अबु यूसुफ के घर मिला तबाही का सामान, पिता बन रहे अनजान, मांग रहे बेटे को माफी

उत्तर प्रदेश में आतंकी के घर तबाही का सामान:आईएस आतंकी अबु यूसुफ के घर से दो मानव बम जैकेट और डेटोनेटर मिला, पिता बोले- बेटे की करतूत का पता होता तो घर से निकाल देता
बलरामपुर 23 अगस्त: आतंकी अबू यूसुफ के घर से विस्फोटक समेत फिदायीन हमले की जैकेट बरामद हुई हैं। इससे समझा जा सकता है कि वह बड़े हमले की तैयारी कर रहा था।
पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकी को दिल्ली में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था
शनिवार शाम आतंकी को उसके पैतृक गांव बलरामपुर लाया गया था, तलाशी के बाद टीम दिल्ली रवाना
दिल्ली से गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकी अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के यूपी के बलरामपुर स्थित घर से दो मानव बम जैकेट, विस्फोटक, आईएस का झंडा और भड़काऊ साहित्य बरामद किए गए हैं। यूसुफ के भतीजे समेत तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इसके बाद टीम वापस दिल्ली रवाना हो गई। पिता वकील अहमद ने कहा कि मुझे उसकी (बेटा) इस करतूत के बारे में पता नहीं था। वरना उसे रोकता या घर से निकाल देता।
दिल्ली पुलिस आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबु यूसूफ को लेकर बलरामपुर पहुंची थी।
एक मर्तबा माफ कर दे पुलिस: पिता
वकील अहमद को बेटे की करतूत पर अफसोस है। उन्होंने कहा कि पुरखों (मरहूम बुजुर्गों) ने जो इज्जत कमाई, बेटे ने उसे मिट्टी में मिला दिया। मैंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में लिखवाई थी। अब तो जो भी करेगी, पुलिस करेगी। मैं चाहता हूं कि एक मर्तबा उसे माफी दे दें। वो दोबारा करे तो कुछ भी कर दीजिएगा।
वकील ने बताया कि यूसुफ की रीढ़ की हड्डी खिसकी हुई है, जिसका 2 साल से लखनऊ में इलाज चल रहा है। वह शुक्रवार को लखनऊ में मामा के बेटे की किडनी के इलाज के लिए गया था। उसने अपनी बहन को बताया था कि वो उसके घर पर रुकेगा पर वहां नहीं पहुंचा और उसका फोन बंद आने लगा।
पिता वकील अहमद।
पत्नी बोली- गन पाउडर इकट्ठा कर रहा था
यूसुफ की पत्नी ने कहा कि वह घर में गन पाउडर और कई अन्य चीजें इकट्ठी कर रहा था। मैंने जब ऐसा नहीं करने के लिए कहा तो बोला कि उसे रोकने का मुझे कोई हक नहीं। मेरे 4 बच्चे हैं। हो सके तो उसे माफ कर दें। मैं कहां जाऊंगी?
आतंकी अबू यूसुफ के बलरामपुर स्थित घर से बरामद सामान।
भाई ने कहा- कल आईएसआईएस का झंडा देखा
अबू यूसुफ का भाई आकिब।
अबु यूसुफ के भाई आकिब ने कहा कि मुझे आईएस के झंडे की पहचान नहीं है मगर रात को झंडा देखा। काले रंग के झंडे पर सफेद रंग से अरबी में ‘अल्लाह हू अकबर ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुन रसूलुल्लाह’ लिखा था। भाई सऊदी और अन्य जगहों पर रहा है।

अबू यूसुफ के घर से आईएस का झंडा भी बरामद हुआ। अबु यूसुफ के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक तथा फिदायीन हमले में प्रयोग की जाने वाली जैकेट बरामद
नई दिल्ली में धौलाकुआं में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट्स ऑफ सीरिया एंड इराक (आइएसआइएस) ऑपरेटिव अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के साथियों की तलाश के साथ ही उसके अड्डों को खंगालने में दिल्ली पुलिस तथा यूपी एटीएस को भी बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद वह अब्दुल युसूफ बताकर सबको गुमराह करता रहा था। बाद में पता चला कि उसका असली नाम मुस्तकीम है और बढय़ा गांव में रहने वाले कफील खान का बेटा है।

