इसराइल में नागरिकों ने भी उठाए हथियार

Israel Compulsory Military Becomes A Backbone In The War With Hamas Prominent People Joining It
इजरायलियों के लहू में यह कैसी भावना है! अभिनेता,नेता, कारोबारी… हमास से टकराने सीमा पर हर कोई
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में हर तरफ से कई ऐसी तस्‍वीरें भी आ रही हैं जिनमें कई अभिनेताओं से लेकर जर्नलिस्‍ट तक सेना के साथ जंग में शामिल हो रहे हैं। इन तस्‍वीरों के बाद हर कोई इजरायल के देश सेवा भावना की प्रशंसा कर रहा है।

मुख्य बिंदु
इजरायल में अनिवार्य सैन्‍य सर्विस या कंप्‍लसरी मिलिट्री सर्विस का नियम है
सन् 1949 के कानून के मुताबिक 18 साल होने पर इसे जरूरी बनाया गया
सेवा पूरी करने के बाद व्यक्ति आईडीएफ रिजर्व का हिस्सा बन जाता है
Israel-serive.
इजरायल की फौज में आम नागरिक भी लड़ते जंग

तेल अवीव 13 अक्टूबर: इजरायल के फाउंडर डेविड बेन ग्‍यूरियन ने कहा था साहस एक खास तरह का ज्ञान है जो आपको बताता है कि आपको किस चीज से डरना चाहिए और किस चीज से नहीं डरना चाहिए। हमास के साथ की जंग में ऐसा लगता है कि यह बात सच साबित हो जाएगी। देश के लिए क्‍या अच्‍छा है इस बात को समझकर क्‍या नेता, क्‍या अभिनेता और क्‍या पत्रकार, हर कोई सेना के साथ देश की सेवा को जंग के मैदान में पिछले दिनों जब इजरायल पर हमास ने हमला किया तो देश ने युद्ध की घोषणा कर दी। ऐसे में वो लोग भी जो शांति का जीवन जी सकते थे और किसी और देश में बिना चिंता रह सकते थे, वो भी दुश्‍मन से लड़ रहे हैं।

18 साल से शुरू सर्विस
इजरायल में अनिवार्य सैन्‍य सर्विस या कंप्‍लसरी मिलिट्री सर्विस के तहत चाहे कोई भी हो, उसे जंग के समय सेना के साथ रहना होगा। पिछले दिनों मशहूर इजरायली एक्‍टर लियोर-रेज इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के साथ बतौर वॉलेंटियर जुड़े। लियोर को लोगों ने मशहूर सीरीज फौदा में देखा था जो इंटेलीजेंस एजेंसी मोसाद पर आधारित थी। लियोर के अलावा पूर्व नफताली बेनेट, जर्नलिस्‍ट हनन्या नफ्ताली और कुछ और लोग आईडीएफ के साथ जुड़े हैं। सन् 1949 के इजरायली सुरक्षा सेवा कानून के मुताबिक 18 साल का होने पर सभी इजरायलियों के सैन्य सेवा में भर्ती अति आवश्यक है।
हमास के खिलाफ जंग के मैदान में उतरा ‘Fauda’ वेब सीरीज का ये एक्टर, इजरायली सेना में शामिल
इजरायल और हमास (Israel-Hamas War) आंतकी संगठन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच अब इस भीषण युद्ध में अपने देश इजरायल की रक्षा के लिए नेटफ्लिक्स वेब सीरीज फौदा (Fauda) के कलाकार इदान अमेदी जंग के मैदान में उतर आए हैं। हमास को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए इदान ने हथियार उठाए हैं और इजरायली सेना में शामिल हो गए हैं।

इजरायल और हमास वॉर के मैदान में फौदा का ये एक्टर (Photo Credit-Twitter)

फौदा’ वेब सीरीज एक्टर ने हमास के खिलाफ उठाए हथियार
इजरायल और हमास के बीच जारी भीषण युद्ध
इससे पहले लियोर रज भी फंस गए थे इजरायल और हमास युद्ध

मौजूदा समय में आंतकी सगठन हमास के खिलाफ इजरायल की जंग जारी है। बीते 7 अक्टूर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसके बाद इजरायल ने भी हमास (Israel-Hamas War) को करारा जवाब देते हुए जंग का एलान कर चुका है। इस बीच इजरायल और हमास वॉर के बीच नेटफ्लिक्स की फेमस वेब सीरीज ‘फौदा’ के कलाकार इदान अमेदी को लेकर बड़ी खबर आ रही है।

