नैनीताल पोक्सो मुख्य गवाह ने पलटने को बताया झूठा
The main witness said that I stand by what I told about the rapist in nainital misdeed case
मुख्य गवाह बोली: दुष्कर्मी के बारे में जो बताया मैं उस पर कायम, कहा- मैंने ही पीड़िता की मां को जल्द बुलाया
नैनीताल
नैनीताल में बालिका से दुष्कर्म की घटना की मुख्य गवाह के मुकरने की अफवाहों पर खुद उन्हीं ने विराम लगा दिया। बोलीं, मैंने अपनी आंखों देखा जो मजिस्ट्रेट के सामने आरोपी की जो हरकतें बयां कीं, उस बयान पर आज भी कायम हूं।
नैनीताल में बालिका से दुष्कर्म की घटना की मुख्य गवाह के मुकरने की अफवाहों पर खुद उन्हीं ने विराम लगा दिया। बोलीं, मैंने अपनी आंखों देखा जो मजिस्ट्रेट के सामने आरोपी की जो हरकतें बयां कीं, उस बयान पर आज भी कायम हूं। कहा कि उनसे बिना बात किए भ्रामक सूचना फैलाई गई, उनसे इस बारे में किसी ने बात नहीं की।
30 अप्रैल को शहर के रुकुट कंपाउंड क्षेत्र में 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया था। इस मामले में बीते कुछ दिनों से शहर में पीड़िता की गवाह के मुकरने की सूचनाएं विभिन्न प्लेटफॉर्म से वायरल हो रही हैं। अमर उजाला टीम ने सोमवार को इस मामले में मुख्य गवाह से मुलाकात कर बातचीत की। साथ ही यह जानने का प्रयास किया कि उनके अपने बयान से मुकर जाने की सूचनाओं में कितनी सच्चाई है। इस पर मुख्य गवाह ने बयान से मुकरने की चर्चाओं को झूठा, भ्रामक व बेबुनियाद बताया।
कहा, मैंने ही मां को जल्द बुलाया
महिला गवाह ने कहा कि घटना के बाद पड़ोसी होने के नाते बालिका उनके सबसे करीब रही। बताया कि उन्होंने ही बालिका की दिक्कत को देखते हुए दूसरे दिन बालिका की बहन के मोबाइल फोन से मां को सूचना दी। एक सप्ताह गेहूं कटान आदि में व्यस्त होने की बात बताने पर मां को उन्होंने इसे गंभीरता से लेकर जल्दी आने को कहा। कुछ ही रोज में बालिका की नानी यहां आईं और दोनों बहनों को अपने साथ ले गईं। एफआईआर लिखवाने से एक रोज पूर्व 29 अप्रैल को बालिका की मां फिर यहां पुराने घर आई थी। फिर 30 अप्रैल की रात्रि एफआईआर लिखवाई, जिसमें पीड़िता ने बतौर गवाह उनका नाम लिखवाया। अगले दिन एक मई को उन्हें पुलिस से बतौर गवाह नाम होने की जानकारी मिली। बाद में उन्होंने मजिस्ट्रेट के समक्ष बीएनएस की धारा 183 के तहत हुए बयान में भी आंखों देखा बयां किया, जिस पर वह आज भी कायम हैं। मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयानों से ऐसे ही कोई नहीं पलट सकता।
मोहम्मद उस्मान का किया जा रहा महिमा मंडन
महिला गवाह ने कहा, कुछ बाहरी मीडिया प्लेटफार्म इस मामले में आरोपी बनाए गए ठेकेदार मोहम्मद उस्मान का महिमा मंडन कर रहे हैं। उसके पक्ष में कई बातें फैलाई जा रही हैं। इसी में मुख्य गवाह के बयान से मुकरने की बात कही गई। जबकि उनके बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किए जा चुके हैं।
पीड़िता की अधिवक्ता ने कहा, केस कमजोर करने के लिए फैलाई अफवाह
