तुर्किए

तुर्किए से खत्म हुए रिश्ते तो भारत में महंगी हो जाएंगी ये चीजें! यहां देखिए मुस्लिम देश से आने वाले सामान की पूरी लिस्ट

What Turkey Imports To India: पाकिस्तान की मदद करने के बाद भारत और तुर्किए में तनाव देखा जा रहा है. अगर, दोनों देशों के बीच व्यापार ठप हुआ तो भारत में कई चीजें महंगी हो सकती हैं.

Turkish imports in India

भारत में तुर्किए के खिलाफ बढ़ता विरोध

पाकिस्तान के समर्थन में उतरने के बाद तुर्किए के खिलाफ भारत में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है, जिससे तुर्किए से आने वाले सामानों की भारत में डिमांड पर बुरा असर पड़ सकता है.

भारत में सबसे पहले व्यापारियों ने तुर्किए से सेब और मार्बल न खरीदने का फैसला लिया है. वहीं, भारत में 70% आयातित मार्बल और 1.29 लाख टन सेब तुर्किए से आता है, जिससे व्यापार पर बड़ा असर पड़ेगा.

भारत में तुर्किए से आती हैं ये सब चीजें

सेब और मार्बल के अलावा तुर्किए से भारत में कालीन, सजावटी सामान, फर्नीचर, सिल्क, लिनन, जैतून का तेल, चेरी, सूखे मेवे, मसाले, हर्बल ड्रिंक्स, इंडस्ट्रियल मशीन और कृषि उपकरण भी आते है.

“>इंडिया में फेमस हैं तुर्किए की स्वादिष्ट डिशेज

“>भारत के कई राज्यों में खासतौर से दिल्ली जैसे शहरों में तुर्की की डिशेज जैसे कुनाफा, तुर्किश कबाब, और शवरमा को लोग खूब पसंद करते हैं. साथ ही इनकी लोकप्रियता होटल बिजनेस को मजबूती देती है.

>सोशल मीडिया ने बढ़ाया कुनाफा का क्रेज</
कुनाफा नाम की तुर्किश मिठाई का चलन भारत में सोशल मीडिया की वजह से फैला है, और कई नए रेस्टोरेंट्स सिर्फ इसी डिश के दम पर मशहूर हो गए हैं.

 

कबाब प्रेमियों की पसंद बना तुर्किश कबाब

    दिल्ली और अन्य शहरों में तुर्किश कबाब का अलग ही स्वाद है- मसालेदार, तीखा और लाजवाब. जिसकी वजह से यह व्यंजन काफी लोगों की पहली पसंद बन चुका है.

< >शाहीन बाग में तुर्किए टी का जलवा

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दिल्ली के शाहीन बाग में ‘तुर्किश टी’, कुनाफा और कबाब जैसे व्यंजन बहुत फेमस हैं. यहां पर लोग खासतौर से इनका स्वाद लेने के लिए आते हैं, भले ही टी का स्वाद हल्का हो लेकिन प्रेजेंटेशन शानदार होता है.

>शवरमा बना दिल्ली के स्ट्रीट फूड की जान

<t”>तुर्किए से आया शवरमा सालों से दिल्ली की गलियों में बिक रहा है. इसमें चिकन या मटन की फिलिंग को रोल में भरा जाता है, और चीज-मयो का तड़का इसे खास बना देता है.

< >तुर्किए के बायकॉट से होटल इंडस्ट्री पर असर तय< / >अगर तुर्किए के खिलाफ बायकॉट अभियान तेज होता है, तो भारत में चल रहे तुर्किश फूड बेस्ड होटलों की मांग में गिरावट आ सकती है. जिससे उनकी बिक्री और रोजगार दोनों पर असर होगा.

< >भारत के पास ऑप्शन, लेकिन तुर्किए को होगा नुकसान</

भारत तुर्किए से आने वाले सामानों के लिए दूसरे विकल्प खोज सकता है. लेकिन तुर्किए को भारत जैसे बड़े बाजार को खो देने से भारी आर्थिक झटका लग सकता है. (Photo: Meta AI)

 

पाकिस्तान का हमदर्द
“>भारत-पाकिस्तान के तनाव में तुर्किए की भूमिका को लेकर भारतीयों में नाराजगी बढ़ती जा रही है. लंबे समय से तुर्किए कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है, और अब वो ड्रोन और सैन्य सहायता भी भेज रहा है, जो भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बनता जा रहा है.

