पत्रकार विकास धूलिया दिवंगत, पत्रकार जगत में शोक
उत्तराखण्ड के वरिष्ठ पत्रकार विकास धूलिया का निधन
सोमवार दोपहर हरिद्वार में हुआ अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री धामी ने आवास पहुंचकर परिजनों को दी सांत्वना
देहरादून। दैनिक जागरण के राज्य ब्यूरो प्रमुख विकास धूलिया का सोमवार सुबह उनके दून स्थित आवास में निधन हो गया।
विगत रात्रि अचानक तबियत बिगड़ने पर विकास धूलिया को परिजन महंत इंद्रेश अस्पताल ले गये। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
वे अपने पीछे पत्नी,पुत्र-पुत्री व वृद्ध बीमार मां छोड़ गए। मूलतः कोटद्वार निवासी विकास धूलिया तीन दशक से अधिक समय से दैनिक जागरण से जुड़े थे। उनकी आयु मात्र 55 साल थी। सोमवार की दोपहर 3 बजे हरिद्वार के खड़खड़ी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर सूचना आयुक्त योगेश भट्ट तथा कुशल कोठियाल, पूर्व सूचना आयुक्त प्रभात डबराल, सचिव धीराज गर्ब्याल,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेन्द्र डोभाल, पुलिस अधीक्षक पंकज गैरोला समेत राजनीतिक, सामाजिक व पत्रकार संगठनों ने पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व विधानसभाध्यक्ष ऋतु भूषण खण्डूड़ी ने स्वर्गीय पत्रकार विकास धूलिया के आवास पर जाकर परिजनों को सांत्वना दी। अपने शोक सन्देश में कहा कि उत्तरांचल प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष, वरिष्ठ पत्रकार एवं दैनिक जागरण के स्टेट ब्यूरो चीफ विकास धूलिया जी के निधन का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
उनका निधन न केवल पत्रकारिता जगत के लिए बल्कि समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें तथा शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने की शक्ति दें।
महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने भी वरिष्ठ पत्रकार विकास धूलिया के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दिवंगत पत्रकार के दोनों बच्चों की पढ़ाई का खर्चा उठाने का फैसला किया है।
स्टेट ब्यूरो चीफ विकास धूलिया को मुख्य धारा की पत्रकारिता में 28 वर्ष का अनुभव। वर्तमान में पिछले 12 वर्ष से स्टेट ब्यूरो चीफ, देहरादून के पद पर कार्यरत हैं। 1995 में नवभारत टाइम्स, दिल्ली से पत्रकारिता की शुरुआत की। जनवरी 1998 में दैनिक जागरण, देहरादून में कार्य आरंभ किया। उत्तराखंड के अलग राज्य बनने पर एक नवंबर 2000 को दैनिक जागरण स्टेट ब्यूरो सदस्य के रूप में कार्य शुरू किया। वर्ष 2007 से 2011 तक, लगभग साढ़े तीन वर्ष स्टेट डेस्क प्रभारी के रूप में देहरादून में कार्य किया। अक्टूबर 2011 में स्टेट ब्यूरो चीफ के रूप में कार्यभार संभाला।
उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने के लिए राजनीतिक,सामाजिक व पत्रकार संगठनों से जुड़े लोगों का जमावड़ा लगा रहा।