सेना PC:हर लक्ष्य उडाया, शव नहीं गिनते, युद्ध जारी,सब बताने से शत्रु को लाभ

Operation Sindoor How Air Force Conducts Strikes Multiple Pakistani Airbases Satellite Imagery Reveals Damage
भारतीय वायुसेना ने कई पाकिस्तानी एयरबेसों को कैसे किया टारगेट, सैटेलाइट तस्वीरों से भारी नुकसान का खुलासा

ऑपरेशन सिंदूर में हमने IC-814 हाईजैक और पुलवामा के षड्यंत्र कर्ताओं को ढेर किया’, सेना ने दी जानकारी
भारतीय वायुसेना ने 10 मई को पाकिस्तान के कई एयरबेस पर अटैक किए। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि भोलाारी एयरबेस पर सीधा हमला हुआ। शाहबाज एयरबेस और सरगोधा एयरबेस पर भी हमले की खबर है। एयर मार्शल ए के भारती ने कहा कि यह कार्रवाई हाई वैल्यू टारगेट केंद्रित थी।

More Than 100 Terrorists Killed Operation Sindoor Dgmo Press Conference Start Shiva Tandava 
ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज्यादा आतंकी ढेर, दुश्मन के 40 जवान ढेर… भारतीय सेना की PC में शिव तांडव की धुन
Operation Sindoor DGMO PC : ऑपरेशन सिंदूर कैसे संपन्न हुआ। पाकिस्तान को कहां-कहां चोट पहुंची, कैसे वो बैकफुट पर आया। आगे आतंकी हमला हुआ तो भारतीय सेना कैसे एक्शन लेगी। दिल्ली में डीजीएमओ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी प्वाइंट्स पर खुलकर सेना ने पक्ष रखा। पीसी का प्रारंभ शिव तांडव की धुन से हुआ। जानिए प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें।

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही तनाव कम होता दिख रहा, बावजूद इसके भारतीय सेना अब भी एक्टिव मोड पर है। हाल ही के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान को कितना नुकसान हुआ डीजीएमओ की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने पूरी जानकारी दी। शिवतांडव से प्रेस कॉन्फ्रेंस  शुरु हुई। इसमें भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद सिर्फ आतंकियों का खात्मा करना था। हमने 100 आतंकी खत्म किये। इसके साथ ही कई आतंकी ठिकानों को भी टारगेट किया गया। उन्होंने इसके सबूत भी दिखाए।
operation Sindoor top high lights
ऑपरेशन सिंदूर पर डीजीएमओ की पीसी की बड़ी बातें

9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त, मारे गए इतने आतंकी
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई पहलगाम में टूरिस्ट पर हमले के बाद बनाई गई। इस ऑपरेशन का साफ सैन्य उद्देश्य था कि आतंकवादियों और उनके ठिकानें तबाह करना। हमने बॉर्डर पार के आतंकी कैंपों की गहराई से पहचान की। हालांकि, वहां कई ठिकाने पहले ही खाली कर दिए गए थे। हमें 9 ऐसे ठिकानों की पुष्ट जानकारी मिली जहां आतंकी छिपे हुए थे। हमारी एजेंसियों ने इन ठिकानों को एक्टिव बताया तो कार्रवाई की गई। जिसमें 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए।

आतंकी यूसुफ अजहर जैसे कई हाई वैल्यू टारगेट बने निशाना
डीजीएमओ ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान कई ठिकाने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे। इसमें मुरीदके कैंप भी था, जहां से कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों का कनेक्शन था। हमारी स्ट्राइक में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे हाई वैल्यू टारगेट शामिल हैं। ये आतंकी IC 814 हाइजैक और पुलवामा हमले से जुड़े थे।
पाकिस्तान ने की हमारे एयर फील्ड को निशाना बनाने की कोशिश, रहे फेल
जनरल राजीव घई ने बताया कि एलओसी पर पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और उनकी ओर से नागरिक क्षेत्रों जैसे गुरुद्वारों को भी निशाना बनाया गया। डीजीएमओ ने बताया कि 8-9 मई की रात को पाकिस्तान के ड्रोन बॉर्डर पर आए और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया पर ज्यादातर फेल हो गए। हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें फेल किया। पाकिस्तान की तरफ से हमारे एयर फील्ड को निशाना बनाने की कोशिश की। हमने फेल किए। हमने अपना डिप्लॉयमेंट और मजबूत किया। आर्टिलरी फायर में पाकिस्तान के 35-40 सैनिकों का नुकसान हुआ।