>भारतीयों ने अब तुर्किए के आर्थिक बहिष्कार की मुहिम शुरू कर दी है. कई लोगों ने तुर्किए ट्रैवल प्लान कैंसल कर दिए हैं, गोवा जैसे पर्यटन हॉटस्पॉट पर तुर्की नागरिकों को होटल सेवाएं देने से इनकार किया जा रहा है और सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है. हालांकि तुर्किए को बर्बाद करने के लिए भारत को गोली-बारूद भी खर्च नहीं करना पड़ेगा, बस कुछ सख्त कदम उठाने की जरूरत है.

1. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आक्रामक रुख

< >भारत को अब तुर्किए की आतंकवादियों को दी जा रही खुली मदद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आक्रामक रुख अपनाना चाहिए. 2011 से लेकर अब तक के कई उदाहरण हैं जब तुर्किए ने अल-नुसरा फ्रंट, अहरार अल-शाम, ISIS और हमास जैसे संगठनों को समर्थन दिया जो कि सीधे-सीधे आतंक को बढ़ावा देना है.

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>आतंकवाद को पनाह देता है तुर्किए

2020 में राष्ट्रपति एर्दोगान द्वारा हमास के नेताओं को पासपोर्ट देना और उन्हें तुर्की की जमीन से गतिविधियां चलाने देना इस बात का सबूत है कि तुर्किए आतंकवाद को पनाह देता है. भारत को चाहिए कि वह इस देश को आतंकवाद समर्थक राष्ट्र घोषित कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र और G20 जैसे मंचों पर मजबूत मुहिम चलाए.

 

2. तुर्किए में बैन हो फिल्मों की शूटिंग

“>भारतीय फिल्मों और टीवी सीरियलों की तुर्किए में शूटिंग से उसे हर साल करोड़ों का फायदा होता है, लेकिन अब समय आ गया है कि इसे रोका जाए. सैफ अली खान की ‘ज्वेलथीफ’ जैसी फिल्में तुर्किए की इमेज और इकॉनमी को मजबूती देती हैं, जो हमारे दुश्मनों को अप्रत्यक्ष समर्थन देने जैसा ही है.

</ “>फिल्मों से तगड़ी कमाई करता है तुर्किए

>तुर्किए को भारतीय फिल्म यूनिट्स से हर साल 15 से 40 करोड़ रुपये तक की आमदनी होती है और इसके टूरिज्म को भी तगड़ा प्रमोशन मिलता है. अगर भारत ने वहां शूटिंग पर रोक लगाई तो तुर्की को बड़ा आर्थिक और सांस्कृतिक झटका लगेगा.

 

3. टूरिज्म पर भी लगे रोक

तुर्किए हर साल लाखों भारतीय टूरिस्टों से करोड़ों का मुनाफा कमाता है, लेकिन अब वक्त है कि इस टूरिज्म को रोकने की मुहिम चलाई जाए. साल 2024 में ही 2.75 लाख भारतीय वहां गए और औसतन हर एक ने 1.2 लाख रुपये खर्च किए, जिससे तुर्किए की इकोनॉमी को जबरदस्त सपोर्ट मिला.

 

तुर्किए की आमदनी को बड़ा झटका

 

अगर भारत से वहां फिल्मों की शूटिंग और टूरिज्म दोनों बंद हो जाएं, तो तुर्किए की आमदनी और ग्लोबल इमेज दोनों को गहरा झटका लगेगा. इससे 2025 में तय की गई टूरिज्म ग्रोथ की उम्मीदें भी धराशायी हो जाएंगी.

4. व्यापार पर भी लगे लगाम

भारत-तुर्किए के बीच व्यापार से तुर्की को जबरदस्त फायदा होता है, जिसे रोका जाना अब जरूरी है. साल 2024 में दोनों देशों के बीच 10.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार हुआ, जिसमें अकेले भारत का निर्यात 6.66 बिलियन डॉलर था, यानी तुर्किए भारतीय सामान पर निर्भर है.

कई चीजें तुर्किए को सप्लाई करता है भारत

अगर भारत तुर्किए को इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम, फार्मा और रसायन जैसे अहम सामानों की सप्लाई बंद कर दे, तो उसकी इंडस्ट्री और हेल्थ सेक्टर बुरी तरह प्रभावित होंगे. यही आर्थिक दबाव उसे सबक सिखा सकता है.

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