‘फौदा’ (Fauda) में लीड एक्टर लियोर रज यानी कमांडर डोरोन के दोस्त सागी त्जूर की भूमिका निभाने वाले इदान अमेदी हमास के खिलाफ जारी जंग में अपने देश का नेतृत्व करने के लिए इजरायली सेना में शामिल हो गए हैं। इस दौरान इदान का एक लेटेस्ट वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।

 ‘फौदा’ वेब सीरीज एक्टर ने हमास के खिलाफ उठाए हथियार

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ‘फौदा’ ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर वेब सीरीज कलाकार इदान अमेदी का एक लेटेस्ट वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में इदान ये कहते हुए नजर आ रहे हैं- ”आपको जैसा दिख रहा है कि ये फौदा वेब सीरीज का कोई सीन नहीं है। ये असली जिंदगी की जंग है।

आज मेरा लुक और कपडे़ थोड़े अलग नजर आ हैं। इस भयानक युद्ध में हमारे कई दोस्त, प्रियजनों और करीबियों को मौत के घाट उतार दिया गया है, लेकिन इससे हमारा हौंसला और मनोबला कमजोर नहीं पड़ेगा। मैं इस बात की आशा करता हूं कि जल्द ही हमें शांति के दिन देखने को मिलेंगे।”

वीडियो में साफ देख जा सकता कि ‘फौदा’ सीरीज कलाकार इदान अमेदी इजरायली सेना की वर्दी में नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं उनके हाथ में बंदूक भी दिखाई दे रही है। जिससे ये अदांजा लगाया जा सकता है कि इदान अमेदी ने अपने देश की रक्षा के लिए हमास के खिलाफ हथियार उठाए हैं।

लियोर रज भी फंस गए थे इजरायल और हमास युद्ध में
अभी कुछ दिन पहले इजरायल और हमास युद्ध के दौरान ‘फौदा’ सीरीज के मेन हीरो लियोर रज को लेकर बड़ी खबर सामने आई थी। रज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसमें वह दीवार के पीछे छिपकर अपनी जान बचाते हुए नजर आए थे।

वीडियो में आसमान में रॉकेट और बैकग्राउंड में बमबारी के धमाकों की आवाज साफ सुनाई दे रही थी। हालांकि इस भयानक मंजर से लियोर रज जैसे-तैसे सुरक्षित बच गए।

जरूरत पड़ने पर ड्यूटी पर

सिर्फ दो ग्रुप ऐसे थे जिन्‍हें इससे छूट दी गई थी, अति-रूढ़िवादी और अरब इजरायली। ये समूह मिलकर इजरायली आबादी का 30 प्रतिशत से ज्‍यादा हिस्‍सा बनाते हैं। इजरायल के पास तीन लाख से ज्‍यादा रिजर्व सैनिक हैं। इजरायल में नागरिकों के लिए मिलिट्री सर्विस अनिवार्य है। पुरुष ढाई साल और महिलाएं दो साल तक सेवा करती हैं और 18 साल की उम्र से यह शुरू हो जाती है। अपनी अनिवार्य सेवा पूरी करने के बाद कोई भी व्यक्ति आम तौर पर आईडीएफ रिजर्व का हिस्सा बन जाता है। इसका मतलब यही है कि जरूरत पड़ने पर उन्‍हें ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है। वे अगर चाहें तो अपनी इच्‍छा से जंग के मैदान में उतर सकते हैं।

किसी को भी छूट नहीं

इजरायल में सभी नागरिक रिजर्व फोर्स में शामिल होने के योग्‍य होते हैं। इसमें वो पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं जिन्होंने अपनी अनिवार्य सैन्य सेवा पूरी कर ली है। किसी को भी लिंग या आयु की दृष्टि से कोई छूट नहीं मिलती है। स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं या कुछ खास स्थितियों में कुछ व्यक्तियों या विशेष भूमिकाओं में काम करने वाले लोगों के लिए इसमें कुछ सीमाएं होती हैं। आईडीएफ की तरफ से समय-समय पर ट्रेनिंग का आयोजन होता है ताकि ये सैनिक हर पल युद्ध कौशल को तैयार हों। आम तौर पर, रिजर्व सैनिकों के तौर पर 40 या 50 साल तक की आयु में इन्‍हें दोबारा बुलाया जा सकता है। इजरायल में कुछ रिजर्व सैनिक साल में कुछ हफ्तों तक ही सेवा देते हैं जबकि कुछ लंबे समय तक ऑन-ड्यूटी रहते हैं। इन सभी को मॉर्डन हथियारों के साथ ट्रेनिंग मिलती है।

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