पंचकुला:विफल व्यवसायी प्रवीण मित्तल ने फाइनेंसरों के दबाव में किया अपना वंश नाश

सात लोगों की आत्महत्या कथा: शाम 6.40 बजे पहुंचा परिवार, रात 10 बजे तक खड़ी रही कार; साली राखी ने बताया भेद
पंचकूला 28 मई 2025। पंचकूला के सेक्टर-27 में जहर खाकर परिवार के सात लोगों की आत्महत्या मामले की गुत्थी अभी अनसुलझी है। कारोबार में घाटा हो गया था। फाइनेंसर परिवार को हत्या की धमकी दे रहे थे। इसलिए व्यवसायी ने अपने ही हाथों परिवार खत्म कर दिया। वहीं, व्यवसायी की साली ने बड़ा रहस्य खोला है।

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पंचकूला के सेक्टर-27 में सोमवार रात करीब 10.15 बजे सात जनों ने विषपान कर आत्महत्या की गुत्थी अभी पूरी तरह से सुलझ नहीं पाई है।  जांच पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों ही एंगल से कर रही है। पुलिस को मौके से दो आत्महत्या लेख मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, आत्महत्या लेख के अनुसार फाइनेंसर लगातार ऋण वापसी का दबाव बना रहे थे। परिवार को डराया-धमकाया जा रहा था। प्रवीन के पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी मिल रही थी।

प्रवीन मित्तल के ससुर राकेश गुप्ता और पुलिस का कहना है कि करोड़ों का कर्ज होने से प्रवीन परेशान चल रहे थे। उन पर फाइनेंसरों का दबाव भी था, इसलिए परिवार के साथ आत्महत्या कर ली।

डलिशा, कारोबारी प्रवीन और बेटे हार्दिक का फाइल फोटो
सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग की जांच के लिए पुलिस ने फोरेंसिक लैब भेजा है। पुलिस उन फोन कॉल की भी जांच कर रही है, जो प्रवीन मित्तल को फाइनेंसरों की ओर की जा रही थी। सवाल यह उठता है कि शाम करीब 6.40 बजे ही परिवार जब सेक्टर-27 में पहुंच गया था। वहां लोगों के देखने से पहले ही तो जहर नहीं खा लिया था।

रीना का फाइल फोटो
जहर खाकर मरने वालों में प्रवीन मित्तल (42 वर्ष ), उनकी पत्नी रीना (38 वर्ष), मां विमला (71 वर्ष), पिता देशराज (72वर्ष), जुड़वां बेटियां ध्रुविका और डलिशा (11वर्ष), बेटा हार्दिक (14वर्ष) शामिल था। मूलरूप से हिसार निवासी प्रवीन मित्तल का परिवार साल 2007-2008 में देहरादून से पंचकूला गया था।
ध्रुविका का फाइल फोटो
यहां पहले प्रवीन मित्तल ने बैंक लोन लेकर स्क्रैप की फैक्टरी लगाई, जिसमें करोड़ों का घाटा हो गया था। बैंक क्रप्ट होने के बाद प्रवीन ने देहरादून में फाइनेंसरों से कर्ज लेकर दूर एंड ट्रैवल का बिजनेस किया लेकिन वह भी नहीं चला। इसके बाद प्रवीन दोबारा पिंजौर शिफ्ट हो गए, लेकिन लगातार फाइनेंसरों के दबाव के बीच प्रवीन संकेतड़ी में 25 दिन पहले किराये पर मकान लेकर परिवार के साथ रहने आ गए थे।

पंचकूला में सात जनों की आत्महत्या बाद दुखी परिजन –
भतीजे ने उठाया सवाल
प्रवीन के भतीजे अंकित मित्तल ने कहा कि साल 2007 में चाचा के ऊपर बैंक का कर्ज था। उन्होंने इस तरह का फैसला नहीं लिया। अब तो कर्ज के चलते आत्महत्या का सवाल ही नहीं था। अंकित ने बताया कि 30 अप्रैल को उसके चाचा पूरे परिवार के साथ भाई की शादी में शामिल होने दिल्ली आए थे। पूरा परिवार काफी खुश था। चाचा ने डांस भी किया। 10 मई को चाचा से बात हुई थी।  ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा था, वह इतना बड़ा कदम उठा सकते हैं।

