शर्मिष्ठा पनोली 14 दिन की न्यायिक हिरासत में,असम पुलिस को वजाहत रशीदी की तलाश
Sharmistha Panoli News: शर्मिष्ठा पनोली केस में मुख्य शिकायतकर्ता वजाहत खान के खिलाफ FIR की मांग, हिंदू देवी देवताओं के अपमान का आरोप
सोशल मीडिया एन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. मुख्य शिकायतकर्ता वजाहत खान कादरी रशीदी के खिलाफ कोलकाता पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है.
शर्मिष्ठा पनोली
राजेश साहा / इंद्रजीत कुंडू
कोलकाता,02 जून 2025,सोशल मीडिया एन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. मुख्य शिकायतकर्ता वजाहत खान कादरी रशीदी के खिलाफ कोलकाता पुलिस में दो शिकायत दर्ज कराई गई है. शिकायत में उन पर मां कामाख्या और भगवान श्रीकृष्ण के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है. हालांकि लालबाजार पुलिस मुख्यालय ने अब तक यह शिकायत एफआईआर में नहीं बदली गई है.
यह शिकायत भाजयुमो उत्तर कोलकाता के जिला अध्यक्ष सुबोध दास द्वारा की गई है. उन्होंने भारतीय न्याय संहिता की धारा 196(1)(ए), 299, 352 और 353(1)(सी) के तहत वजाहत खान पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह भाषण घृणास्पद है, और इसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19(1)(ए) में दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा नहीं माना जा सकता.
पिता ने कहा- बेटा निर्दोष
इस बीच इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, वजाहत कल रात से लापता हैं. उनके पिता सआदत खान ने कहा, ‘मेरा बेटा निर्दोष और धर्मनिरपेक्ष है. वह हिंदू धर्म का अपमान नहीं कर सकता. हमें शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी के बाद से धमकियां मिल रही हैं. उसका सोशल मीडिया प्रोफाइल हैक कर लिया गया था. सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए.
जानिए शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी की वजह
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को उनके एक (अब डिलीट किए जा चुके) वीडियो को लेकर गिरफ्तार किया गया है. इस वीडियो में शर्मिष्ठा ने कुछ बॉलीवुड सितारों की आलोचना की थी कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर चुप्पी क्यों साध रखी है. आरोप है कि इस वीडियो में उन्होंने एक विशेष समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और विवाद खड़ा हो गया.
शर्मिष्ठा ने मांगी माफी, FIR दर्ज
वीडियो हटाने के बाद शर्मिष्ठा पनोली ने बिना शर्त माफी मांग ली थी, लेकिन इसके बावजूद कोलकाता पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज की है. FIR में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने और शांति भंग करने की नीयत से अपमानजनक टिप्पणी करने जैसे गंभीर अपराध किए हैं.
कौन है वजाहत रशीद जिसे पकड़ने को हिमंता ने लगाई असम की पुलिस, ममता से भी मांगा सपोर्ट
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी के बाद वजाहत रशीद पर हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के आरोप लगे हैं. असम पुलिस ने वजाहत को गिरफ्तार करने के लिए टीम भेजी है.
असम पुलिस ने वजाहत रशीद की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी.
वजाहत रशीद पर हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का आरोप.
वजाहत रशीद कोलकाता स्थित ‘रशीदी फाउंडेशन’ के सह-संस्थापक हैं.
गुवाहाटी. पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा हाल ही में एक युवा कानून की छात्रा शर्मिष्ठा पनोली को धार्मिक भावना आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आया है. जिस शख्स वजाहत खान कादरी रशीदी ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, उसी पर अब हिंदू देवी-देवताओं के अपमान और भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप लग रहे हैं. वजाहत रशीद के मामले पर असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. असम पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए एक टीम बंगाल भेजी है. असम सरकार ने वजाहत को गिरफ्तार करने के लिए बंगाल सरकार से मदद मांगी है.
कौन है वजाहत रशीद?
वजाहत रशीद कोलकाता स्थित ‘रशीदी फाउंडेशन’ के सह-संस्थापक हैं. उन्होंने ही शर्मिष्ठा पनोली के खिलाफ कोलकाता पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई. वजाहत ने सोशल मीडिया पर इस शिकायत को लेकर कई पोस्ट भी किए और बाद में गिरफ्तारी का जश्न भी मनाया. हालांकि अब सोशल मीडिया पर उनके पुराने पोस्ट्स वायरल हो रहे हैं. जिनमें उन्होंने हिंदू धर्म, भगवान कृष्ण, कामाख्या देवी मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों और हिंदू त्योहारों को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी थीं. इनमें से कुछ पोस्ट उन्होंने बाद में डिलीट भी कर दिए.
