पाक को अंदर से ही चुनौती,पहले लाल मस्जिद,पख्तूनख्वा और अब अख्तर मेंगल
‘90 हजार सैनिकों की पतलूनें आज भी टंगी हैं’, जनरल मुनीर को बलोच नेता अख्तर मेंगल का करारा जवाब
भारत के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बढ़ती चिंताओं के बीच, पाकिस्तान में भी राजनीतिक तापमान गर्म है. पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने बलोच अलगाववादियों को चेतावनी दी, जिसे बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के नेता अख्तर मेंगल ने तीखा जवाब दिया.
जनरल मुनीर पर बरसे अख्तर मेंगल, बोले- 90 हजार सैनिकों की पतलूनें हमें सब याद है
नई दिल्ली, 05 मई 2025,जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत में जहां चिंता बढ़ी है, वहीं पाकिस्तान के अंदर भी सियासी तापमान चढ़ता दिख रहा है. इस्लामाबाद में प्रवासी पाकिस्तानियों के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने बलोच अलगाववादियों को धमकाते हुए कहा, “बलूचिस्तान पाकिस्तान के माथे का झूमर है, अगली 10 नस्लें भी इसे अलग नहीं कर पाएंगी.”
बलूच नेता अख्तर मेंगल का तीखा जवाब
लेकिन बलूचिस्तान नेशनल पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अख्तर मेंगल ने इस बयान का जोरदार और तीखा जवाब दिया है.
1971 की हार को मत भूलो
मेंगल ने कहा, “पाकिस्तानी सेना को 1971 की शर्मनाक हार और 90,000 सैनिकों के समर्पण को कभी नहीं भूलना चाहिए. सिर्फ उनके हथियार नहीं, उनकी पतलूनें भी आज तक वहीं टंगी हैं.”
उन्होंने कहा कि सेना बलोचों को 10 पीढ़ियों तक सज़ा देने की बात कर रही है, लेकिन सवाल ये है कि पाक सेना की कितनी पीढ़ियां बंगालियों से मिली उस ऐतिहासिक हार को याद रखती हैं?
75 साल से हम जुल्म झेल रहे हैं
अख्तर मेंगल ने कहा कि बलोच पिछले 75 वर्षों से पाकिस्तानी सेना और हुकूमत के जुल्म झेल रहे हैं. “हम वो लोग हैं जो तुम्हारा हर जुर्म याद रखते हैं, और हम तुम्हारी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं.”
पाकिस्तान की सत्ता को खुली चेतावनी
अख्तर मेंगल की यह प्रतिक्रिया सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं, बल्कि पाकिस्तान की अंदरूनी फूट और सेना के दमनकारी रवैये की परतें उघाड़ती है. ऐसे वक्त जब भारत में आतंकी हमलों को लेकर पाकिस्तान पर उंगलियां उठ रही हैं, तब बलोच नेता की यह चेतावनी पाकिस्तानी सत्ता को एक गहरी चुनौती बनकर उभरी है।
Khyber Pakhtunkhwa Mosque Announced Support For Indian Army No One Raised Hands In Support Of Pakistan In Lal Masjid
कुरान की कसम खाकर कहता हूं हम भारतीय सेना के साथ… खैबर पख्तूनख्वा की मस्जिदों से ऐलान, कुख्यात लाल मस्जिद से भी बड़ी घोषणा
खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना ने हजारों लोगों को गायब करवा दिया है, हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया है, जिसकी वजह से इन दोनों प्रांतों में पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है।
भारत से युद्ध की आशंकाओं के बीच पाकिस्तान की मस्जिदों से होने वाले ऐलान ने पाकिस्तानी सेना के पैरों तले जमीन खिसका दी है। खैबर पख्तूनख्वा, जहां तहरीक-ए-तालिबान का दबदबा है, वहां की मस्जिदों से युद्ध के दौरान भारतीय सेना का साथ देने का ऐलान किया गया है। एक मस्जिद के प्रभावशाली मौलाना का ऐलान सामने आया है, जिसमें वो मस्जिद के अंदर से ऐलान करते हुए कह रहे हैं कि ‘कुरान की कसम खाकर कहता हूं अगर भारत हमला करता है तो हम भारतीय सेना का साथ देंगे।’ इस दौरान मौलाना के हाथ में कुरान होता है। ये वीडियो खैबर पख्तूनख्वा का है, जहां पाकिस्तान की सेना ने स्थानीय आबादी के खिलाफ क्रूर ऑपरेशन चलाए हैं और बलूचिस्तान की तरह ही सैकड़ों लोगों को गायब करवा दिया है। लिहाजा पाकिस्तान के भीतर उठ रही आवाजें अब साफ-साफ बता रही हैं कि जिन्ना का देश सिर्फ बाहर से नहीं, बल्कि अंदर से भी टूट रहा है।