ससुर ने कहा-एक करोड़ का लिया था कर्ज
प्रवीन के ससुर राकेश गुप्ता ने बताया कि प्रवीन हिसार के बरवाला का रहने वाला है। उसने बिजनेस के लिए 10 साल पहले एक करोड़ रुपये का लोन लिया था। तब वह सपरिवार देहरादून चला गया। वहां उसने दूर एंड ट्रैवल्स का काम शुरू किया, लेकिन इसमें घाटा हो गया। प्रवीन और उसका परिवार 10 साल से मेरे संपर्क में नहीं था।

पंचकूला के सिविल अस्पताल के बाहर बैठे गमगीन परिजन
वहीं उनकी साली राखी गुप्ता ने आरोप लगाया कि लगातार प्रवीन की मदद की गई लेकिन वह घाटे से उबर नहीं पाए और परिवार की हत्या कर खुद भी मौत को गले लगा लिया।

सात जनों की आत्महत्या बाद आत्महत्या स्थल पर पुलिस और अन्य

आत्महत्या लेख में कहा-बुआ का लड़का करेगा अंतिम संस्कार
अंकित ने बताया कि उसके पास रात को फोन आया था, उसके बाद वह सुबह 10 बजे पंचकूला पहुंच गया था। अंकित का कहना है कि उसे पुलिस का फोन आया था कि आत्महत्या लेख में प्रवीन ने लिखा है कि मेरे परिवार की मौत के बाद अंतिम संस्कार उसके बुआ के लड़के संदीप अग्रवाल करेंगें।
पंचकूला के सेक्टर 27 में खड़ी कार
पुलिस अब फाइनेंसरों की तलाश में जुटी
डीसीपी (क्राइम) अमित दहिया के मुताबिक प्रवीन के मोबाइल की जांच की जा रही है। उसके पास से मिले मोबाइल से अब फाइनेंसरों के नंबरों की जांच हो रही है। इसमें जिन लोगों ने उससे बात की है, पुलिस उनसे भी पूछेगी। इसके साथ दूसरे पक्ष भी देखे जा रहे हैं।

कार में जांच करती टीम
दो आत्महत्या लेख मिले हैं। एक कार के डैशबोर्ड और दूसरा बैग में मिला है। इनके हस्तलेख की जांच फोरेंसिक टीम कर रही है। यह पता लगाने का प्रयास हो रहा है कि यह आत्महत्या लेख किसने लिखा। नोट में प्रवीन मित्तल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होना सूचित किया है। सीसीटीवी फुटेज में गाड़ी शाम 6.40 बजे से रात 10 बजे तक सेक्टर-27 के मकान 1204 के पीछे खाली प्लॉट में खड़ी थी। अमित दहिया, क्राइम एंड ट्रैफिक, डीसीपी, पंचकूला

शव ले जाते कर्मी
सीसीटीवी में परिवार
पंचकूला में सेक्टर-27 में सात लोगों के जहर खाकर आत्महत्या करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। मृतक परिवार की कार की लोकेशन मकान नंबर 1204 के पास खाली प्लॉट में शाम 6.40 से रात 10 बजे तक मिली है। चर्चा है कि परिवार सेक्टर-5 में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की श्री हनुमंत कथा सुनने गया था।

पुलिस के अनुसार, धीरेंद्र शास्त्री की कथा के समय प्रवीन मित्तल का पूरा परिवार सेक्टर-27 के खाली में प्लॉट में जहर खाने से कार में बेसुध पड़ा था। कार खड़ी देखने के एक घंटे बाद आसपास के लोग खिड़की पर तौलिया टंगा पाया तो संदेह हुआ।

परिवार के सदस्य को बचाने की कोशिश करते डॉक्टर
ड्राइविंग सीट पर प्रवीन मित्तल बैठा था। उसकी हालत भी ठीक नहीं थी। बाकी लोग पिछली सीट पर बेसुध पड़े थे। आसपास के लोगों ने प्रवीण से पूछा कि यहां आप क्या कर रहे हो तो प्रवीण ने जवाब दिया कि परिवार के साथ पंचकूला घूमने आया था। थकान होने पर सभी पिछली सीट पर सो रहे हैं। राणा नामक एक व्यक्ति ने पिछले सीट पर नजर दौड़ाई तो पाया कि सभी एक दूसरे पर उल्टी किए हुए थे। उनकी हालत ठीक नहीं थी। तुरंत आसपास के लोगों ने प्रवीन को पानी पिलाया। इसके बाद लोगों ने डायल-112 को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के बाद पता चला कि सभी ने जहर खाया हुआ है।

