आपरेशन सिंदूर: भारत को पडा खर्च 20बिलियन डॉलर,पाक की हानि अकल्पनीय

Operation Sindoor Facts: पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट भारत ने मार गिराए? क्या है सुदर्शन स्ट्राइक, आ गई एक-एक डिटेल
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 6 फाइटर जेट मार गिराए और कई सैन्य प्रतिष्ठानों को तबाह किया. 10 मई को पाकिस्तान ने सीजफायर की गुहार लगाई.
भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 6 फाइटर जेट गिराए.
भारतीय वायुसेना ने 20 से अधिक एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइलें दागीं.
सुदर्शन स्ट्राइक में 300 किलोमीटर दूर से हाई वैल्यू टारगेट निशाना बना.
पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों और एलओसी पार से जारी उकसावे के खिलाफ भारत ने बीते हफ्ते ऐसा जवाब दिया कि पाकिस्तान की वायुसेना ही नहीं, उसकी सैन्य रणनीति भी लड़खड़ा गई. 6 मई की रात से शुरू हुआ चार दिन का यह टकराव 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर की गुहार के साथ खत्म हुआ. लेकिन सबके मन में यही सवाल है क‍ि आख‍िर भारत ने पाक‍िस्‍तान के क‍ितने फाइटर जेट मार ग‍िराए? क‍ितनी मिसाइलें हवा में उड़ा दीं? पाक‍िस्‍तान को सच में क‍ितना नुकसान हुआ? अब इसका एक-एक विवरण सामने है.

पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट भारत ने मार गिराए आ गई एक-एक डिटेल
पाकिस्तान के 6 फाइटर जेट भारत ने मार गिराए.

ऑपरेशन सिंदूर में चार दिनों में इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने ऐसा कहर ढाया कि पाकिस्तान की जमीन, आसमान और सामरिक प्रतिष्ठानों पर तबाही के गहरे निशान रह गए. एयरफोर्स के ऑपरेशन में पाकिस्तान के कम से कम 6 फाइटर जेट हवा में ही मार गिराए गए. तकनीकी विश्लेषण से यह पुष्टि हुई है कि ये सभी Pakistan Air Force (PAF) के प्रमुख लड़ाकू विमान थे, जो भारतीय मिसाइल डिफेंस सिस्टम और रडार ट्रैकिंग के चलते अपनी उड़ान पूरी नहीं कर सके.

रडार इमेज और ट्रैकिंग लॉग्स के अनुसार, ये विमानों को टारगेट कर सरफेस-टू-एयर मिसाइलों और कुछ मामलों में एयर-टू-एयर इंटरसेप्टर से गिराया गया. एक वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी ने ANI को बताया, इनमें से कई जेट पाकिस्तान के जवाबी हमले का हिस्सा बनने आए थे, लेकिन वो अपने बेस पर लौट नहीं सके.”

भारत ने कितनी मिसाइलें चलाईं?
इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने केवल एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया. इन मिसाइलों की विशेषता यह है कि इन्हें लड़ाकू विमानों से सटीक लक्ष्य पर छोड़ा जाता है और ये बेहद उच्च सटीकता के साथ लक्ष्य को भेदती हैं। जानकारी के अनुसार, कुल 20 से अधिक एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइलें पाकिस्तान के विभिन्न एयरबेस, नियंत्रण केंद्र और सैन्य प्रतिष्ठानों पर दागी गईं. कोई भी surface-to-surface मिसाइल जैसे कि BrahMos का इस्तेमाल नहीं किया गया. सभी हमले रात के समय किए गए, जिससे दुश्मन की जवाबी कार्रवाई की क्षमता कम हो गई.

कौन-कौन से लक्ष्य किए गए नष्ट?
भारतीय वायुसेना की कार्यवाही में जिन प्रमुख लक्ष्य नष्ट किये गये, उनमें भोलारी एयरबेस पर हमला सबसे महत्‍वपूर्ण है, जहां एक स्वीडन निर्मित AEWC (Airborne Early Warning & Control) विमान पूरी तरह तबाह हुआ. C-130 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, जो ड्रोन स्ट्राइक में पाकिस्तानी पंजाब में मारा गया. 10 से अधिक UCAVs (Unmanned Combat Aerial Vehicles), जिनमें चीन के Wing Loong सीरीज के ड्रोन शामिल थे, जो लंबी दूरी तक निगरानी और हमला करने में सक्षम थे. कई पाकिस्तानी क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को हवा में इंटरसेप्ट कर नष्ट किया गया.