खैबर पख्तनूख्वा में मस्जिद से भारतीय सेना का साथ देने का ऐलान
एक तरफ जहां खैबर पख्तूनख्वा में एक मशहूर इस्लामिक उपदेशक खुलेआम मस्जिद से ऐलान करता है, कि ” भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो हम पश्तून भारत की सेना के साथ खड़े होंगे, न कि पाकिस्तानी फौज के साथ।” वहीं इस्लामाबाद की कुख्यात लाल मस्जिद में एक मौलवी ने वहां मौजूद भीड़ से पूछा, कि “भारत से जंग होती है, तो कौन पाकिस्तान के साथ खड़ा होगा?”, तो पूरी मस्जिद में एक भी हाथ ऊपर नहीं उठा।
भारत आक्रमण करेगा तो पाकिस्तान में विद्रोह?
खैबर पख्तूनख्वा में भारतीय सेना का साथ देने का ऐलान करने वाला मौलवी एक प्रभावशाली धार्मिक नेता है और उन्होंने खुलकर बगावत का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि “खुदा की कसम, जो मैं कहता हूं वो ध्यान से सुनो, अगर कोई मुझे गिरफ्तार करना चाहता है तो कर ले, लेकिन मैं कुरान की कसम खाकर कहता हूं, कि जब मैं इससे पहले जेल में था तो वहां मौजूद कैदी अल्लाह से दुआ कर रहे थे कि भारत हमला कर दे।” वीडियो में मौलवी आगे कहते हैं कि “हम बहुत जल्द पाकिस्तान को छोड़कर भारतीय सेना से जुड़ जाएंगे। देखिए पाकिस्तानी सेना ने हमारा क्या हाल कर दिया है। मैं कुरान की कसम खाकर कहता हूं कि अगर मैं झूठ बोलूं तो खुदा मुझे माफ ना करे.. लेकिन तुमने पश्तून बर्बाद किये है। तुम्हें लगता है कि हम तुम्हारा साथ देंगे? तुम्हें लगता है हम तुम्हारे लिए जिंदाबाद करें.. तुमने हमारी जमीन छीनी है, कौन सा पश्तून बच्चा है, जिसकी आंखों से तुम्हारी वजह से आंसू नहीं गिरते हैं।”
Islamic Preacher in Khyber Pakhtunkhwa of Pakistan: “If India attacks Pakistan, we Pashtun will immediately stand with the Indian Army against Pakistan Army. They have committed so many atrocities against us Pashtun, and you think we will say Zindabad for Pakistan? Never”. pic.twitter.com/GA7zi9UCJ8
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 5, 2025
मौलाना कहते हैं कि “या अल्लाह, जैसे पश्तूनों के बच्चे रो रहे हैं, उसी तरह से पाकिस्तानी फौज के बच्चे रोएं। उनके घरों में भी पश्तूनों के घरों की तरह मातम मने। क्योंकि स्वात और मलाकंड में फौज की वजह से हर परिवार मातम मना रहा है। हर परिवार ने दो से तीन लोगों को खो दिया है और तुम्हें लगता है कि हम तुम्हारा साथ देंगे।” आपको बता दें कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना ने हजारों लोगों को गायब करवा दिया है, हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया है, जिसकी वजह से इन दोनों प्रांतों में पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। मौलाना का ये बयान पाकिस्तान के उस नैरेटिव को चकनाचूर करता है, जिसमें पाकिस्तान खुद को एक मजबूत इस्लामिक राष्ट्र के रूप में पेश करता है।
From the famous Lal Masjid of Islamabad
No one raises hand when Moulvi asks if people will stand with Pakistan when war with India breaks.
