चकराता के क्वासी से नाई अकरम की बहादराबाद वापसी
सामान समेटकर क्वासी से 25 साल बाद अपने गृह जनपद के लिए रवाना हुआ अकरम
25 वर्षों से जौनसार बावर के क्वासी में नाई का काम करने वाले अकरम को भी आखिरकार क्वासी छोड़ना ही पड़ा। जन दबाव और रुद्र सेना द्वारा की गई पहल का परिणाम है कि आज सुबह अकरम ने ट्रक में अपना सामान लादकर वह बादशाही बाग के लिए रवाना हो गया।
जौनसार बावर में अनेक स्थानों पर अवैध रूप से रह रहे बाहरी परिवारों का पुलिस द्वारा सत्यापन किया जा रहा है। जिसके परिणाम सामने आ रहे हैं जो लोग अवैध रूप से क्षेत्र में रह रहे हैं उनको स्थानीय व्यापारियों एवं रूद्र सेना के कार्यकर्ता उस स्थान को छोड़ने की अपील कर रहे हैं और जन दबाव भी बना रहे हैं।
अकरम भाई जान अपना सामान समेट कर अपने मूल स्थान चला गया है। अकरम ने यहां आधार कार्ड आदि सहित तमाम दस्तावेज तैयार कर लिए थे। परंतु स्थानीय लोगों की सजगता के कारण उसे यह स्थान छोड़ना पड़ा। अभी भी जौनसार बावर में अनेक अकरम, मोहम्मद, परवेज आदि लोग हैं। जो अवैध रूप से रह रहे हैं।