पीड़िता की अधिवक्ता स्वाति बोरा परिहार का कहना है कि इस केस को कमजोर करने के लिए कुछ लोग मीडिया प्लेटफार्म पर अफवाह फैला रहे हैं। इसमें आरोपित को अच्छा बताया जा रहा है। जबकि पीड़िता ने आरोपित की पहचान की और उसके बाद पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई। आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद उसका और पीड़िता दोनों का मेडिकल परीक्षण किया गया, मामला न्यायालय के अधीन है। कोर्ट ही सही और गलत का निर्णय करेगा।
पुलिस उपाधीक्षक बोलीं- मुकरने की कोई बात ही नहीं
पुलिस उपाधीक्षक लालकुआं दीपशिखा अग्रवाल ने कहा, केस की जांच अभी जारी है। चार्जशीट कोर्ट में जल्द ही दाखिल की जाएगी। मुख्य गवाह के मुकरने की अफवाह बीते दिनों फैलाई गई थी। इसकी जांच की गई। गवाह से वार्ता भी हुई है, ऐसी कोई भी बात नहीं है।
Nainital Rape Case Important Turn Victim Neighbour Changed Statement Lawyer Alleges That Usman Created Pressure
नैनीताल रेप केस में नया मोड़, पीड़िता की पड़ोसी ने बदला बयान… विक्टिम के वकील का आरोप, उस्मान ने बनाया दबाव
नैनीताल रेप केस में महत्वपूर्ण मोड़ आता दिख रहा है। पीड़िता की पड़ोसी मामले की मुख्य गवाह ने झूठा बयान दिलवाने की बात कही है। वहीं, आरोपी उस्मान पर रसूख का इस्तेमाल करने का आरोप लग रहा है।
6 Jun 2025, 12:24 उत्तराखंड के नैनीताल में बच्ची के साथ रेप केस में बड़े बदलाव होते दिख रहे हैं। एक तरफ पीड़िता की पड़ोसी और मुख्य गवाह अपने बयान से मुकर गई है। उसका दावा है कि उससे झूठा बयान दिलवाया गया। वहीं, अब इस मामले में पीड़िता के वकील का बयान सामने आया है। इसमें वकील का कहना है कि आरोपी उस्मान काफी रसूख वाला है। उसने अपनी पहुंच का इस्तेमाल कर केस को कमजोर करने की साजिश रची है। वहीं, एक बार फिर यह कांड चर्चा में आ गया है। इस पूरे मामले में आरोपी के वकील का दावा है कि आरोप गलत हैं। मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई है और हिंसा को भड़काया गया।
क्या है पूरा मामला?
नैनीताल में 12 साल की बच्ची से रेप का पूरा मामला है। दरअसल, 30 अप्रैल की रात करीब 8 बजे एक महिला अपनी 12 साल की बेटी के साथ मल्लीताल थाना पहुंची थी। उसने आरोप लगाया कि उसकी बच्ची के साथ रेप हुआ है। रेप का आरोप 73 साल के ठेकेदार मोहम्मद उस्मान पर था। विक्टिम की फैमिली ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाई। उसी दौरान थाने के बाहर भीड़ जमा हो गई। वे नारेबाजी करने लगे।
थाने के बाहर जुटी भीड़ ने उस्मान को उन्हें सौंपने की मांग शुरू कर दी। कुछ देर बाद भीड़ ने थाने के दूसरी तरफ बड़ा बाजार में पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस दौरान दुकानों तोड़फोड़ की गई। विरोध करने वालों के साथ मारपीट की गई। भीड़ ने पास ही स्थित जामा मस्जिद पर भी पथराव कर दिया।
मुख्य गवाह ने लिया यू-टर्न
घटना को लेकर नैनीताल कई दिनों तक हंगामे में डूबा रहा। अब विक्टिम की पड़ोसी और केस की मुख्य गवाह ने यू-टर्न ले लिया है। उनका दावा है कि केस में उन्हें जबरदस्ती गवाह बनाया गया। उसे झूठा बयान देने के लिए मजबूर किया गया। हालांकि, पीड़िता की वकील का कहना है कि आरोपी के रसूख के चलते कोई गवाही देने को राजी नहीं है। रेप केस के सामने आने के बाद से नैनीताल के व्यापारियों की परेशानी बढ़ी हुई है।
