निवेश परिदृश्य: चीन की इच्छा,भारत फंसे तगड़े युद्ध में
‘चीन सब कुछ करेगा..भारत-पाकिस्तान लडाई को.’, Indo-PAK तनाव का इस दिग्गज निवेशक ने बताया ड्रैगन कनेक्शन
Indo-Pak War Tension के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने शनिवार को दोनों देशों के बीच सीजफायर का ऐलान किया था, लेकिन कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया और चीन का अपना प्यारा दोस्त बताया. इसे लेकर सोशल मीडिया पर इंडो-पाक वार के ड्रैगन कनेक्शन से जुड़े पोस्ट वायरल हो रहे हैं.
एंजल निवेशक ने समझाया भारत-पाकिस्तान युद्ध में चीन का फायदा
नई दिल्ली,12 मई 2025,भारत और पाकिस्तान की बीच चरम पर पहुंचे तनाव (India-Pakistan War Tension) के बाद आखिरकार दोनों देशों में सीजफायर (Ceasefire) पर सहमति बनी है. लेकिन शनिवार को सीजफायर का ऐलान होने के महज 3.30 घंटे बाद ही पाकिस्तान ने फिर से नापाक हरकत की. ऐसे समय में चीन (China) की ओर से भी बड़ा बयान आया, जिसमें उसने पाकिस्तान (Pakistan) का साथ देने की बात कही. इसे लेकर भारत के दिग्गज एंजल निवेशक ने ट्विटर (अब X) पर एक पोस्ट के जरिए ड्रैगन का Indo-PAK War कनेक्शन बताया है और कहा है कि,’चीन सब कुछ करेगा…’.
सीजफायर पर सहमति और China का बयान
बिजनेस टुडे पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एंजल इन्वेस्टर उदित गोयनका का ये पोस्ट क्षेत्र में चीन की भूमिका के बारे में बढ़ती अटकलों के बीच आया है. शनिवार को चीन के विदेश (China’s Foregin Minister) मंत्री वांग यी ने इस्लामाबाद के साथ सीधी बातचीत में पाकिस्तान की संप्रभुता के लिए बीजिंग के समर्थन की पुष्टि की. तो इसपर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने भी चीन को धन्यवाद देते हुए उसे बहुत प्यारा, बहुत भरोसेमंद दोस्त बताया. इस बीच पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन भी किया गया, जिसका भारतीय सेनाओं (Indian Army) की ओर से करारा जवाब भी दिया गया.
‘युद्ध से ऐसे चीन का फायदा…’
निवेशक उदित गोयनका ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘मुझे लगता है कि चीन इस सब के पीछे है और वे पाकिस्तान को इस युद्ध के लिए सभी हथियार और अन्य उपकरण मुहैया करा रहा हैं.’ उन्होंने भारत-पाकिस्तान टेंशन को वैश्विक आर्थिक बदलावों से जोड़ते हुए कहा है कि अमेरिका द्वारा चीन पर टैरिफ बढ़ाने (US Tariff On China) से उनकी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स पर बुरा असर पड़ रहा है और इसके चलते ड्रैगन को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. चीन में फैक्ट्रियां बंद होने से इस प्रोडक्शन का एक बहुत बड़ा हिस्सा भारत जा रहा है, जो चीन को रास नहीं आ रहा ।
गोयनका ने तर्क दिया कि सैन्य दृष्टि से नहीं, बल्कि आर्थिक दृष्टि से, भारत हर मायने में वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ रहा है. इतना ही नहीं, हम दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक हैं और ऐसे समय में युद्ध इस गति को बिगाड़ने वाला साबित हो सकता है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘अगर India-Pakistan War होता है, तो यह ग्लोबल स्तर पर हमें नुकसान पहुंचाएगा. इससे निवेशक भारत छोड़ेंगे और हमारी ग्रोथ को भारी झटका लगेगा.’ उन्होंने इसका निहितार्थ बताते हुए कहा कि व्यापार दबाव और आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव से जूझ रहे चीन को भारत की अस्थिरता से यहां पर शांति की तुलना में ज्यादा फायदा हो सकता है. इसलिए चीन यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा कि यह युद्ध न रुके.
भारत-PAK तनाव पर ताजा अपडेट
बीते 22 अप्रैल 2025 को श्रीनगर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के जरिए पाकिस्तान को तगड़ा सबक सिखाया. लेकिन इसके बाद पाकिस्तान ने नापाक हरकत करते हुए हमले सीमा पार से हमले किए, जिनका भारत ने करारा जवाब दिया. शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा घोषित भारत-पाकिस्तान सीजफायर के आधिकारिक ऐलान के कुछ ही घंटों बाद श्रीनगर समेत कई भारतीय क्षेत्रों में ड्रोन देखे गए और धमाकों की आवाजें सुनी गईं. पाक द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के कुछ ही घंटों बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ा रुख अपनाया है. मंत्रालय के अनुसार, सेना को पाकिस्तान की इस हरकत का जवाब देने के लिए सख्त कदम उठाने के आदेश दिए गए हैं.
सीजफायर के ऐलान के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को गीदड़ भभकी दी और भारत-पाक तनाव पर बात की. उन्होंने भारत पर पहलगाम को बहाना बनाकर युद्ध की स्थिति पैदा करने और कई बेबुनियाद आरोप लगाए और इस दौरान शरीफ ने चीन को एक भरोसेमंद मित्र बताया है. इसके बाद रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की तीनों आर्मी चीफ के साथ हाई लेवल मीटिंग की है, जिसमें अजित डोभाल और राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे.
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