बलरामपुर के उतरौला में उसके गांव में तलाशी के दौरान पुलिस को बड़ी मात्रा में विस्फोटक के साथ फिदायीन हमले के लिए तैयार की गई जैकेट भी मिली है। दिल्ली से शनिवार को गिरफ्तार आइएसआइएस ऑपरेटिव अबु यूसुफ के घर बलरामपुर उतरौला तहसील के बढय़ा भैसाही गांव में दिल्ली पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश एटीएस ने पड़ताल के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक और कथित तौर पर फिदायीन हमले के लिए तैयार किया गया जैकेट बरामद किया गया है।

अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मिश्र ने बताया कि आतंकी अबू यूसुफ व मुस्तकीम दोनों एक ही हैं। आतंकी की निशानदेही पर घर के पास के एक तालाब से मानव बम में प्रयुक्त होने वाले दो जैकेट बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही घर से विस्फोटक व आपत्तिजनक साहित्य मिला है। यूपी एटीएस व दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर उसके संपर्क में आए लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी गई है।

क्या क्या सामान बरामद हुआ

1- एक लेदर बैल्ट

2- दो जैकेट

3- अलग-अलग पॉकेट वाली जैकेट में बम रखने की सुविधा थी

4- 9 किलो विस्फोटक बारूद

5- 3 सिलेंड्रिकल मेटल बॉक्स

6- टारगेट प्रेक्टिस के लिए वुडन कार्ड

7- आईएसआईएस का एक झंडा

8- 30 से ज्यादा बॉल बियरिंग

दिल्ली में पकड़े गए अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम उर्फ नेटवर्क खंगालने में उत्तर प्रदेश एटीएस के साथ दिल्ली पुलिस रात भर जुटी रही। दिल्ली पुलिस व यूपी एटीएस के अधिकारी उतरौला में ही डेरा डाले हैं। इस दौरान मुस्तकीम की पत्नी, पिता, भाई व बच्चों से पूछताछ की है। उसकी निशानदेही पर उतरौला नगर से उठाए गए लोगों से भी पूछताछ जारी है। दूसरी तरफ गांव पूरी तरह सील है। उसकी हकीकत जानने के बाद ग्रामीण भी हैरान रह गए। उतरौला क्षेत्र के बढय़ा भैसाही गांव निवासी आतंकी दो साल से मनिहारी का वेश बनाकर बारूद का ढेर बिछा रहा था। हासिमपारा बाजार में कास्मेटिक की दुकानोंं की आड़ में आतंक की जड़े गहरी हो रही थी। हैरानी की बात यह है कि स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।

पूछताछ के बाद तीन लोगों को छोड़ा

पुलिस ने बताया कि उतरौला नगर से जिन तीन लोगों को उठाया गया था, उनसे पूछताछ कर छोड़ दिया गया है। आतंकी अबु यूसूफ के गांव बढय़ा भैंसाही में मीडिया के लोगों की भीड़ है। सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल मौजूद है। गांव में सन्नाटा है।

कई घरों में हुई तलाशी

अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम का गांव के कुछ घरों आना-जाना ज्यादा था। यह बात सामने आने पर उत्तर प्रदेश एटीएस और पुलिस ने इस घरों में भी तलाशी ली। यहां से कुछ दस्तावेज व कुछ लोगों के मोबाइल कब्जे में ले लिये।

पत्नी ने बताया दो वर्ष से संदिग्ध थीं गतिविधि

अबु यूसुफ की पत्नी आयशा ने बताया कि पति यूसुफ दो वर्ष से संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है। वह हमसे भी पैसा लेकर संदिग्ध गतिविधि में लगाता था। घर में ही विस्फोटक रखता था। हमने भयवश किसी को बताया नहीं। हमको जब उनके घर में ही विस्फोटक रखने की जानकारी हुई तो हमने मना भी किया। घर में तो पैसों की बहुत किल्लत है। हमारे पास भी जो पैसा होता था, हमसे लेकर वह इधर-उधर खर्च कर देते थे। जब हमने कहा कि फोकट में पैसा खर्च करते हो, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई कैसे होगी तो कहते थे कि सब अल्लाह मालिक है। इस तरह से हमारी बातों को टाल देते थे। वह करीब दो वर्ष से इस काम में लगे थे। सामान एकत्र कर रहे थे। घर में बक्से में जब हमने विस्फोटक देखा तो उसको हटाने को भी कहा था। आयशा ने बताया कि घर से विस्फोट करने वाली फिदायीन जैकेट के साथ चाकू, बेल्ट तथा बारूद मिला है।
आयशा ने बताया कि वो मेरे ऊपर सख्ती कर रहे थे कि किसी को मत बताना। मुझे बहुत अफसोस है। मेरे चार बच्चे हैं, मैं बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी। इस बार उनकी गलती को माफ कर दिया जाये। वह लगभग दो वर्ष से थोड़ा-थोड़ा कर के सामान (बारूद) लाते थे और खाली बक्से में रखते थे। मैं नहीं जानती कि इसकी ट्रेनिंग उन्होंने मोबाइल से ली या किसी और से और वो ये किसके लिए कर रहे थे। उनको बाबरी मस्जिद से कोई लगाव नहीं था।