जबर्दस्ती गवाह बनाने का दावा
घटना की मुख्य गवाह का दावा है कि उसे जबरदस्ती गवाह बनाया गया। झूठा बयान दिलाया गया। पड़ोसी 5 साल से नैनीताल में रह रही है। वहीं, पीड़िता और उसकी बहन दो साल पहले यहां आए। दादी के गुजरने के बाद घर के एक कमरे में बुआ और दूसरे कमरे में वो दोनों रहती थीं। इनकी मां अपने दूसरे पति के साथ मुरादाबाद में रहती हैं। पड़ोसी का कहना है कि बच्ची नॉर्मल थी। उसने घटना को लेकर कुछ नहीं बताया। उसके शरीर पर घाव के भी निशान नहीं थे।
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पड़ोसी का कहना है कि वह कूड़ा बीनने का काम करती थी। बच्ची की नानी के आने के बाद भी उसने कुछ नहीं बताया। पीड़ता की नानी उसे और उसकी बहन को अपने साथ लेकर चली गई। उनका कहना है कि बच्ची की मां, नानी और उसकी बहन का वकील सीमा परिहार के घर आना-जाना पहले से था।
पड़ोसी का कहना है कि पुलिस स्टेशन में किसी ने बच्ची को खराब हालत में देखने की बात मुझे लेकर की। बिना पूछे मुझे जबरन मुख्य गवाह बना दिया गया। मैंने उस्मान को कुछ गलत करते नहीं देखा। कोर्ट और पुलिस के चक्कर में बिना कारण मुझे फंसा दिया गया। उस्मान के खिलाफ जबरन गवाही देने के लिए दबाव डाला गया।
धमकी देने का आरोप
पीड़िता की वकील सीमा परिहार ने कहा कि इलाके में आरोपी उस्मान का वर्चस्व है। उन्होंने आरोप लगाया कि थाने में विक्टिम को धमकाया गया। उनका कहना है कि घटना 12 अप्रैल को घटी। पीड़िता और उसकी मां एक महिला के जरिए मेरे पास 30 अप्रैल को आईं। दोनों बहुत परेशान थीं। उन्हें अस्पताल से भी बिना किसी जांच के दवा लिखकर लौटा दिया गया था। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे मामले की रिपोर्ट कैसे लिखवाएं। उस दिन बच्ची की मां बहुत गुस्से में थीं। इसके बाद हम पुलिस स्टेशन गए और पूरा केस बताया।
वकील ने कहा कि पुलिस ने केस दर्ज किया और बच्ची की काउंसलिंग की। आरोपी उस्मान को भी बुलाया गया। आरोपी थाने आते ही पुलिस से मिलने की जगह शिखा को धमकाने लगा। उसका दबदबा इतना है कि वो सीधा उस कमरे में घुस गया, जहां शिखा और उसकी मां बैठी थी। उन्होंने कहा कि उस्मान के खिलाफ गवाही देने को तैयार नहीं है, जबकि सभी जानते हैं कि उसने बच्ची से गलत किया।
ठेकेदारी में फंसाने का दावा
इस पूरे मामले में ठेकेदारी मामले में फंसाने का दावा किया जा रहा है। उस्मान और उसके परिजनों का कहना है कि इस घटना के बाद से हमारे घर के बाहर पुलिस खड़ी है। उसके बेटे का कहना है कि पिता शहर के ठेकेदार हैं। उनके विरोधियों ने उनके खिलाफ साजिश रची। इस पूरे मामले के सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया। इस घटना के बाद से बच्ची के परिवार को भी पुलिस सिक्यूरिटी मिली हुई है। हालांकि, घटना ने नैनीताल के माहौल पर असर डाला है।
व्यापारियों का कहना है कि शहर का माहौल बिगड़ने के कारण पर्यटकों का रुझान कम हुआ है। शहर का माहौल बदलने से हमारे व्यापार पर भी असर पड़ा है। सीजन में मॉल रोड में भीड़ रहती थी, लेकिन अब वह खाली है। दुकानदारों का भी कहना है कि टूरिस्टों की संख्या घटी है।