जब पाकिस्तान के डीजीएमओ का हॉटलाइन पर मैसेज आया
डीजीएमओ ने बताया कि 10 मई की सुबह हॉटलाइन में मैसेज आया जिसमें पाकिस्तान के DGMO ने बात करने के लिए पूछा। हमने तय किया है बात करेंगे। हमने फिर 12 मई को बात करने का तय किया है, जो समझौता हुआ है उस पर। पर पाकिस्तान आर्मी ने कुछ ही घंटे में समझौते का उल्लंघन किया, जिसका जवाब दिया गया। डीजीएमओ ने कहा कि जो समझौता हु़आ वह फायरिंग रोकने के लिए हुआ। फिर कल मॉडेलिटीज तय होगी, पर पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में इसका उल्लंघन किया। आज रात देखते हैं क्या होता है।

पाकिस्तान आर्मी ने बॉर्डर क्रॉस नहीं किया
डीजीएमओ ने बताया कि पाकिस्तान की आर्मी ने इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस नहीं किया। घुसपैठ की कोशिश जरूर हु़ई थी। वे आतंकी थे या पाकिस्तान के कमांडो ये कहना मुश्किल, पर उनकी कोशिश फेल की गई। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि जो हु़आ ये कोई वॉर से कम नहीं है। सामान्य स्थिति में ऐसे एयर स्ट्राइक नहीं होती, ड्रोन अटैक नहीं होते हैं।

एयरफोर्स ने मुरीदके और बहावलपुर आतंकी कैंप को कैसे किया टारगेट
भारतीय वायु सेना के महानिदेशक एयर ऑपरेशंस (DGAO) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि एयरफोर्स ने मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ट्रेनिंग कैंप को सटीक निशाना बनाया। स्ट्राइक का मकसद अचीव हुआ। बहावलपुर में हाई वैल्यू टारगेट था। हमने प्रिसिजन स्ट्राइक की। DGAO ने कहा कि हमने 6/7 मई की रात को पाकिस्तान के किसी मिलिट्री ठिकाने निशाना नहीं बनाया। लेकिन 7 मई को पाकिस्तान ने हमारे मिलिट्री ठिकाने और सिविल एरिया को निशाना बनाया। तब हमने उनके एयर डिफेंस सिस्टम और रडार को निशाना बनाया।

दुश्मन ने किया ड्रोन अटैक, सिविलियंस को निशाना बनाने की कोशिश
डीजीएओ ने बताया कि 8-9 मई की रात को बड़ी संख्या में अलग-अलग दिशाओं से ड्रोन आए। हमारा एयर डिफेंस पूरी तरह तैयार था। 7 मई की और 8 मई की रात को फर्क ये था कि 7 मई को ज्यादा ड्रोन थे पर 8 को ज्यादा कॉडकॉप्टर भी थे। ये जासूसी के लिए हो सकते थे और सिविलियंस को निशाना बनाने को लिए। हमने जवाब में फिर पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया।

पाकिस्तान के एयरबेस, कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम को किया टारगेट
डीजीएओ ने बताया कि हमने पाकिस्तान के एयरबेस, कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम को पूरे बॉर्डर पर निशाना बनाया। हमारे पास उनके हर बेस को हर सिस्टम को टारगेट करने की क्षमता है। बस उन्हें सद्बुद्धि आए इसलिए संतुलित स्ट्राइक की हमने। शुरू से हमारी लड़ाई पाकिस्तानी मिलिट्री या किसी और से नहीं थी, हमारी जंग आतंकियों के खिलाफ थी। DGAO ने कहा कि पाकिस्तान के कुछ जेट हमने गिराए हैं लेकिन अभी नंबर नहीं बताना चाहते। हम कॉम्बेट सिनेरियो में हैं। इसमें नुकसान होता ही है। हमें यह देखना चाहिए कि क्या हमने टारगेट अचीव किया, आतंकी ठिकानों को नष्ट करने का, जवाब है हां।

