मनी लॉन्ड्रिंग में पूछताछ पूरी, रॉबर्ट वाड्रा से 11 घंटे की पूछताछ में 76 सवाल
उस ईमेल में ऐसा क्या लिखा है, जिसके आधार पर ED ने रॉबर्ट वाड्रा से फिर की पूछताछ, गुरुवार की इस पूछताछ पर उस संदिग्ध ईमेल को आधार बनाया गया, जिसमें रॉबर्ट वाड्रा और सुमित चड्ढा नाम के व्यक्ति के बीच बातचीत हुई है.

बता दें कि इससे पहले रॉबर्ट वाड्रा को उनकी पत्नी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ईडी दफ्तर छोड़ने गईं थीं. इस बीच प्रियंका गांधी ईडी दफ्तर से कांग्रेस दफ्तर पहुंचीं. वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी सफेद टोयोटा लैंड क्रूजर गाड़ी में उनके साथ थीं और उनके पीछे एसपीजी के सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियां थीं. उन्होंने वाड्रा को मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित ईडी के दफ्तर के सामने छोड़ा और वहां से फौरन अपनी गाड़ियों के काफिले के साथ रवाना हो गईं. वाड्रा करीब तीन बजकर 47 मिनट पर ईडी के दफ्तर पहुंचे. उनके वकीलों का एक दल पहले ही वहां पहुंच चुका था.
गौरतलब है कि, यह मामला कथित रूप से गैरकानूनी तरीके से विदेशों में संपत्तियां रखने से संबंधित है. रॉबर्ट वाड्रा ने इस मामले में अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली की अदालत की दरवाजा खटखटाया था. अदालत ने उन्हें निर्देश दिया था कि वह केंद्रीय जांच एजेंसी से जांच में सहयोग करें. सूत्रों ने कहा कि जब वाड्रा एजेंसी के समक्ष पेश होंगे तो उनसे लंदन में कुछ अचल संपत्तियों की खरीद और स्वामित्व से संबंधित सौदों के बारे में पूछा जाएगा. उनका बयान मनी लांड्रिंग रोधक कानून के तहत दर्ज किया जाएगा.
16 फरवरी तक अंतरिम जमानत
बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा को 16 फरवरी तक अंतरिम जमानत दी है. अदालन ने उन्हें निर्देश दिया है कि वह छह फरवरी को स्वयं उपस्थित होकर जांच में शामिल हों. यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्कावयर पर 19 लाख पाउंड की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से मनी लांड्रिंग जांच से संबंधित है.
धन शोधन का आरोप
यह मामला लंदन के 12 ब्रायंस्टन स्क्वायर पर स्थित एक संपत्ति की खरीद में धन शोधन के आरोपों से संबंधित है. इसे 19 लाख पाउंड में खरीदा गया था और इसका स्वामित्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई वाड्रा के पास है. रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस चल रहा है, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग केस में वाड्रा से बुधवार को करीब 6 घंटे की पूछताछ कर चुका है। ईडी के अधिकारी उनसे आज एक बार फिर पूछताछ कर र हैं। बुधवार को हुई पूछताछ में उन्होंने बताया कि वो किसी संजय भंडारी को नहीं जानते हैं। जहां तक मनोज अरोड़ा का सवाल है तो वो उसे इस वजह से जानते हैं क्योंकि वो उनका कर्मचारी रह चुका है। संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आपराधिक आरोपों के सिलसिले में वाड्रा किसी जांच एजेंसी के समक्ष पहली बार पेश हुए ।इससे पहले वो मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से इंकार करते रहे हैं और कहा करते थे कि राजनीतिक बदले के लिए उनके खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली की एक पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी से सहयोग करने को कहा था। वाड्रा ने मामले में अग्रिम जमानत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
क्या है मामला?
वाड्रा के खिलाफ यह मामला लंदन में खरीदी गई संपत्तियों से जुड़ा है। जांच एजेंसी का दावा है कि ये संपत्तियां फरार आर्म्स डीलर संजय भंडारी के जरिये खरीदी गईं। वाड्रा हालांकि पूर्व में लंदन में किसी भी संपत्ति से अपना संबंध होने से इनकार कर चुके हैं। लेकिन ईडी सूत्रों के अनुसार, बुधवार को उनसे भंडारी के साथ उनके संबंधों और वित्तीय लेनदेन को लेकर सवाल किए गए।
ईडी अधिकारियों ने वाड्रा को कुछ दस्तावेज भी दिखाए, जो जांच एजेंसी के अनुसार विदेशों में संपत्तियों से वाड्रा के तार जोड़ते हैं। ईडी सूत्रों के अनुसार, यह मामला 2009 में पेट्रोलियम मंत्रालय की एक डील से जुड़ा है, जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी। अरोप है कि इसमें ब्रिटेन की एक कंपनी सिंटैक (Syntak) को कुछ रिश्वत पहुंचाई गई, जिसका निदेशक संजय भंडारी था।