कैसे किया गया हमला?
भारतीय वायुसेना ने इस पूरे ऑपरेशन को अत्यधिक गोपनीयता और सटीकता से संपन्न किया.
ऑपरेशन में Rafale और Su-30 जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स शामिल थे.
हमला करने से पहले लक्ष्य पर सैटेलाइट निगरानी, सिग्नल इंटेलिजेंस और ड्रोन सर्विलांस के जरिए डाटा जुटाया गया.
मिसाइलें इस तरह से दागी गईं कि पाकिस्तान की एयर डिफेंस को जवाब देने का मौका ही नहीं मिला.
घबराहट में था पाक‍िस्‍तान
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान अब तक कई एयरबेस से मलबा हटाने से भी बच रहा है ताकि उसकी क्षति की सच्चाई दुनिया के सामने न आ सके. कई एयरबेस पर एंट्री रोक दी गई है और स्थानीय मीडिया को भी रिपोर्टिंग से दूर रखा गया है. पाकिस्तान ने अंततः 10 मई को सीज़फायर की अपील की, जिसे भारत ने स्वीकार किया लेकिन सख्त संदेश के साथ.

क्या है सुदर्शन स्ट्राइक?
इस ऑपरेशन में एक सबसे खास पहलू रहा ‘सुदर्शन स्ट्राइक’, जिसमें भारतीय वायुसेना ने करीब 300 किमी दूर से एक हाई वैल्यू टारगेट को निशाना बनाया. यह टारगेट या तो इलेक्ट्रॉनिक काउंटर एयरक्राफ्ट था या एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग सिस्टम, जिसे भारत की मिसाइल ने लंबी दूरी से खत्म किया. भारतीय वायुसेना इस ऑपरेशन के बाद भी सभी डेटा और फुटेज का विश्लेषण कर रही है। इससे न सिर्फ भविष्य के लिए रणनीतिक योजना बनेगी, बल्कि संभावित खतरे का पहले से आकलन कर सेना को और मजबूत किया जा सकेगा.

भारत ने जितना बताया पाकिस्तान को उससे ज्यादा नुकसान, ऑपरेशन सिंदूर पर पाक की आत्मस्वीकृति
भारत ने जितना बताया पाकिस्तान को उससे ज्यादा नुकसान, ऑपरेशन सिंदूर पर पाक का बड़ा कबूलनामापाकिस्तानी डोजियर में दिए गए मैप में पेशावर, झांग, सिंध में हैदराबाद, पंजाब में गुजरात, गुजरांवाला, भवालनगर, अटक और छोर पर हमले दिखाए गए हैं. पिछले महीने हवाई हमलों के बाद प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय वायु सेना ने इन स्थानों का नाम नहीं लिया था.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को भारतीय शूरवीरों की दुनियाभर में तारीफ हो रही है. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में पहले बस आतंकी ठिकाने नष्ट किये, लेकिन जब पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की तो फिर उन्हें मुंहतोड़ जवाब मिला. नौबत ये आई कि पाकिस्तान को भारत के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी मगर इसके बावजूद पाकिस्तान झूठ बोलता रहा. अब पाकिस्तान के एक ऑफिशियल डोजियर से पता चला है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के उन ठिकानों पर भी हमला किया, जिनकी जानकारी भारतीय सेना ने नहीं दी थी.

भारत ने जितना बताया पाकिस्तान को उससे ज्यादा नुकसान
पाकिस्तान के ऑपरेशन बुनयान उन मार्सोस पर डोजियर में कहा गया है कि भारत के बताए गए ठिकानों से कम से कम 8 अधिक ठिकानों पर हमला किया गया. पाकिस्तानी डोजियर में दिए गए मैप में पेशावर, झांग, सिंध में हैदराबाद, पंजाब में गुजरात, गुजरांवाला, भवालनगर, अटक और छोर पर हमले दिखाए गए हैं. पिछले महीने हवाई हमलों के बाद प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय वायु सेना ने इन स्थानों का नाम नहीं लिया था. इससे साफ पता चल रहा है कि भारत ने पाकिस्तान के कितने अंदर तक हमले किए. भारत ने 20 नहीं बल्कि 28 जगह पर हमले किए थे.

सैटेलाइट इमेज भी कर चुकी है पाक को नंगा
इससे पहले मैक्सार टेक्नोलॉजीज की तरफ से जारी सैटेलाइट इमेजरी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सटीक हमलों से हुए नुकसान का खुलासा किया था. पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ढांचे के खिलाफ अपने हमले में भारत ने बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग सेंटर सहित नौ स्थानों पर हमला किया था. 7 मई को किए गए हमलों में टारगेटेड अन्य स्थानों में मुजफ्फराबाद, कोटली, रावलकोट, चकस्वरी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल शामिल थे.