दो वकीलों ने दर्ज कराई शिकायत
इन भड़काऊ पोस्टों को लेकर दिल्ली के अधिवक्ता विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस और साइबर क्राइम यूनिट में वजाहत रशीद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 194, 195, 356 और आईटी एक्ट की धारा 66, 67, 69 में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. एक अन्य अधिवक्ता, अमिता सचदेवा ने भी दिल्ली के साकेत साइबर थाने में वजाहत रशीद के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. उन्होंने लिखा कि वजाहत के पोस्टों से हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और वे सांप्रदायिक तनाव फैला सकते हैं.
शर्मिष्ठा पनोली ने मांगी थी माफी
वहीं, शर्मिष्ठा पनोली ने भी अपने कथित आपत्तिजनक वीडियो को डिलीट किया था और माफी मांग ली थी. बावजूद इसके, उन्हें कोलकाता की अलीपुर कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अब सवाल उठता है कि क्या कानून सभी के लिए समान है? और क्या दोनों ही मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई होगी? यह देखना बाकी है।
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है. कुछ यूज़र्स इसे पाकिस्तान विरोध से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे फ्री स्पीच का मसला बता रहे हैं. कई लोग इस गिरफ्तारी को लेकर सीधे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सवाल उठा रहे हैं.आरोप-प्रत्यारोपों के बीच कोलकाता पुलिस लगातार इस मामले पर सफाई पर सफाई दे रही है. कोलकाता पुलिस ने एक बार फिर एक बयान जारी कर सफाई दी है. अपनी नई सफाई में कोलकाता पुलिस ने “देशभक्ति के खिलाफ कार्रवाई” जैसे आरोपों को खारिज किया है.
कोलकाता पुलिस ने सफाई दी कि शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी किसी “पाकिस्तान विरोधी बयान” या “देशभक्ति जताने” की वजह से नहीं, बल्कि “नफरत फैलाने वाली आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने” के आरोप में हुई है. पुलिस के मुताबिक उन्होंने समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने वाला एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसके खिलाफ 15 मई 2024 को गार्डनरीच थाने में शिकायत दर्ज हुई थी.
कानूनी नोटिस दिए गए, लेकिन
पुलिस ने अपनी सफाई में कहा कि BNSS की धारा 35 के तहत कई बार नोटिस भेजे गए, लेकिन शर्मिष्ठा हर बार गायब रहीं. इसके बाद कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट लिया गया और उन्हें कानूनी प्रक्रिया के तहत गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने यह भी दोहराया कि नए भारतीय न्याय संहिता के तहत ऐसा कोई भी पोस्ट जो धार्मिक समुदायों के बीच नफरत फैलाए जो कि अब दंडनीय अपराध है.
कोलकाता पुलिस ने क्यों दी इतनी लंबी सफाई?
कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पर चल रहे उन दावों को “शरारती और भ्रामक” बताया जिनमें शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को “देशद्रोह विरोधी भावना” के तौर पर प्रचारित किया जा रहा था. पुलिस ने कहा कि ऐसा कोई भी कृत्य जो भारत के किसी भी वर्ग के लिए अपमानजनक हो, “हमारे दुश्मनों को ही फायदा पहुंचाएगा” और यह “अत्यंत घृणित” है.
वजाहत खान पर भी गहराए संकट
इस केस में नया ट्विस्ट तब आया जब शिकायतकर्ता वजाहत खान पर ही धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लग गया. एडवोकेट विनीत जिंदल ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. वजाहत खान पर “धार्मिक अपमान और नफरत फैलाने” जैसे आरोप लगे हैं, जिससे पूरा मामला और पेचीदा हो गया है.
बार काउंसिल ऑफ इंडिया तत्काल रिहाई की मांगी की
दिल्ली बार काउंसिल ने सोमवार (2 जून 2025) को शर्मिष्ठा पनोली की तत्काल रिहाई की मांग की है. बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने शर्मिष्ठा पनोली की तत्काल रिहाई और निष्पक्ष सुनवाई की मांग की. आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने शर्मिष्ठा पनोली मामले में न्यायसंगत कार्रवाई की अपील की. उन्होंने टीएमसी सरकार पर सवाल भी उठाए. उन्होंने पूछा, “जब टीएमसी के चुने हुए नेता, सांसद सनातन धर्म का मजाक उड़ाते हैं तो लाखों लोगों को बहुत दुख होता है, उसका क्या?”
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