ईडी ने कोर्ट में दी ये जानकारी
ईडी ने हाल ही में कोर्ट में बताया कि लंदन के ब्रायन्सटन स्क्वायर (Bryanston Square) में भंडारी ने उसी रकम से संपत्ति खरीदी, जो कंपनी को रिश्वत के तौर पर मिली थी। यह रकम कथित तौर पर एक अन्य कमंपनी वोर्टेक्स (Vortex) के जरिये पहुंची। ईडी का कहना है कि पेट्रोलियम मंत्रालय की डील के बाद सिंटैक को 13 जून, 2009 को उसके अकाउंट में एक ही ट्रांजैक्शन से करीब 49.9 लाख अमेरिकी डॉलर पहुंचे। इसमें से करीब 19 लाख पाउंड का इस्तेमाल भंडारी ने 2009 में लंदन में संपत्ति खरीदने के लिए किया।
लंदन की संपत्ति
आरोप है कि भंडारी ने बाद में वाड्रा को इसी कीमत पर 2010 में यह संपत्ति बेच दी, जबकि उसने वहां 65,000 पाउंड की लागत से नवीनीकरण कार्य भी कराया था। ईडी ने कोर्ट में यह भी कहा कि जांच से लंदन में कई ऐसी संपत्तियों का भी पता चला, जिसके वाड्रा से जुड़े होने का अंदेशा है। जांच एजेंसी ने एक ईमेल का भी जिक्र किया, जिसमें लंदन की संपत्ति के नवीनीकरण को लेकर बातचीत शामिल है।
यहां उल्लेखनीय है कि वाड्रा फिलहाल जमानत पर हैं। दिल्ली की अदालत ने उन्हें 16 फरवरी तक अंतरिम जमानत दी है। वाड्रा से जहां 6 फरवरी को पूछताछ की जा चुकी है और 7 फरवरी को पूछताछ जारी है, वहीं जांच एजेंसी ने उनसे 12 फरवरी को भी जयपुर कार्यालय पहुंचने के लिए कहा है।
लंदन में मनी लॉन्ड्रिंग के जरिये संपत्ति खरीदने के आरोप में गुरुवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करीब 2 घंटे रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की. गुरुवार की इस पूछताछ पर उस संदिग्ध ईमेल को आधार बनाया गया, जिसमें रॉबर्ट वाड्रा और सुमित चड्ढा नाम के व्यक्ति के बीच बातचीत हुई है.
वाड्रा और उनकी कंपनी द्वारा जो बेनामी संपत्ति मामले में संदिग्ध लेनदेन हुए हैं उससे जुड़े दस्तावेज ईडी के हाथ लगे हैं. इन्हीं दस्तावेजों को लेकर आज रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की गई. इन दस्तावेजों में आर्म्स डीलर संजय भंडारी का रिश्तेदार सुमित चड्ढा के एक संदिग्ध ईमेल का भी जिक्र है. यह मेल कुछ संदिग्ध लेनदेन से जुड़ा हुआ है. ये लेनदेन लंदन की प्रॉपर्टी से संबंधित था. वाड्रा से प्रॉपर्टी में होने वाले काम का जिक्र भी इस डॉक्यूमेंट में है.
यह लिखा है ईमेल में
सुमित चड्ढा की ओर से रॉबर्ट वाड्रा को भेजे गए इस ईमेल में लिखा है. ‘हाय राबर्ट, कोई जानकारी है कि कब तक फंड भेजा जाएगा, इस बारे में किसी से कोई जानकारी मुझे नहीं मिली है. मैं आभारी रहूंगा अगर आप जानकारी दे सकें, जिससे मैं कैश फ्लो को प्लान कर सकता हूं. जैसा आप जानते हैं कि मैं इस प्रोजेक्ट को किसी व्यावसायिक फायदे के लिए नहीं कर रहा हूं सिर्फ फेवर के लिए कर रहा हूं.’
इसमें आगे लिखा है ‘मैं इस काम को बिना तनाव के करना चाहता हूं और मैं आभारी रहूंगा अगर आप एक साफ तौर पर जानकारी दे दें कि मुझे पैसा कब तक मिलेगा. मुझे पूरी प्रॉपर्टी का रिनोवेशन करना है जिसमें फ्लोर बाथरूम हीटिंग सिस्टम है, वुडेन फ्लोर में पूरा मैटीरियल इंस्टॉल हो चुका है. पूरी टीम साइट पर बाथरूम इंस्टाल करने के लिए होगी काम अगले हफ्ते तक हो जाएगा, अच्छी खबर ये है कि बाथरूम के कोर मैटीरियल की एक्सप्रेस डिलीवरी हो जाएगी.’
इस मेल पर रॉबर्ट वाड्रा ने का जवाब भी दिया है. वाड्रा ने कहा ‘हाय, मुझे जानकारी नहीं थी कि तुम तक कुछ नहीं पहुंचा है. सुबह मैं इस मामले को देखता हूं और मनोज मामले को निपटा लेगा. जल्द ही मैं भी लंदन में होऊंगा. चियर्स.’
सारे सवालों के जवाब दिए : वकील
दिल्ली की एक अदालत ने कुछ दिन पहले ही वाड्रा को जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा था. पूछताछ के बाद उनकी वकील सुमन ज्योति खेतान ने बताया था कि वाड्रा ने ईडी के सारे सवालों के जवाब दिए. खेतान ने मीडियाकर्मियों से कहा, “उनके खिलाफ लगे सारे आरोप झूठे हैं. हम जांच एजेंसी के साथ शत प्रतिशत सहयाग करेंगे.”
मीडियाकर्मियों की भीड़ के बीच से होकर वाड्रा बुधवार को दोपहर करीब तीन बजकर 47 मिनट पर ईडी के दफ्तर में दाखिल हुए थे. उनके वकीलों का एक दल पहले ही वहां पहुंच चुका था. पूछताछ के लिए जाने से पहले उन्होंने वहां हाजिरी रजिस्टर में अपने दस्तखत किए. वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया कि राजनीतिक हित साधने के लिए उन्हें ‘‘परेशान’’ किया जा रहा है.