खुद ही शव अस्‍पताल पहुंचाया। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

बलवीर रोड भाजपा कार्यालय के निकट एक वृद्ध ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। आरोपित ने क्रिकेट बैट से पत्नी को मौत के घाट उतारा।

खाना बनाने को लेकर हुई कहासुनी

एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि रेहड़ी लगाने वाले राम सिंह ,(उम्र 73 वर्ष) का अपनी पत्नी उषा देवी (उम्र 53 वर्ष ) के साथ पारिवारिक झगड़ा चल रहा था। सोमवार रात करीब 10:30 बजे दोनों के बीच खाना बनाने को लेकर कहासुनी हो गई। जहां आरोपित ने क्रिकेट बैट से उसकी हत्या कर दी और शव अस्पताल पहुंचाया।

अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जानकारी के बाद आरोपित को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।

आरोपित ने तीन साल पहले उषा देवी से की थी शादी

मृतक उषा देवी बदमाश करण शिवपुरी की मां थीं। करण शिवपुरी के खिलाफ लूट व डकैती के कई मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित ने तीन साल पहले 2019 में उषा देवी से शादी की थी।

पहली पत्‍नी और दो बेटों की हो गई मौत

आरोपित राम सिंह की यह दूसरी शादी थी। उसकी पहली पत्नी की कुछ समय पहले मृत्यु हो गई थी। राम सिंह के दो बेटे थे, जिनकी 2015 व 2016 में बीमारी से मृत्यु हो गई थी। राम सिंह खुद भी कैंसर पीड़ित है।

Old Age Husband Done Wife Murder Over Property Dispute

बुजुर्ग पति को शादी के बाद पता लगा पत्नी के बेटे का राज, हिस्सा मांगा तो उतार दिया मौत के घाट

ऊषा ने राम सिंह से अपने बेटे का राज छुपाया था। दोनों की शादी के करीब सात महीने बाद जब राम सिंह को पता चला कि ऊषा का अपना खुद का बेटा भी है और वह बदमाश करन शिवपुरी है तो वह उससे नफरत करने लगा।

शिवपुरी के खिलाफ एक दो नहीं बल्कि 40 मुकदमे दर्ज हैं। ऊपर से ऊषा उसे संपत्ति का हकदार भी बताने लगी। इसी बात ने दोनों के बीच विवाद का बीज डाल दिया। बढ़ते-बढ़ते मामला इतना आगे आया कि अब ऊषा की मौत पर ही खत्म हुआ।

राम सिंह ने ऊषा से 2019 में शादी की थी। इसके कुछ समय बाद ऊषा ने राम सिंह से कहा कि उसके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है, इसलिए उसे कुछ रुपये चाहिए। राम सिंह ने ऊषा को रुपये दे दिए। यह सिलसिला काफी दिनों तक चला। एक दिन राम सिंह के सामने सारा सच आ गया।

हत्या के बाद जांच करती पुलिस

पता चला कि जिस बेटे की चोट की बात ऊषा कह रही है वह तो जेल में है। ऊषा उसकी चोट के इलाज को नहीं बल्कि उसकी जमानत की पैरवी को पैसे लेकर जाती है। उस वक्त करन शिवपुरी प्रेमनगर में सराफ के यहां हुई लूट के मामले में गोवा से पकड़ा गया था।

हत्या के बाद जांच करती पुलिस

राम सिंह ने अपने स्तर से पड़ताल की तो मालूम हुआ कि उस पर एक दो नहीं बल्कि लूट और चेन लूट के 40 मुदकमे हैं। वह एक सिरे का बदमाश है। उसने दिल्ली तक में लोगों का जीना मुहाल किया हुआ था। राम सिंह ने ऊषा को अपने बेटे से रिश्ता तोड़ने को कहा, लेकिन ऊषा ने राम सिंह की बात मानने के बजाय अपने बेटे के लिए संपत्ति में हिस्सा मांगने लगी।

हत्या के बाद जांच करती पुलिस

करन शिवपुरी वर्तमान में भी सुद्धोवाला जेल में बंद है। वह हमेशा अकेले ही लूट करता था। वर्ष 2017 में उसने दिल्ली में एक ही दिन में सात चेनें लूटी थी।

वृद्ध ने की पत्नी की हत्या

उसे पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस ने बाइकर्स का एक ग्रुप भी उसके पीछे लगाया था। मगर, करन शिवपुरी हर बार उत्तराखंड पुलिस के ही हत्थे चढ़ा। वह एक बार 2018 में और फिर 2020 में प्रेमनगर में लूट के मामले में गोवा से  देहरादून पुलिस के ही हत्थे चढ़ा।

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