अलर्ट रही भारतीय नेवी, ऐसे पाकिस्तान को रोका
भारतीय नौसेना के महानिदेशक नेवी ऑपरेशंस (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेवी ने अपने एसेस्ट्स डिप्लॉय कर दिए थे। हमने समंदर में टेस्ट भी किए, अपनी ऑपरेशनल तैयारी के लिए। नेवी ने पाकिस्तानी नेवी को डिफेंसिव पॉश्चर में रहने को मजबूर किया। वह पूरे टाइम अपने हार्बर में रहे।

शिव तांडव की धुन से शुरू हुई भारतीय सेना की पीसी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (DG Air Ops) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (DGNO) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद शामिल हुए। प्रेस कॉन्फ्रेंस की खास बात ये रही कि इसकी शुरु में शिवतांडव की धुन बजी।

ऑपरेशन सिंदूर में हमने IC-814 हाईजैक और पुलवामा के षड्यंत्रकर्ताओं को ढेर किया’, सेना ने दी जानकारी
सेना ने एयर स्ट्राइक में यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद को मार गिराया. बता दें कि यूसुफ अज़हर IC-814 हाईजैकिंग का मास्टरमाइंड था और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था. अब्दुल मलिक रऊफ IC-814 हाईजैकिंग के साथ-साथ पुलवामा हमले की साजिश में भी शामिल था।

भारतीय सेना ने रविवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में 7 मई के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की विस्तार से जानकारी दी. सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और 9 टेरर कैंप्स को निशाना बनाया.

सेना ने बताया कि इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया है, जिनमें IC-814 प्लेन हाईजैक के साजिशकर्ता और पुलवामा हमले के दोषी भी शामिल थे. यह जानकारी भारतीय सेना के महानिदेशक सैन्य संचालन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने रविवार को दी.

हाई वैल्यू टारगेट समेत 100+ आतंकी मारे गए 
उन्होंने कहा, ‘मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हमने पूरी तरह से सरप्राइज अटैक किया. 9 आतंकी अड्डों पर की गई इन स्ट्राइक्स में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, जिनमें कई हाई-वैल्यू टारगेट भी शामिल थे.

सेना ने एयर स्ट्राइक में यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद को भी मार गिराया. बता दें कि यूसुफ अज़हर IC-814 प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड था और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था. वहीं अब्दुल मलिक रऊफ IC-814 हाईजैकिंग के साथ-साथ पुलवामा हमले की साजिश में भी शामिल था.

मसूद अजहर का साला ढेर

मोहम्मद यूसुफ अजहर को ‘उस्ताद जी’, ‘मोहम्मद सलीम’ और ‘घोसी साहब’ के नाम से भी जाना जाता था. वह भी जैश-ए-मोहम्मद का एक प्रमुख कमांडर था. यूसुफ जैश चीफ मौलाना मसूद अजहर का साला था. वह जैश-ए-मोहम्मद के लिए वेपन ट्रेनिंग का जिम्मा संभालता था यानी आतंकियों को मिलने वाले हथियार प्रशिक्षण की देखरेख करता था. मोहम्मद यूसुफ अजहर जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल और आईसी-814 कंधार हाईजैक मामले में भारत को उसकी तलाश थी. इस हाईजैक के चलते 1999 में भारत को मसूद अजहर को रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा था.

‘स्पष्ट मिलिट्री टारगेट के साथ ऑपरेशन को दिया गया अंजाम’

शीर्ष सैन्य अधिकारी ने पुष्टि की कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक स्पष्ट मिलिट्री टारगेट के साथ अंजाम दिया गया था- आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को सजा देना और उनके आतंकी ढांचे को नष्ट करना.’