भारत ने शुरू में बस आतंकी ठिकाने किये थे नष्ट 
7 मई के हमलों के बाद भारत ने इस बात पर जोर दिया था कि उसने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था, लेकिन पाकिस्तान ने भारत के पश्चिमी हिस्से में रिहायशी इलाकों और सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल दागी. भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हमला करके जवाब दिया. 11 हवाई ठिकानों को निशाना बनाया गया – इनमें नूर खान, रफीकी, मुरीद, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनियन, सरगोधा, स्कारू, भोलारी और जैकोबाबाद शामिल हैं. भारी नुकसान के कारण पाकिस्तान के पास सीजफायर के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा, जिससे तीन दिनों से जारी तनाव समाप्त हो गया.

भारत ने जोर देकर कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुश्मनों को बता दिया कि कोई भी गंदी हरकत किसी हाल नहीं क्षमा होगी. भारत में किसी भी आतंकवादी कार्रवाई को अब युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और कठोर कार्रवाई की जाएगी. हाल के संघर्ष में भारतीय क्षमताओं का अच्छा प्रदर्शन हुआ है. पाकिस्तान के डोजियर से ये भी पता चला है कि भारत ने जितना स्वीकार किया है, उससे कहीं अधिक गहराई से और कठोर हमला किया ।

ऑपरेशन सिंदूर में भारत को कितना हुआ था नुकसान, जानिए 3 दिन के संघर्ष में रोज कितने करोड़ हो रहे थे खर्च?

पाकिस्तान का कुल वित्तीय नुकसान 18 से 22 बिलियन डॉलर होने की संभावना है. इसमें प्रत्यक्ष सैन्य नुकसान 1.75 से 1.9 बिलियन डॉलर है और अन्य आर्थिक नुकसान 16 से 20 बिलियन डॉलर के आसपास होने के करीब है.
ऑपरेशन सिंदूर में भारत को कितना हुआ था नुकसान, जानिए 3 दिन की जंग में रोज कितने करोड़ हो रहे थे खर्च?पहलगाम हमले के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. इस कार्रवाई के दौरान भारत ने एक घंटे के अंदर पीओके और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने निशाना बनाये, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मौत के घाट उतार दिए गए. भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी हमला किया, जिसे भारत ने विफल कर दिया. इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष छिड़ गया और करीब 87 घंटे तक भीषण जंग हुई.

भारत ने इस दौरान पाकिस्तान पर एक से एक हमले किए, जिसमें ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश मिसाइल से लेकर कई घातक हथियार शामिल हैं. इसमें पाकिस्तान के करीब 11 एयरबेस तबाह हो गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान के दो JF-17, एक F-16 को भी मार गिराया. इसके अलावा पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 को भी नेस्तनाबूत कर दिया था. भारत की ओर से हुए इस करारे हमले में पाकिस्तान को तगड़ा नुकसान हुआ था और महज तीन दिन के अंदर वह सीजफायर के लिए राजी हो गया. ऐसे में सवाल यह है कि भारत-पाकिस्तान के बीच हुई इस सैन्य कार्रवाई में दोनों देशों को कितना नुकसान हुआ? पाकिस्तान के मुकाबले भारत का नुकसान ज्यादा था या कम और हर रोज इस जंग में कितना खर्चा हुआ?

  क्या कहती हैं रिपोर्ट?

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हालिया संघर्ष के बाद अलग-अलग रिपोर्ट सामने आई हैं, जिसमें दोनों देशों के तनाव के चलते सैन्य, व्यापारिक और अन्य नुकसान का आंकलन किया गया है. ऐसी ही एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हालिया संघर्ष में पाकिस्तान का कुल वित्तीय नुकसान 18 से 22 बिलियन डॉलर होने की संभावना है. इसमें प्रत्यक्ष सैन्य नुकसान 1.75 से 1.9 बिलियन डॉलर है और अन्य आर्थिक नुकसान 16 से 20 बिलियन डॉलर के आसपास होने के करीब है. हालांकि, ये आंकड़े अनुमानित हैं.

हर घंटे एक बिलियन डॉलर हो रहा था खर्च

भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव से संबंधित इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में दावा किया है कि 87 घंटे तक चली इस जंग में हर घंटे 1 बिलियन डॉलर खर्च हो रहे थे, एक दिन में करीब 20 बिलियन डॉलर. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर यह जंग आगे बढ़ती और पूरे महीने चलती तो यह खर्च 500 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो सकता था, जिसमें भारत को ही अकेले करीब 400 बिलियन डॉलर का झटका लग सकता था. ऐसी ही एक रिपोर्ट फॉरेन अफेयर्स फोरम के विश्लेषण के बाद सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीमित टकराव में भारत को प्रतिदिन 1460 करोड़ रुपये से लेकर 5000 करोड़ रुपये तक नुकसान हो सकता है. हालांकि, इन रिपोर्टों में सिर्फ सैन्य नुकसान का आंकलन नहीं किया गया है, इसमें व्यापार, निवेश, शेयर बाजार जैसी चीजों को भी आधार बनाया गया है.

 

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