Vdo ctsy: Husain Haqqanipic.twitter.com/OXz7Lpw16B
— Sidhant Sibal (@sidhant) May 5, 2025
लाल मस्जिद में भारत के खिलाफ नहीं उठे हाथ
इसी तरह से लाल मस्जिद में भी जब मौलाना ने पूछा कि भारतीय फौज अगर हमला करेगी तो कौन कौन पाकिस्तान का साथ देगा, तो एक भी आदमी ने हाथ नहीं उठाया। लाल मस्जिद इस्लामाबाद का कुख्यात मस्जिद है, जहां कट्टरपंथियों की पाठशाला चलती है। यहां अकसर कट्टरपंथियों को हथियारों के साथ देखा जाता है। पाकिस्तान की राजनीति में लाल मस्जिद काफी महत्व रखता है, लेकिन जब वहां के मौलवी ने भावुक अपील करते हुए पूछा, “अगर भारत हमला करता है तो कौन पाकिस्तान के साथ खड़ा होगा?”- तब पूरे हॉल में सन्नाटा पसरा रहा। किसी ने भी हाथ उठाकर पाकिस्तान का साथ देने की बात का समर्थन नहीं किया है। ये वही लाल मस्जिद है जहां 2007 में पाकिस्तानी सेना को ऑपरेशन चलाना पड़ा था। यहां से तालिबानी सोच को सींचा गया है। लेकिन अब वहां भी कोई पाकिस्तान के लिए मरने को तैयार नहीं है।
इस्लामाबाद स्थित लाल मस्जिद के इमाम अब्दुल अजीज गाजी ने लोगों से भारत-पाकिस्तान युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान का समर्थन न करने का आग्रह किया। उन्होंने आगे कहा कि “हम (मुसलमान) भारत की तुलना में पाकिस्तान में अधिक उत्पीड़ित हैं। पाकिस्तानी सेना पाकिस्तान में हमारे अपने मुसलमानों पर बमबारी करती है, भारत भारतीय मुसलमानों के साथ ऐसा नहीं करता.
‘इस्लाम की जंग नहीं लड़ रहा पाकिस्तान…’, लाल मस्जिद के इमाम ने उड़ाए PAK आर्मी के होश
पाकिस्तान के लाहौर में लाल मस्जिद के मौलाना और इमाम अब्दुल्ला अज़ीज गाजी ने एक वीडियो में कहा है कि पाकिस्तान में भारत से ज्यादा अत्याचार होता है.
लाल मस्जिद के इमाम ने उड़ाए PAK आर्मी के होश
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. यह वीडियो पाकिस्तान के लाहौर स्थित लाल मस्जिद का है, जिसमें मौलाना और इमाम अब्दुल्ला अज़ीज गाजी भारत के साथ युद्ध में पाकिस्तान का साथ न देने की अपील कर रहे हैं. इमाम ने पाकिस्तान की आर्मी पर भी जमकर निशाना साधा है.
वीडियो में अब्दुल्ला अजीज गाजी कहते हैं, “भारत के साथ जंग कोई इस्लामी जंग नहीं, बल्कि एक कौमी (राष्ट्रवादी) जंग है. हिंदुस्तान में उतना ज़ुल्म नहीं है, जितना पाकिस्तान में है. क्या भारत में कभी लाल मस्जिद जैसा वाकया हुआ? अगर पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच जंग हो तो आप में से कितने लोग पाकिस्तान का साथ देंगे? हाथ उठाकर बताइए.”
अब्दुल्ला अज़ीज ने लोगों से पूछे ये सवाल
उन्होंने आगे कहा, “बहुत कम लोग इस बात से सहमत हैं, इसका मतलब है कि लोगों में समझ आ रही है. मुद्दा यह है कि भारत-पाकिस्तान की लड़ाई इस्लाम की नहीं, बल्कि कौमियत की है.” अब्दुल्ला अजीज ने लोगों से सवाल किया, “क्या भारत में इतने लोग लापता होते हैं जितने पाकिस्तान में होते हैं?”
भारत की कार्रवाई से सहमा पाकिस्तान
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 26 पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इस घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान पर बड़ी कार्रवाई की. भारत ने एयरस्पेस बंद करने के साथ-साथ सिंधु जल समझौते को भी सस्पेंड कर दिया है. इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापारिक रिश्ते भी खत्म कर लिए हैं. इस कार्रवाई के बाद अब पाकिस्तान को अंदेशा है कि भारत उस पर हमला कर सकता है और युद्ध की स्थिति बन सकती है।
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