पत्नी व बच्चों के नाम पासपोर्ट

तलाशी में मुस्तकीम के साथ उसकी पत्नी आयशा व चार बच्चों का पासपोर्ट भी मिला है। इस पासपोर्ट पर मुस्तकीम कहीं गया या नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। गांव के कुछ लोगों ने दबी जुबान पुलिस को यह जरूर बताया कि मुस्तकीम अक्सर गायब हो जाता था, फिर वह कभी एक-दो महीने तो कभी 10-12 दिन में ही आ जाता था। वह कहां जाता था, इस बारे में उसके जवाब पर कई बार संशय बना रहता था।
पुलिस ने अबु यूसुफ के पिता सहित तीन रिश्तेदारों से पूछताछ की है। गांव में उससे करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम और बलरामपुर पुलिस की टीम ने उतरौला के गोंडा मोड़ पर उसके घर पर छापेमारी की। यहां से उसके पिता समेत तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उनसे उतरौला कोतवाली में पूछताछ की जा रही है।
यूसुफ के घर से उसके पिता और भतीजे फारूक को और घर के एक अन्य सदस्य वसीम को गोंडा उतरौला रोड पर ईदगाह के पास मोहल्ले से हिरासत में लिया गया । बलरामपुर व दिल्ली में आतंकी के पास से आईईडी भी बरामद किया गया है। माना जा रहा है कि यहां पर पुलिस और अन्य आला अधिकारियों के पहुंचने से पहले उसके परिजनों या अन्य ग्रामीणों ने कुछ डॉक्यूमेंट और विस्फोटक को तालाब में फेंक दिया गया था, जिसे तालाब से निकलवाया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस की टीम कल रात अबु यूसुफ उर्फ मुस्तकीम को लेकर बलरामपुर के उतरौला में उसके गांव बढय़ा भैसाही गांव आई है। उससे पूछताछ के बाद उसके चार करीबियों को हिरासत में लिया गया है। दिल्ली में अबु यूसुफ के पास से विस्फोटक आईईडी के साथ पिस्टल भी मिली है। आइएसआइएस का गिरफ्तार सदस्य अबु यूसुफ बलरामपुर का निवासी है। दिल्ली में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार आतंकी अबु यूसुफ के दो साथी दिल्ली से फरार हो गए थे। उनकी तलाश जारी है, इसी बीच दिल्ली पुलिस की टीम कल देर रात अबु यूसुफ को लेकर बलरामपुर में उसके गांव पहुंची।

चार संदिग्धों से पूछताछ

उत्तर प्रदेश एटीएस की अबु यूसुफ के मामले में पड़ताल में लगी है। अबु यूसुफ से काफी देर तक पूछताछ के बाद यूपी एटीएस ने देर रात उतरौला से चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनके साथ ही उतरौला कोतवाली में अबु यूसुफ से पूछताछ जारी है। एक संदिग्ध को यूपी एटीएस उतरौला कोतवाली से आतंकी युसूफ के गांव ले गई।

बारूद के ढेर पर तो नहीं बलरामपुर

बलरामपुर के पचपेड़वा थाना क्षेत्र के एक गांव में करीब दो वर्ष पूर्व एक सेटेलाइट फोन बरामद हुआ था। जिसकी जांच पड़ताल के बाद मामला ठंडा हो गया था। अब आतंकी के तार जिले से जुड़े होने के बाद खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं कि जिला बारूद के ढेर पर तो नहीं है।

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