भारतीय वायुसेना ने 10 मई को पाकिस्तान के कई एयरबेस पर हमला किया। ये हमले बेहद सटीक थे। सैटेलाइट से मिली तस्वीरों से पता चलता है कि इन हमलों में पड़ोसी मुल्क को काफी नुकसान हुआ है। सूत्रों के अनुसार, भारत ने हवा से मार करने वाली क्रूज मिसाइलों (ALCMs) का इस्तेमाल किया। माना जा रहा है कि ये मिसाइलें ब्रह्मोस थीं।
indian air force target pakistan

पाकिस्तान पर एक्शन की सैटेलाइट इमेज
भारतीय स्पेस एनालिटिक्स फर्म ‘कवास्पेस’ ने कुछ तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में पाकिस्तान एयर फोर्स के भोलारी एयरबेस पर एक हैंगर को सीधा निशाना बनाया गया है। तस्वीरों में मलबा और इमारत को नुकसान दिख रहा है। हैंगर रनवे के पास था, इसलिए माना जा रहा है कि इसका इस्तेमाल तुरंत कार्रवाई के लिए किया जाता था।

कई एयरबेस को भारी नुकसान 
एक और हमले में, शाहबाज एयरबेस के एक हैंगर को निशाना बनाया गया। यह एयरबेस जैकोबाबाद में है। ‘कवास्पेस’ की तस्वीरों से यह भी पता चलता है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचा है। ATC बिल्डिंग वह जगह होती है जहाँ से हवाई जहाजों को उड़ाने और उतारने का काम कंट्रोल किया जाता है।

सरगोधा का हाल जानिए
सरगोधा एयरबेस पर भी हमला हुआ है। हालांकि, नुकसान कितना हुआ है, यह अभी तक पता नहीं चला है। ‘कवास्पेस’ ने रनवे की तस्वीरें तो दी हैं, लेकिन नुकसान का पूरा आकलन अभी नहीं किया है। वे पहले इसकी जांच कर रहे हैं।

पाकिस्तान में IAF का बड़ा एक्शन
चीन की एक सैटेलाइट कंपनी, मिजाजविजन ने भी कुछ तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों से पता चलता है कि पाकिस्तान का नूर खान एयरबेस भी निशाने पर था। खबर है कि भारतीय वायुसेना ने यहां ग्राउंड सपोर्ट वाहनों और जरूरी चीजों को नुकसान पहुंचाया है। ग्राउंड सपोर्ट वाहन वे गाड़ियां होती हैं जो हवाई जहाजों की मदद करती हैं।

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सेना की पीसी में कई खुलासे
ये हमले भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हिस्सा हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का मकसद सीमा पार आतंकवाद को खत्म करना है। पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा था। हालांकि, रविवार यानी 12 मई को स्थिति में सुधार नजर आया। सुबह 5 बजे के बाद कोई सीजफायर वायलेशन पाकिस्तान ने नहीं किया। भारत की तीनों सेनाओं के अधिकारियों ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

पाकिस्तान को हुआ बहुत नुकसान
एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा कि भारत ने सोच-समझकर ऊंचे दर्जे के लक्ष्यों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि हमने ऐसी जगह पर हमला करने का फैसला किया जहां उन्हें दर्द हो। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं पर तेजी से हमला किया।

क्या था भारतीय एयरफोर्स का प्लान
भारती ने बताया कि भारत ने चकलाला, रफीक और रहीम यार खान एयरबेस पर हमले किए। इसके बाद सरगोधा, भुलारी और जैकोबाबाद पर हमले किए गए। उन्होंने कहा कि इन हमलों का मकसद एक साफ संदेश देना था कि आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पाकिस्तानी विमान सीमा में घुसने नहीं दिये
भारती ने यह भी बताया कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को भारतीय सीमा में घुसने से रोका। ये विमान भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सीमा पार से आ रहे थे।  हमने निश्चित रूप से उनके कुछ विमान मार गिराये है और उन्हें नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन में शामिल सभी भारतीय पायलट सुरक्षित लौट आए हैं।

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