घटनास्थल पर जांच करती टीम
फाइनेंसर के दबाव में परिवार ने की आत्महत्या
पंचकूला के सेक्टर-27 में सोमवार की रात एक ही परिवार के सात लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या पर मृतक प्रवीन मित्तल के ससुर राकेश गुप्ता का कहना है कि करोड़ों का कर्ज होने के चलते वह परेशान थे। फाइनेंसर परिवार को जान से मारने की धमकी देते थे।

Panchkula family Seven people Suicide Praveen Mittal Bought Car in name of His friend from dehradun
जिस कार में मिली सात लाशें, उसे दोस्त के नाम पर खरीदकर लाए थे प्रवीण, लगातार दे रहे थे किस्त

गंभीर सिंह नेगी ने पुलिस को बताया कि उनकी मुलाकात प्रवीण मित्तल से उनके एनजीओ में काम करते वक्त हुई थी। दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। इस पर प्रवीण मित्तल ने कहा था कि वह उनके नाम पर एक कार लेना चाहते हैं।

पंचकूला में सामूहिक आत्महत्या करने वाला मित्तल परिवार तीन साल पहले देहरादून में रहता था। प्रवीण मित्तल की जेब से जो आधार कार्ड मिला था वह यहां 274 कौलागढ़ के पते का था। इस आधार पर हरियाणा के पंचकूला की पुलिस ने देर रात देहरादून पुलिस को इस सामूहिक आत्महत्या कांड के बारे में सूचना दी थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि इस पते पर मित्तल परिवार तीन साल रहा था, लेकिन एक साल पहले यहां से चंडीगढ़ अपने मूल पते पर रहने चला गया था। जिस कार में परिवार के सदस्य मृत पाए गए हैं, वह कार भी उनके दोस्त मालदेवता निवासी गंभीर सिंह नेगी के नाम पर है।

गंभीर सिंह नेगी ने पुलिस को बताया कि उनकी मुलाकात प्रवीण मित्तल से उनके एनजीओ में काम करते हुई थी। दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। प्रवीण मित्तल ने कहा था कि वह उनके नाम पर एक कार लेना चाहते हैं। गंभीर सिंह नेगी ने भी हामी भर दी और फाइनेंस करा कार अपने नाम पर खरीद ली। वर्ष 2021 से प्रवीण मित्तल यह कार इस्तेमाल कर रहे थे।

पंचकूला में सामूहिक हत्या का मामला
खुद के नाम पर कार फाइनेंस करा प्रवीण मित्तल को देने वाले गंभीर सिंह नेगी भी उनके इस कदम से बेहद आहत हैं। उनका कहना है कि मित्तल से उनके पारिवारिक संबंध थे। वर्ष 2021 में उन्होंने कहा था कि उनका यहां कोई जान-पहचान वाला नहीं है।

देहरादून में यहीं रहते थे प्रवीण मित्तल
ऐसे में उन्होंने कार फाइनेंस कराने का आग्रह किया था। उनके सरल स्वभाव और जान-पहचान के चलते उन्होंने कार फाइनेंस करा दी। चार सालों से भी ज्यादा समय हो गया था, वह लगातार गूगल पे के माध्यम से कार की किस्तें जमा करते आ रहे थे, लेकिन बीते दो महीनों से किस्त जमा नहीं हुई हैं।
पंचकूला के सेक्टर 27 में खड़ी कार
उनसे फोन पर बातें होती रहती थीं, लेकिन कभी इस बारे में चर्चा नहीं की। एक साल पहले उन्होंने बताया था कि वह चंडीगढ़ शिफ्ट हो गए हैं। किस्त बाउंस होने के बारे में अब भी वह पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं।

देहरादून में प्रवीण मित्तल के घर पर जांच करती पुलिस
उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि दो महीने से किस्त बाउंस हो रही थीं। मित्तल ने ऐसा कदम क्यों उठाया इस पर अब भी विश्वास नहीं कर पा रहा हूं। वह एनजीओ चलाते थे। इसके अलावा उनके किसी काम के बारे में जानकारी नहीं है।

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